संतोष कुमार जैन उम्र 61 वर्ष शतरंज के क्षेत्र में वर्ष 1999 में अखिल भारतीय शतरंज संघ से नेशनल आर्बिटर की उपाधि प्राप्त की है. कोयला खनन के क्षेत्र में ओवरमैन की उपाधि डायरेक्टर जनरल माइंस सेफ्टी धनबाद से 1984 में प्राप्त किया




संतोष कुमार जैन उम्र 61 वर्ष शतरंज के क्षेत्र में वर्ष 1999 में अखिल भारतीय शतरंज संघ से नेशनल आर्बिटर की उपाधि प्राप्त की है. कोयला खनन के क्षेत्र में ओवरमैन की उपाधि डायरेक्टर जनरल माइंस सेफ्टी धनबाद से 1984 में प्राप्त किया।
मनेंद्रगढ़।
(१)विगत 40 वर्षों से निरंतर विभिन्न प्रकार की सामाजिक साहित्यिक एवं श्रमिक संघों की संस्थाओं में अपनी सहभागिता दर्ज कराने का अवसर मिला है।
(२) वर्तमान समय में जनजागृति मनेंद्रगढ़ में सचिव के पद पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा हूं यह संस्था समाज सेवा के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रही है।
(३) साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की अंतर क्षेत्रीय शतरंज स्पर्धा में विगत 30 वर्षों से लगातार मुख्य निकाय की भूमिका निर्वहन कर रहा हूं।
लंदन से वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड से प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ साथ ही साथ" काव्य सारथी का सम्मान"मां भारती कविता महा यज्ञ द मैजिक मैन एंड चंद्र फेसबुक एवं पी एस एवं यूट्यूब चैनल द्वारा प्राप्त हुआ।
(४) कोरिया जिला शतरंज संघ के सचिव के रूप में उत्तर दायित्वों का निर्वहन करते हुए मनेंद्रगढ़ जिला शतरंज समिति अध्यक्ष का उत्तर दायित्व प्रदान किया गया है। बच्चों को शतरंज प्रशिक्षण देना बच्चों की प्रतिस्पर्धा में आयोजित करना तथा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने का कार्य लगातार किया जा रहा है।
(५) विगत 40 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में लेखन तथा साहित्य साधना में स्वयं की अनुभूतियों को शब्द देने का प्रयास कर रहा हूं। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की राजभाषा की विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाषण निबंध लेखन, एवं वाद विवाद प्रतियोगिताओं में अनेक बार प्रथम पुरस्कार से सम्मानित हो चुका है।
(६) मनेंद्रगढ़ जेसीज , सक्षम सरगुजा अनेक संस्थाओं के माध्यम से दिव्यांगों की सेवा में अपना योगदान प्रदान करता रहा हुं।
(७) श्रमिक संघों मैं विभिन्न उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए लगातार श्रमिकों के हित में संघर्षरत रहा हूं।
(८) पब्लिक लाइब्रेरी हल्दी वाड़ी के अध्यक्ष पद से वर्ष 1981 से लगातार साहित्यिक संस्थाओं में विभिन्न पदों जैसे अध्यक्ष सचिव या विभाग अध्यक्ष के रूप में लगातार सक्रिय रहा हूं साहित्यकारों को मंच प्रदान करने तथा साहित्यिक संस्थाओं को सक्रिय रखने में अपने भूमिकाओं का सदैव निर्माण करता रहा।
(९) जैन जागृति मंडल मनेंद्रगढ़ के संस्थापक अध्यक्ष पद के उत्तरदायित्व भान करते हुए विभिन्न प्रकार की धार्मिक प्रतियोगिताओं का आयोजन करना तथा समाज के युवाओं को दिशा दर्शन करने का कार्य किया है।
(१०) सेवानिवृत्ति के पश्चात वृद्धजनों के कल्याण हेतु विभिन्न प्रकार के प्रयास जारी है उम्र बढ़ने के साथ-साथ मानसिक शारीरिक तथा आर्थिक के साथ-साथ पारिवारिक है समस्याओं के प्रति वृद्ध जनों को किस प्रकार सहायता प्रदान की जा सके इसके लिए सदैव प्रयत्नशील हूं समाज के वृद्ध जनों के कल्याण और विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में अपना शेष जीवन समर्पित करने का प्रण किया है।