Ration EPOS: अब राशन तौल में कोटेदार नहीं कर सकेंगे गड़बड़ी! सरकार ने ईपोस को इलेक्ट्रॉनिक तराजू से जोड़ा...
Ration EPOS: Now Kotdars will not be able to make mistakes in ration weighing! The government has linked Epos with electronic scales. Ration EPOS: अब राशन तौल में कोटेदार नहीं कर सकेंगे गड़बड़ी! सरकार ने ईपोस को इलेक्ट्रॉनिक तराजू से जोड़ा...




दरअसल, ग्राहकों की तरफ से कई बार राशन के तौल में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही थीं जिसके बाद सरकार ने अब राशन की दुकानों पर इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल लगाना अनिवार्य कर दिया है. अब कोई भी राशन डीलर बिना इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट के सरकारी राशन की दुकान पर राशन नहीं बेच पाएंगे. इसके जरिये राशन बांटने की प्रक्रिया को आसान बनाया जा रहा है. (Ration EPOS)
सरकारी राशन दुकानों के लिए आया नया नियम :
सरकारी राशन लेने वाले लोगों को सही मात्रा में राशन मिले इसके लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (National Food Security Law) के तहत राशन की दुकानों पर इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल (EPOS) को इलेक्ट्रॉनिक तराजू से जोड़ दिया है. सरकार ने राशन की दुकानों में पारदर्शिताEPOS बढ़ाने के उद्देश्य से यह नया नियम लागू किया है. गौरतलब है कि ग्राहकों की ओर से कम तौल वाले मामलों की बहुत शिकायतें आ रही थीं. (Ration EPOS)
क्या हैं नए नियम के प्रावधान :
केंद्र सरकार ने टारगेट पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (TPDS) को चलाने के लिए अधिनियम की धारा 12 के तहत राशन के तौल में सुधार किया है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के जरिये सरकार देश के करीब 80 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति हर महीने 5 किलो गेहूं और चावल 2 से 3 रुपये प्रति किलो की रियायती दरों पर दे रही है. (Ration EPOS)
नियमों में हुआ बदलाव :
इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल के तहत नए नियमों के लागू होने से राशन वितरण में पारदर्शिता आएगी. साथ ही सरकार के एक अधिकारी का कहना है कि EPOS से राशन देने के लिए राशन डीलरों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार उन्हें 17 रुपये प्रति क्विंटल का एक्स्ट्रा प्रॉफिट देगी. (Ration EPOS)