सक्षम ने बस्तर कलेक्टर से की थी गौवंश मुक्तिधाम की मांग, बिलोरी ग्राम पंचायत ने दी 1 एकड़ जमीन, ग्राम पंचायत में पारित किया प्रस्ताव, सक्षम ने माना बस्तर कलेक्टर का आभार : अविनाश सिंह गौतम, संयोजक सक्षम




सक्षम ने बस्तर कलेक्टर से की थी गौवंश मुक्तिधाम की मांग, बिलोरी ग्राम पंचायत ने दी 1 एकड़ जमीन, ग्राम पंचायत में पारित किया प्रस्ताव, सक्षम ने माना बस्तर कलेक्टर का आभार : अविनाश सिंह गौतम, संयोजक सक्षम
जगदलपुर : सनातन क्षेत्रीय मंच (सक्षम) ने बीते 3 फरवरी को कलेक्टर को आवेदन देकर मृत गौवंशों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए जमीन देने की मांग की थी। उन्होंने बताया था कि सनातन धर्म में गौवंशों को मां का दर्जा दिया जाता है। ऐसे में किन्हीं कारणों से गौवंशों की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए बस्तर जिले में कोई भी व्यवस्था नहीं है। ऐसे में शवों को यहां-वहां दफना दिया जाता है या खुले में फेंक दिया जाता है, जिससे उनके शवों को चील-कौवे व कुत्ते नोंच देते हैं। ऐसे में गौवंशों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए जमीन की मांग की गई थी।
इस पर ग्राम पंचायत बिलोरी में सोमवार को गांव के सरपंच उमन बघेल की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें सर्वसम्मति से गांव की वन भूमि कम्पार्टमेंट नंबर 1813 में से एक एकड़ जमीन गौवंशों के अंतिम संस्कार के लिए गौवंश मुक्तिधाम विकसित करने देने के प्रस्ताव को पारित किया गया। बैठक में सरपंच उमन बघेल के अलावा पंचगण सरिता, रीना कश्यप, गोमती, सुभाष बघेल, प्रेमवती नाग, संजय बघेल, बूटीराम, लखमू व निलेंद्री ने जमीन देने पर किसी भी तरह की कोई आपत्ति नहीं होने की बात कही।
इसके बाद सरपंच उमन बघेल ने कलेक्टर व डीएफओ को पत्र लिखकर उनसे गौवंश मुक्तिधाम के निर्माण के लिए ग्राम पंचायत से प्रस्ताव पारित करने के बाद आगे की आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। सरपंच उमन बघेल ने बताया कि गौवंशों के उचित अंतिम संस्कार से जहां गौवंशों को उचित सम्मान मिलेगा, वहीं पर्यावरण प्रदूषण से भी राहत मिल सकेगी।