भिलाई भाजयुमो कार्यकारिणी ब्रेकिंग : BJYM कार्यकारिणी सूची पर बवाल….सांसद , विधायक समर्थक के इक्का-दुक्का नाम…….भाजपा का झंडा लंबे समय से उठा रहे संगठन को मजबूती प्रदान कर पसीना बहा रहे इन युवाओं को किया गया नज़रअंदाज़…….सोशल मीडिया में युवा नेताओ ने निकाली भड़ास…….




नया भारत डेस्क :- छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की भिलाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) की कार्यकारिणी का घोषित कर दी गई है। BJYM के जिलाध्यक्ष शरद सिंह ने कार्यकारिणी की लिस्ट जारी कर दी है। इसमें प्रवीण बिश्वाल और लोकेश पांडेय को जिला महामंत्री बनाया गया है। भिलाई जिला अध्यक्ष विरेन्द्र साहू के निर्देश पर 119 कार्यकारिणी सदस्यों और मंडल अध्यक्ष की सूची जारी हुई ।
कुछ ही दिन पहले जोगी कांग्रेस से भाजपा में आए शुभम सिंह को कैंप मंडल का अध्यक्ष बनाया गया है। इस लिस्ट में विजय बघेल, विद्यारतन भसीन और प्रेम प्रकाश पांडेय के यहां से अनुसंशा ही नहीं हुई है। ये बात भी सच है कि जिला संगठन की तरह बाकी प्रकोष्ठों में सरोज समर्थकों का एकतरफा नाम है। ठीक उसी तरह भाजयुमो में भी उन्हें के समर्थक शामिल है।
भाजपा में सबसे ज्यादा क्रेज और जलवा-जुलूम युवा मोर्चा में होता है। क्योंकि युवाओं की फौज इससे ही प्रभावित होती है।
इस लिस्ट में अधिकांश नाम राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय और राकेश पांडेय के समर्थकों के हैं। अधिकांश का मतलब 85% से ज्यादा समर्थक सिर्फ सरोज व राकेश समर्थक हैं। जबकि सांसद विजय बघेल, विधायक विद्यारतन भसीन और पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय के यहां से इक्का-दूक्का नाम है। जिन्हें एडजस्टमेंट के तौर पर रखा गया है।
वर्तमान में भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला भिलाई की घोषणा हुई जिसमें ज़िले के एक मात्र भाजपा विधायकऔर सांसद विजय बघेल के समर्थक को जगह नही मिली ना ही पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय के समर्थक के है ।आगामी होने वाले चुनावों में इसका नतीजा भारतीय जनता पार्टी को भुगतना पड़ सकता है
कवर पाल सिंह ,रोहन सिंह,मयंक गुप्ता जैसे युवा नेता को युवा मोर्चा में कार्यकर्ताओं को पद ना मिलने से युवा नेता आक्रोशित हो गये है । साथ ही इन नेताओ की नाराज़गी से भारतीय जनता पार्टी को इसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है
युवा नेता मयंक गुप्ता ने FB में लिखा है कि, आज BJYM की कार्यकारिणी देखकर तरस आ आ गई, "शहर में दो सक्रिय समितियों श्रीराम जन्मोत्सव समिति के प्रखंड और बोल बम समिति के मंडल से भी कमजोर बन गई जिले की कार्यकारिणी। ये तो प्राइवेट लिमीटेड कंपनी बन गई, न कि संगठन।
इस पूरी घटना से आला कमान प्रदेश के नेताओं का कोई भी हस्तक्षेप नहीं है जिला भिलाई के युवा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश में अपनी पीड़ा बताने पर भी उसका कोई समाधान नहीं निकला है