CBI ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी के खिलाफ ताजा भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है.
The CBI has registered a fresh corruption case




NBL, 20/05/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. The CBI has registered a fresh corruption case against Rashtriya Janata Dal leader and former Bihar Chief Minister Lalu Prasad Yadav and his daughter.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनकी बेटी के खिलाफ ताजा भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है, पढ़े विस्तार से..
दिल्ली और बिहार में करीब 17 जगहों पर छापेमारी की जा रही है (CBI Raid at Lalu Yadav Locations). मामला आरआरबी में हुई गड़बड़ी का बताया जा रहा है. 2004 से 2009 तक लालू यादव रेल मंत्री थे. सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव उनकी बेटी मिशा भारती के खिलाफ उनके कार्यकाल के दौरान भर्तियों में कथित अनियमितताओं को लेकर नए सिरे से केस दर्ज किया है उसी मामले में सीबीआई की टीम छापेमारी कर रही है.
लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना आवास पर भी छापेमारी की जा रही है. राजधानी पटना के साथ-साथ गोपालगंज में भी लालू प्रसाद यादव के पैतृक घर पर छापेमारी की जा रही है. दिल्ली में लालू प्रसाद यादव की बेटी मीशा भारती के आवास पर भी सीबीआई की छापेमारी जारी है. CBI सूत्रों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव इसी आवास में हैं. बताया जा रहा है कि दिल्ली, पटना और मध्यप्रदेश के भोपाल में भी ये छापेमारी चल रही है.जमीन के बदले नौकरी देने से जुड़ा मामला
CBI सूत्रों के मुताबिक ये मामला जमीन के बदले नौकरी देने का है. सूत्रों के मुताबिक जब लालू प्रसाद यादव केंद्रीय मंत्री थे उस वक्त कई लोगों से बेहद महंगी जमीन लेकर नौकरी दी गई थी. खबरों के मुताबिक सीबीआई अफसर राबड़ी देवी के आवास में सुबह 6.30 बजे से ही पहुंच गई थी. लेकिन, टीम को अंदर कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा. बाद में सीबीआइ के और अफसर भी बारी-बारी राबड़ी आवास पर पहुंचते रहे. सुबह पौने नौ बजे के करीब एक महिला अफसर भी राबड़ी आवास पहुंचीं.
बताया जा रहा है कि यह अफसर राबड़ी आवास पर मौजूद महिलाओं से पूछताछ करेंगी. इधर लालू यादव और उनके परिवार के ठिकानों पर छापेमारी के मामले में राजद प्रवक्ता आलोक मेहता ने कहा है कि यह एक सशक्त आवाज को कुचलने का प्रयास है. यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है।