दिग्गज कारोबारी का 83 साल की उम्र में निधन: 50 साल तक बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे.... 2001 में मिला था पद्म भूषण.... लंबे वक्त से कैंसर से लड़ रहे थे.... एक बार मोदी सरकार के लिए कही थी यह बड़ी बात.....

Rahul Bajaj Passes Away Said goodbye to the world at the age of 83 Padma Bhushan was received in 2001

दिग्गज कारोबारी का 83 साल की उम्र में निधन: 50 साल तक बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे.... 2001 में मिला था पद्म भूषण.... लंबे वक्त से कैंसर से लड़ रहे थे.... एक बार मोदी सरकार के लिए कही थी यह बड़ी बात.....

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नई दिल्ली। बजाज ग्रुप के पूर्व चेयरमैन और मशहूर उद्योगपति राहुल बजाज का शनिवार को पुणे में निधन हो गया। वो 83 वर्ष के थे। राहुल बजाज करीब 50 सालों तक बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे थे। उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। राहुल बजाज ने पिछले साल अप्रैल में बजाय ऑटो के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। बजाज ऑटो भारतीय कारोबार खासकर ऑटोमोबाइल क्षेत्र में जानामाना नाम रहा है। इसकी टैगलाइन यू जस्ट कांट बीट ए बजाज रही। उसके दोपहिया वाहन का ऐड हमारा बजाज भी काफी सुर्खियों में रहा। वह लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। 

वह करीब 5 दशक तक बजाज ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े रहे। राहुल बजाज करीब 50 साल तक बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे। साल 2001 में उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राहुल बजाज स्वतंत्रता सेनानी जमनालाल बजाज के पोते थे। उनकी पढ़ाई दिल्ली के ही सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हुई थी, हालांकि लॉ की डिग्री हासिल करने के लिए वो मुंबई पहुंचे। उनके नेतृत्व में बजाज ऑटो का टर्नओवर 7.2 करोड़ से 12 हजार करोड़ तक पहुंच गया और देश की अग्रणी स्कूटर और दोपहिया वाहन बेचने वाली कंपनी बन गई थी।

राहुल बजाज ने अर्थशास्त्र और कानून की पढ़ाई की थी। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में ऑनर्स की डिग्री, बॉम्बे विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए भी किया था। 2008 में उन्होंने बजाज ऑटो को तीन यूनिट में बांट दिया था। इसमें बजाज ऑटो, फाइनेंस कंपनी बजाज फिनसर्व और एक होल्डिंग कंपनी। राहुल बजाज भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक उद्योगपति और मोहनदास करमचंद गांधी के प्रमुख समर्थक जमनालाल बजाज के पोते थे।

उद्योगपति किरण मजूमदार शॉ ने राहुल बजाज के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि ये बेहद दुखद समाचार है। वो मेरे करीबी मित्र थे और मैं उनकी कमी बहुत महसूस करूंगी। देश ने अपने एक महान सपूत को खो दिया है। राहुल बजाज की अगुवाई में ही बजाज ऑटो का टर्नओवर 7.2 करोड़ रुपये से 12 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचा। इसके साथ वो दोपहिया वाहन बनाने वाली देश की शीर्ष कंपनियों में शुमार हो गई। 90 के दशक में बजाज ग्रुप का हमारा बजाज विज्ञापन घर-घर तक बेहद चर्चित रहा। 

बजाज को साल 2001 में उद्योग जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी कारोबारी राहुल बजाज के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने राहुल बजाज के साथ उनकी करीब 40 साल तक दोस्ती को भी याद किया है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।