Any Desk डाउनलोड कराकर धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार: 100 से ज्यादा लोगों के साथ की ठगी.... गूगल पर कस्टमर केयर के नाम से फर्जी नंबर रजिस्टर्ड कर धोखाधड़ी करने वाला आरोपी गिरफ्तार.... तरीका जान रह जाएंगे दंग.....

Any Desk डाउनलोड कराकर धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार: 100 से ज्यादा लोगों के साथ की ठगी.... गूगल पर कस्टमर केयर के नाम से फर्जी नंबर रजिस्टर्ड कर धोखाधड़ी करने वाला आरोपी गिरफ्तार.... तरीका जान रह जाएंगे दंग.....

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ग्वालियर। गूगल पर कस्टमर केयर के नाम से फर्जी नंबर रजिस्टर्ड कर एनिडेस्क एप्प डाउनलोड करा कर लोगो के साथ धोखाधड़ी करने वाला आरोपी राज्य साइबर पुलिस ग्वालियर ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। अब तक 100 से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। आरोपी से कई बैंक एकाउंट जप्त किये गये है। हैदराबाद से गुजरात एवं पश्चिम बंगाल तक अपना जाल जमा रखा था। फरियादी के साथ 254000/- रूपये की ठगी की गई। गूगल पर गूगल पे एवं अन्य कम्पनियों के कस्टमर केयर के नाम से अपने फर्जी नंबर रजिस्टर्ड करा रखे थे। आरोपी से जप्त खातों में लाखो के ट्रांसेक्सन मिला है। गुजरात में रहकर ठगी का तरीका सीखा। एनिड्रेस्क से ले लेता था फोन का एक्सिस अपने हाथ में उसके बाद एम. पिन पता कर यू.पी.आई के माध्यम से पैसे लेता था।

आरोपी के द्वारा लगभाग एक वर्ष गूगल पर गूगल पे एप्प व अन्य कम्पनियों के कस्टमर केयर के नाम से अपना फर्जी नम्बर रजिस्टर्ड करा रखा था। उसके बाद जो व्यक्ति गूगल पर कस्टमर केयर नाम से मोबाइल नंबर सर्च करता तो आरोपी का नंबर शो होता था। उसके बाद आरोपी उनकी समस्या सुन कर उनके फोन में एनिडेस्क एप्प डाउनलोड करा देता था। उसके बाद उनके फोन का एक्सिस अपने फोन पर लेकर यू पी. आई. के माध्यम से पैसे अलग अलग जगहों के फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देता था। बहुत बड़े पैमाने पर इस तरफ की ठगी पूरी भारत में चल रही है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक योगेश देशमुख द्वारा अपरथों के निराकरण में दिए गए निर्देश के पालन में की गई कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक राज्य साइबर पुलिस ग्वालियर सुधीर अग्रवाल ने बताया कि फरियादिया रजनी भदौरिया (परिवर्तित नाम) द्वारा अपने खाते से एनिडेस्क एप्प के माध्यम से अपने गूगल पे से 254000/- रूपये निकल जाने के संबंध में शिकायत कार्यालय को दी थी। 

चूंकि एनिडेस्क या अन्य रिमोट कंट्रोल एप्प की शिकायते कार्यालय को प्राप्त हो रही थी। इस बजह से हर मामले की गंभीरता से लेते हुए इस शिकायत पर जल्द कार्यवाही कर शिकायत के निराकरण करने हेतु टीम गठित कर निर्देशित किया गया। जिसके उपरांत उक्त शिकायत पर जाँच उपरांत अपराध क्रमांक 98/21 धारा 420 भादवि 66 सी, 66 डी का अपराध पंजीबध कर विवेचना में लिया गया। बाद विवेचना में टीम द्वारा फरियादी के आवेदन पर कार्यवाही कर टेक्निकल साक्ष्य प्राप्त किये। लेकिन खाते एवं मोबाइल नंबर अलग अलग जगह प्राप्त हो रहे थे खातों में यू.पी.आई और आई.एम.पी.एस. माध्यम से पैसे तुरंत अलग वॉलेट एवं खातों में ट्रांसफर किया जा रहा था। 

जिसकी वजह से पुलिस मुख्य आरोपियों तक न पहुँच सके । उसके बाद टीम द्वारा अथक प्रयासों से अपराध में प्राप्त अन्य टेक्निकल साक्ष्य इकठ्ठा किये उनका विश्लेषण करने उपरांत आरोपी मोहम्मद मुस्तफा पुत्र मोहम्मद जमाल साब नि मेडचल तेलंगाना को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई। आरोपी द्वारा पूछताछ में बताया कि उसके द्वारा आरोपी द्वारा लगभग 1 वर्ष पहले गूगल पर गूगल पे व अन्य कम्पनियों के कस्टमर केयर के नाम से अपना फर्जी नम्बर रजिस्टर्ड कर दिया था उसके बाद जो भी व्यक्ति गूगल पर कस्टमर केयर नाम से मोबाइल नंबर सर्च करता तो उसको आरोपी का नंबर शो होता था। उसके बाद जो भी व्यक्ति कॉल करता। 

उनकी समस्या सुनकर उनकी समस्या निराकरण के नाम पर उनका गूगल पे अनस्टॉल करा कर दोबारा इनस्टॉल करवा देता था जिससे मुझे उनका एम पिन मिल जाये। उसके बाद वरिष्ठ अधिकारी आपसे बात करेंगे बोलकर अलग अलग फर्जी नंबर से दोबारा कॉल कर अपनी आवाज बदल कर उनके फोन में एनिडेस्क एप्प डाउनलोड करा देता था। उसके बाद उनके फोन का एक्सिस अपने फोन में लेकर यू पी आई के माध्यम से पैसे अलग अलग जगहों के फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देता था। आरोपी से कई फर्जी बैंक खाते भी जप्त किया गये है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी केवल टीम के अथक प्रयसों से हो सम्भव हो सकी है।