CG:पोट्ठ लइका अभियान के तहत SDM बेमेतरा नें की पालकों से चर्चापालको कों तिरंगा भोजन के विषय मे दी जानकारी...जर्ज़र आंगनबाड़ी कों जीर्णोद्धार कर साफ सफाई करने एसडीएम सुरूचि सिंह ने संबंधित अधिकारी कों दिए निर्देश...आंगनबाड़ी केंद्र 03 जेवरी पहुंचे थे एसडीएम




संजू जैन:7000885784
बेमेतरा :अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बेमेतरा सुरुचि सिंह द्वारा जिले में संचालित पोट्ठ लईका अभियान अंतर्गत आज गुरुवार को चिन्हांकित ग्राम पंचायत जेवरी के केंद्र क्रमांक 3 मे पालक बैठक का आयोजन रखा गया था। पालक बैठक मे आंगनबाड़ी की सुविधाओ से लाभान्वित होने वाले बच्चो के पालक, गर्भवती माताएं एवं अन्य ग्रामीण सरपंच व सचिव उपस्थित थे। बैठक में एसडीएम नें मध्यम और अति कुपोषित बच्चो की माताओ से विस्तृत चर्चा कि और उनसे पूछा की सभी माताएं अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए उन्हे क्या खिलाते हैं और साफ-सफाई का किस प्रकार ध्यान रखते हैं । इस संबंध में उन्होंने पालको को तिरंगा भोजन के विषय मे जानकारी दी एवं बताया गया कि किस प्रकार हम अपने और बच्चो के प्रतिदिन के खाने की थाली को तिरंगा भोजन के रूप मे संतुलित और पौष्टिक थाली बना सकते हैं। इस विषय पर चर्चा करते हुये एसडीएम नें बताया की 6 माह तक केवल स्तनपान और 6 माह के बाद स्तनपान के साथ उपरी आहार बच्चो के लिए क्यों आवश्यक है इसका महत्व भी पालको को बताया गया।उन्होंने कहा की बाहरी खाद्य पदार्थ का उपयोग बच्चो के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है बच्चो को घर पर बना साफ-सुथरा, गरम व ताजा खाना ही खिलाना चाहिए । बच्चो को खाना खिलाने के पहले हाथ अवश्य धुलवायें। इस अभियान अंतर्गत केंद्र में कुल 10 बच्चे चिन्हांकित हैं जिनमे से कुल 2 बच्चे विगत माह से मध्यम कुपोषित से सामान्य श्रेणी मे आ गये हैं एवं 2 अति कुपोषित बच्चे मध्यम श्रेणी मे आये हैं। शेष बच्चो के वजन में भी प्रतिमाह सुधार हो रहा है।
बैठक मे पालको द्वारा आंगनबाड़ी के जर्जर हो गये फ्लोरिंग पानी की समस्या और केंद्र के बाहर घेरा संबंधित समस्याओ के विषय में जानकारी दी और कहा की बच्चे रोज केंद्र आते हैं पर भवन की स्थिती ठीक नही होने के कारण उन्हे खेलने खाने और अन्य गतिविधी करने मे बहुत समस्या होती है इस जिस पर सुरुचि सिंह द्वारा बैठक में उपस्थित सरपंच एवं सचिव को एक सप्ताह के अंदर केंद्र में फ्लोरिंग करवाने व साफ सफाई के सख्त निर्देश दिए इसके अलावा आंगनबाड़ी के बाकी कमियों को भी सुधारने के आवश्यक निर्देश दिए गए।