भारत के कुछ स्वार्थी किस्म के इस्लामिक धार्मिक और राजनीतिक नेता अपने ही धर्म के युवाओं के भविष्य के साथ अन्याय कर रहे हैं, जिसे उन्हें खुद ही सुधारना होगा, क्योंकि यही युवा पीढ़ी उनका और भारत का उज्ज्वल भविष्य है।

Some selfish Islamic religious and political leaders of India are doing injustice

भारत के कुछ स्वार्थी किस्म के इस्लामिक धार्मिक और राजनीतिक नेता अपने ही धर्म के युवाओं के भविष्य के साथ अन्याय कर रहे हैं, जिसे उन्हें खुद ही सुधारना होगा, क्योंकि यही युवा पीढ़ी उनका और भारत का उज्ज्वल भविष्य है।
भारत के कुछ स्वार्थी किस्म के इस्लामिक धार्मिक और राजनीतिक नेता अपने ही धर्म के युवाओं के भविष्य के साथ अन्याय कर रहे हैं, जिसे उन्हें खुद ही सुधारना होगा, क्योंकि यही युवा पीढ़ी उनका और भारत का उज्ज्वल भविष्य है।

NBL, 05/08/2023, Lokeshwer Prasad Verma, Raipur CG: Some selfish Islamic religious and political leaders of India are doing injustice to the future of the youth of their own religion, which they themselves have to rectify, because this young generation is their and India's bright future. पढ़े विस्तार से.... 

अखंड भारत को बचाए रखने के लिए भारत के सनातनी हिंदू राजा व महाराजाओ ने अपने बलिदान तक दे दिया और आज भारत अपनी जगह अटल है, जो भी विदेशी आक्रांता आये भारत में वह अखंड भारत को खण्ड खण्ड कर अखंड भारत को अलग कर दिया वैसा ही हिंदुस्तान के कुछ मुस्लिम धर्म समुदायों के मुसलमानो ने भारत को कभी भी एक सूत्र में पिरोए रखने का प्रयास नही किया हर हमेशा अपने धर्मो के सरिया कानून का हवाला देकर भारत देश के अन्य धर्मो के लोगों से दूरी बनाकर चलने का प्रयास किया जा रहा है... 

नाम मात्र जीवकोपार्जंन के हिसाब से स्वार्थ वश देश के अन्य धर्मो के लोगों के साथ जुड़े रहते है भाईचारा के नाम देकर लेकिन इनके धार्मिक विचारों में अन्य धर्म समाज के लोगों के प्रति इनके अपने कोई हार्दिक सैवनमः सद्भावना नही होती इसलिए अन्य धर्मो के लोगों के मनो में संसय उत्पन्न होती हैं की यह हमारे अपने है कि नही है करके।

क्योंकि आज भी भारतीय के कुछ मुसलमानों को इतिहास के ज्ञान होते हुए भी इतिहास के अच्छे और बुरे का ज्ञान नहीं है और यह कटु सत्य है कि विदेशी मुगल आक्रांता मुगल मुस्लिम बादशाहों ने भारत मे आकर भारतीय हिंदुओं पर अत्याचार किए, उनके देवी-देवताओं के मंदिरों को तोड़े गए और साथ ही भारत के भारतीय मुसलमान अच्छे पाक साफ़ अपनी नियत पर खरे उतरने वाले ईमानदार मुसलमानों को भी नहीं बख्शा और उन पर भी अत्याचार किया, जिस अच्छे मुसलमानो के कारण आज भारत में भाईचारा कायम है, जो मुसलमान पवित्र कुरान का पालन करते हैं, उन्हें अच्छे और बुरे का ज्ञान होता है, कुछ भारतीय मुसलमान धार्मिक नेता हैं, और मौलवी मौलाना के भड़काऊ भाषण के चक्कर में आकर नौजवान नवयुवक खुद को और अपने ही घर के आसपास रहने वाले दूसरे धर्मो के लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं. गुनाहों में घिर जाते हैं भले ही बाद में उन्हें पछतावा होता है कि हमने खुद को क्यों नहीं संभाला, ऐसे लोगों के माता-पिता अपने मूर्ख बच्चों के गलत रास्ते पर चले जाने का खामियाजा जीवन भर भुगतते हैं।

अगर आज देखा जाय तो भारत में बहुत से मुसलमानो के जीवन को बर्बाद करने वाले उनके अपने ही समाज के कुछ धार्मिक व राजनीतिक नेता है जो अपने मजहबी धर्म ग्रंथ के बोली भाषा के कुछ सत्यता को शामिल कर उसमे भ्रामक झूठ को ज्यादा मात्रा में शामिल कर जोर शोर कड़े शब्दों से भाषण देते है और कभी भी इन धार्मिक नेता व राजनीतिक नेताओं के बोले गए शब्दों में शालीनता भरे आवाज नही होते बल्कि उस आवाज मे आक्रामकता व जोर शोर मचाने वाले शब्द होते हैं, यही आवाज से शांति से रहने वाले उन भोले भाले मुसलमानो में भी जोश भर देते हैं और बहक जाते हैं। 

और इन्ही जोश का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए ये स्वार्थी धार्मिक व राजनीतिक नेताओं के द्वारा किया जाता है, और इसे इस्लामिक आवाज बना दिया इन्ही ऊँचे आवाज से बोलने को। जबकि एक धार्मिक शब्द यह कहती है: शालीनता बिना मोल मिलती है जिससे सब कुछ खरीदा जा सकता है, लेकिन मुस्लिम धर्म के धार्मिक और राजनीतिक नेताओं में शालीनता आपको दिखेगा ही नहीं यही उनके आक्रामक शब्द इनके सबसे बड़ी हथियार बन गया है।

आज भारत के 80 फीसदी में से 50 फीसदी मुसलमानो को 10 फीसदी होशियार किस्म के धार्मिक व राजनीतिक नेताओं ने कब्जे में है, 10 फीसदी मुसलमान प्रोफेशनल है जो सर्व धर्म के लोगों के साथ अपना ज्ञान का आदान प्रदान कर रहे हैं जिसका सम्मान अतुलनीय है जैसे डाक्टर अब्दुल कलाम साहब जो सभी धर्मो के लिए सम्मानीय है बहुत से लोगों का आईकान है। और 05 फीसदी मुसलमान बिजनेस मेन है जो सर्व धर्मो के लोगों के साथ मिलकर अपना कारोबार करते हैं। 05 फीसदी मुसलमान सर्व धर्मो के साथ भाई चारे का सम्बन्ध बना कर इस्लाम धर्म के पवित्रता को बचाए रखा है जो अच्छे और बुरे का ज्ञान रखता है।

10 फीसदी होशियार चालाक किस्म के स्वार्थी धार्मिक नेताओं ने 50 फीसदी सामान्य पर बुद्धि मुसलमानो को धर्म के नाम पर उनके बौद्धिक शोषण कर उनके आर्थिक उन्नति के पथ को रोक कर बैठे हुए हैं। और ज्यादा तर पिछड़ी जाति के मुसलमानो को उंची जाति के स्वार्थी धार्मिक व राजनीतिक मुसलमान इन पिछड़ी जाति या गरीब मुसलमानो का इस्तेमाल करते हैं, अन्य धर्मो के धार्मिक स्थलों को या उन लोगों को मारने पिटने व हिंसा कर उनके शांति भंग करने या उनके सच्चाई को दबाने के लिए उन पिछड़ी जाति मुसलमानो का बल प्रयोग करवा कर चुपचाप अपने घर पर बैठकर टीवी चैनल के माध्यम से तमाशा देखते रहते हैं... 

और हालत ज्यादा बिगड़ जाने पर किसी भी प्रकार के विवादित टिप्पणी देने से बचते हैं और इसके बचे रहने का मुख्य कारण है इन मासूम भोले भाले मुसलमानो को धर्म का हवाला देकर कसम दिया जाता है अल्ला तुझे माफ नहीं करेगा अगर सच को उजागर किया गया आपके द्वारा तो क्योकि यह हम अपने धर्म के लिए लड़ाई लड़ रहे है इन काफिरो से और अल्लाह तुम्हारे गुनाहों को माफ कर देगा और कुर्बान हो गए शहीद हो गए तो अल्ला ताला जन्नत अता फरमायेगा आपको इसलिए कुद पड़ो मर मिट जाओ लेकिन किसी अल्लाह के रास्ता बताने वाले अपने ही लोगों का नाम अपने जुबां पर मत लाना और बखूबी निभाते भी है लेकिन जरा गौर फार्माये की आपके गलत गति विधि से आपको देश के कानून के तहत आपको जेल जाना पड़ता है तो क्या यही भड़काने वाला धार्मिक व राजनीतिक नेता आपके परिवार को पोषते पालते हैं क्या?

व्यापार, शिक्षा, पवित्र कुरान को मानने वाले धर्मपरायण मुसलमानों के कारण भारत में मुसलमानों को अन्य धर्मों के लोग सम्मान देते हैं, यदि ये तीन शक्तियां नहीं रहीं तो ये 10 प्रतिशत स्वार्थी धार्मिक और राजनीतिक नेता पूरे भारत में 50 प्रतिशत मुसलमानो को अपने भड़काऊ भाषणों के प्रभाव में लाकर उनके आर्थिक विकास के साथ-साथ सभी सामाजिक समानता के भाईचारे को भी नष्ट कर देंगे।

भारत का कोई भी अन्य धर्म का व्यक्ति यह नहीं चाहता कि भारत के मुसलमान गरीब रहें, आतंकवादी बनें और देश में हिंसा में भाग लेने के कारण जेल जाएँ तथा उनके परिवार गरीब रहें बल्कि भारत के हर धर्म के लोग एक साथ शांति से रहे सबका विकास हो बल्कि इन भारतीय इस्लामी मुसलमानों में इतनी क्षमता है। ऐसा माना जाता है कि हम भारत को महानता की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, हमारे मुस्लिम भाई-बहन कितने विद्वान हैं और इतिहास इसका गवाह है। नए भारत के वर्तमान इतिहास में ये हैं इस्लामिक महान वैज्ञानिक मिसाइल मैन डॉ. अब्दुल कलाम साहब, जिनकी पूजा पूरा भारत करता है, क्योंकि एक महान व्यक्ति की कोई जाति और धर्म नहीं होता, उनका ज्ञान और शिक्षा लाखों करोड़ों लोगों की जिंदगी बदल देती है।

जब आप भारत के मुसलमानों को संविधान के सभी मौलिक अधिकार मिल गए हैं तो विकास को अपना रास्ता बनाओ, विनाश को नहीं, जिसे आज भारत के कुछ मुसलमानों द्वारा हिंसक रूप में देखा जा रहा है, जो कि इस्लामिक धर्म पवित्र कुरान के अनुसार पूरी तरह से गलत है। क्योंकि इंसान जैसा सोचता और करता है वह वैसा ही बन जाता है इसलिए ऐसा सोचो कि पूरी दुनिया आपका सम्मान करे पर हित पर सेवा करना ही हम मानवो का सबसे बड़ा धर्म है।

नोट: यह खबर किसी भी धर्म की धार्मिकता को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं है, बल्कि यह खबर भारत में एकता बनाए रखने के उद्देश्य से लिखी गई है, हम एक दर्पण हैं?