रोजगार सहायक राजेश साहू पर इतनी मेहरबानी क्यों डेढ़ महीना बीत जानें के बाद भी नहीं लिया प्रभार क्या मनरेगा के बड़े अधिकारी भी डर कर करते हैं काम या हैं कोई और कारण जानें पढ़े पूरी ख़बर

रोजगार सहायक राजेश साहू पर इतनी मेहरबानी क्यों डेढ़ महीना बीत जानें के बाद भी नहीं लिया प्रभार क्या मनरेगा के बड़े अधिकारी भी डर कर करते हैं काम या हैं कोई और कारण जानें पढ़े पूरी ख़बर
रोजगार सहायक राजेश साहू पर इतनी मेहरबानी क्यों डेढ़ महीना बीत जानें के बाद भी नहीं लिया प्रभार क्या मनरेगा के बड़े अधिकारी भी डर कर करते हैं काम या हैं कोई और कारण जानें पढ़े पूरी ख़बर

बिलासपुर//ऐसा सिर्फ मस्तूरी में ही संभव है एक रोजगार सहायक को बचाने के लिए विभाग ने अपनी पूरी शक्ति लगा दी एक आदमी के चक्कर में पूरे मनरेगा विभाग का छवि यहां धूमिल किया जा रहा है ऐसी कौन सी बड़ी आफत आ गई थी जिसके वजह से इनको ओखर से मचहा भेजा गया और यह क्यों पुनः ओखर का प्रभार नहीं ले रहे हैं रोजगार सहायक क्या इतने बड़े हो चुके हैं कि उनके लिए इन्होंने शासन के आदेश को भी दरकिनार करते हुए पहली प्राथमिकता लाडले रोजगार सहायक को दिया मनरेगा शाखा को रोजगार सहायक चला रहा है या बड़े अधिकारी विश्वस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनरेगा शाखा में बड़े-बड़े अधिकारी रोजगार सहायक के हिसाब से काम कर रहें हैं तभी तो उनको मनचाहा पोस्टिंग भी दे रहे हैं 1 महीने से अधिक समय हो जाने के बाद भी मनरेगा शाखा में बैठ बड़े अधिकारी यह पूछने की बजाय कि आपने प्रभार मचहा का छोड़कर ओखर का क्यों नहीं लिया अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाने के बजाय यह उसके बचाव में उतर आए हैं जिन्होंने आदेश जारी किया है वह भी नहीं पूछ पा रहे हैं कि आखिर लाडले रोजगार सहायक पर इतनी मेहरबानी क्यों हो रही है मनरेगा शाखा में बैठे बड़े-बड़े अधिकारी भी यह नहीं पूछ पा रहे हैं कि आपने ओखर की जिम्मेदारी क्यों नहीं ली जब आदेश जारी हुए डेढ़ महीने हो चुके हैं आखिर रोजगार सहायक की ऐसी कौन सी मजबूरी है जिसके वजह से यह ओखर आना नहीं चाह रहे हैं और मचहा छोड़ना नहीं चाह रहे हैं जब खपरी के रोजगार सहायक रीता सोनी ओखर छोड़कर खपरी चली गई है तो राजेश साहू को मचहा छोड़ने में क्या समस्या हो रही है क्यों वह मचहा में बिना किसी पद में रहें बिना चिपका हुआ है काम करा रहा हैं और क्यों जिम्मेदार इससे एक भी सवाल करने से डरते हैं सोचने वाली बात है जानने योग्य बात है कि आखिर रोजगार सहायक राजेश साहू जो मस्तूरी ब्लॉक के रोजगार सहायक संघ के अध्यक्ष भी बताये जाते हैं एक और बात पहले इन्होंने ऐसा क्या किया था कि इनको ओखर छोड़कर मचहा जाना पड़ा था उस समय में भी मनरेगा शाखा में बैठे इन्हीं अधिकारियों ने आंख बंद करके इनको सपोर्ट किया था.रोजगार सहायक राजेश साहू को आदेश के अनुसार ओखर का प्रभार लेने नहीं बोल पा रहे हैं ऐसी जानकारी आई है कि अब यह मामला तूल पकड़ते जा रहा हैं और जल्द ही न्याय की उम्मीद में इस मामले को लेकर जिम्मेदारों के खिलाफ लोग बिलासपुर जिलाधीश के पास पहुंचने वाले हैं !