अभी हाल में छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष कौशिक जी द्वारा भी इसी तरह का प्रश्न छत्तीसगढ़ की विधानसभा में उठाया गया था और लगभग इसी प्रकार का उत्तर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विधानसभा में दिया गया




मनेंद्रगढ़। अभी हाल में छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष कौशिक जी द्वारा भी इसी तरह का प्रश्न छत्तीसगढ़ की विधानसभा में उठाया गया था और लगभग इसी प्रकार का उत्तर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विधानसभा में दिया गया था।
भारतवर्ष में आज वर्ग संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो रही है। शासकीय क्षेत्र में क्या सार्वजनिक क्षेत्र में जैसे-जैसे कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि हुई है,सुविधाओं में वृद्धि हुई है। उसी क्रम में लगातार कार्य क्षमता और कार्यकुशलता का ह्रास हुआ है।
ऐसा लगता है सदियों तक मुगलों और अंग्रेजों की गुलामी करते करते हमारी रगों में गुलामों का रक्त या गुलाम की मानसिकता दौड़ रही है। हम लोग बिना चाबुक के कुछ भी नहीं करना चाहते हैं।
शासकीय और सार्वजनिक उद्योग के क्षेत्र हो , संगठित क्षेत्र में इतना अधिक वेतन है ,इतनी अधिक सुविधाएं हैं। वहीं दूसरी ओर हमारे जो भाई इस प्रकार की नौकरी नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं या जो निजी क्षेत्र में काम कर रहे हैं वह बहुत कम वेतन में ,बहुत अधिक कार्य कुशलता के साथ बहुत अधिक कार्य अवधि के साथ परिणाम मूलक कार्य कर रहे हैं।
रोजगार का सामान्य आज शासकीय नौकरी से लिया जा रहा है जबकि निजी क्षेत्र में रोजगार लगातार मिल रहे हैं ।हां यह बात अलग है कि विगत 2 वर्ष में कोरोनावायरस के कारण पूरा विश्व परेशान था। इसलिए जीवन के सभी क्षेत्रों पर इसका प्रभाव पड़ा है।
भारतवर्ष में व्यक्तिगत रूप से यहां के नागरिक निश्चित रूप से धनाढ्य हुए हैं। परंतु भारत सरकार या प्रांतीय सरकारें हो लगातार कर्जदार हो जा रही हैं। और इन्हें अपने ही बजट का बहुत बड़ा हिस्सा ब्याज के रूप में चुकाने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है।
आप पार्टी निश्चित रूप से राजनीतिक क्षेत्र में एक सुचिता, नए उत्साह एवं उमंग के साथ आई है। घनघोर अंधेरे में एक उम्मीद की किरण है। आज पंजाब में मुख्यमंत्री के साथ-साथ मुख्यमंत्री पद के या यूं कहें जिन्होंने कई दशकों तक राजनीति में अपना साम्राज्य बना कर रखा था ।वह भी पराजय का मुंह देखने के लिए विवश हो गए हैं।
संगठित रूप से आप पार्टी पर तरह-तरह के आरोप प्रत्यारोप लगातार लगाए जा रहे हैं। परंतु मेरी अपनी मान्यता है कि राजनीति में यदि थोड़ी बहुत उम्मीद की किरण है तो वह केवल और केवल आप पार्टी से है। क्योंकि धर्म के वशीभूत होकर, जातिगत आधार के पर कुछ समय के लिए ,लोगों को बरगलाया जा सकता है ।परंतु जनहित में समाज हित में लंबी रेस का घोड़ा आप पार्टी की सिद्ध होगी ।ऐसी मेरी व्यक्तिगत मान्यता है। मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मेरा किसी भी राजनीतिक दल से दूर-दूर तक कोसों दूर तक कोई भी संबंध नहीं है।