श्री झूलेलाल मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा




चित्तौड़गढ़। श्री झूलेलाल मन्दिर प्रताप नगर सिन्धी कॉलोनी में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी उदासीन, प्रेम प्रकाश आश्रम अजमेर के राजूराम साईं व श्री चंद धाम चित्तौड़गढ़ के गुरदास जी उदासी के सानिध्य मे तीन दिवसीय अमृत मंगल प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आज दिनांक 11 सितंबर 2021 शनिवार को तीन दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिवस प्रातःकालीन सत्र में
आचार्य पं सत्यनारायण शर्मा पं देवकिशन शास्त्री, पं मनोज कुमार शर्मा, पं शिवराज शर्मा, पं राजेश शास्त्री, पं संजीव शास्त्री, पं प्रदीप शर्मा सात वैदिक ब्राह्मणो के द्वारा वैदिक मन्त्रोंचार के साथ सात जोड़ो से मण्डल पुजन, गणपती लक्ष्मी अभिषेक व हवन सम्पन्न हुआ और मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा व अभिषेक सम्पन्न हुआ और अभिजित मुहूर्त में महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी उदासीन के सानिध्य मे मूर्ति स्थापना करके धर्म ध्वजा साहेब चढ़ाया गया, तत्पश्चात् हवन की पूर्णाहुति एवं आरती सम्पन्न कर भंडारा कर कार्यक्रम को विराम दिया गया। कल दिनांक 10 सितंबर 2021 शुक्रवार को पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी ने भक्तों व अनुयायियों को अपने आशीर्वचनों के माध्यम से नामदेव की कथा का श्रवण कराया । उन्होंने बताया कि ईश्वर को भोग लगाने के लिए अहंकार नहीं सच्चे भाव की आवश्यकता होती है। नामदेव ने जब अपना अहंकार छोड़ कर सच्चे व सरल भाव से ईश्वर को दूध माखन मिश्री लड्डू का भोग लगाया तो भगवान स्वयं प्रकट हुए और प्रसाद ग्रहण किया। उनके इसी भाव के कारण उन्हें अपने जीवन काल में 72 बार प्राप्त दर्शन हुए।। स्वामी जी ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात् मूर्ति केवल मूर्ति मात्र नहीं रहती , अपितु उसमें ईश्वर स्वयं वास करते हैं। सभी को नित्य प्रतिदिन सेवा सिमरन व समय पर आरती पूजन करना चाहिए । झूलेलाल सनातन मंदिर में झूलेलाल भगवान के साथ-साथ गणपति भगवान, राधा किशन जी भगवान, बालाजी महाराज , अंबे माता वह शिव परिवार की मूर्तियां की प्राण प्रतिष्ठा कर विराजित की गई।