महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एनडीए में चुनाव को लेकर तैयारी जोरों पर भाजपा के सहयोगी शिवसेना और एनसीपी में किसको मिल सकता हैँ कितनी सीटें जानें पढ़े पूरी ख़बर




लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बुरी हार झेलने वाले एनडीए के भीतर विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. गठबंधन के तीनों दल भाजपा, शिवसेना और एनसीपी जोरशोर से चुनावी तैयारी में जुटे हुए हैं.
इस बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर आ रही है कि गठबंधन ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है. इसके मुताबिक भाजपा 150-160, शिवसेना (शिंदे कैंप) 80-85 और एनसीपी (अजीत पवार) 45-50 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है. इसके साथ ही भाजपा दशहरा के बाद अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर सकती है.
जानकारों का मानना है कि इस सीट बंटवारे में भाजपा ने अपने कद से हिसाब से काफी हद तक 2019 के फॉर्मूले को अपनाया है. 2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना का विभाजन नहीं हुआ है. वह शिवसेना भाजपा के साथ गठबंधन की साझेदार थी. उस वक्त राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 152 सीटों पर चुनाव लड़ा. उस वक्त की शिवसेना ने 124 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. बाकी की 12 अन्य सीटों पर गठबंधन के अन्य उम्मीदवार मैदान में थे.
उस चुनाव में भाजपा के 105 सीटों पर जीत मिली थी. शिवसेना के खाते में 56 सीटें आईं. लेकिन नतीजे आने के बाद सीएम पद को लेकर दोनों दलों में विवाद बढ़ गया और यह गठबंधन टूट गया. फिर शिवसेना उस वक्त विपक्षी यूपीए के साथ आ गई है. फिर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में राज्य में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी. हालांकि, बाद में फिर शिवसेना और एनसीपी में टूट गई और राज्य की राजनीति पूरी तरह बदल गई.
भाजपा 2019 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. लेकिन, बावजूद इसके राज्य में कोई स्थिर सरकार नहीं बन पाई. आज हालत यह है कि 105 सीटों पर जीत हासिल करने वाली पार्टी के नेता राज्य में उपमुख्यमंत्री हैं. भाजपा 2024 के चुनाव में अपनी यह बढ़त बनाए रखना चाहती है. वह अपने खाते की सीटों से कोई समझौता करती नहीं दिख रही है. दूसरी तरफ उसकी सहयोगी दलों की स्थिति बीते चुनाव की तुलना में कमजोर हुई है. दोनों सहयोगी दल मुख्य पार्टी में टूटकर उसके साथ आई हैं. ऐसे में सहयोगी दलों के दबाव के बावजूद भाजपा अपनी पुरानी स्थिति से टस से मस होती नहीं दिख रही है.