जयरामनगर से कौड़िया मुड़पार पहुंच मार्ग में बीते बुधवार को शाम तकरीबन 7:00 बजे बेलटुकरी के पास बाइक व ट्रेक्टर में भिड़ंत एक की मौत ग्रामीणों का आरोप अधूरे बने रोड के कारण हो रही रोज छोटी बड़ी दुर्घटनाये ठेकेदार व अधिकारीयों पर लगाए गंभीर आरोप

जयरामनगर से कौड़िया मुड़पार पहुंच मार्ग में बीते बुधवार को शाम तकरीबन 7:00 बजे बेलटुकरी के पास बाइक व ट्रेक्टर में भिड़ंत एक की मौत ग्रामीणों का आरोप अधूरे बने रोड के कारण हो रही रोज छोटी बड़ी दुर्घटनाये ठेकेदार व अधिकारीयों पर लगाए गंभीर आरोप

मिली जानकारी के अनुसार 
जयरामनगर से कौड़िया मुड़पार पहुंच मार्ग में बीते बुधवार को शाम तकरीबन 7:00 बजे बेलटुकरी के पास बाइक व ट्रेक्टर में भिड़ंत हो गई जिसमे बाइक सवार जवाहर केवट पिता कृष्णा केवट निवासी कछार जयरामनगर की मौके पर ही मौत हो गई जहाँ तत्काल मौके पर पहुंची मस्तूरी पुलिस मोर्चा संभाला ग्रामीणों को समझा बुझा कर सांत कराया ! मर्ग कायम कर डेड बॉडी को पी एम के लिए मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र लाया मालूम हो कि जयरामनगर से कौड़िया बेलटुकरी मुड़पार पहुंच मार्ग विगत कई महीनों से बन रहा है जिसका निर्माण कार्य कछुए की गति से हो रही है कछार सरपंच शैलेंद्र यादव ने ठेकेदार उमाशंकर राठौर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ठेकेदार की लापरवाही की वजह से आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएं होती रहती है स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राएं राहगीर व ग्रामीण अधूरे बना कर छोड़े गए रोड का शिकार आये दिन हो रहे है पर अभी तक किसी को जान माल की हानि नहीं हुई थी पर कल की दुर्घटना ने न सिर्फ एक माँ से उनका बेटा छिना बल्कि पुरे परिवार का रखवाला मुखिया छीन लिया है जिससे पुरे परिवार का रो रो कर हालत ख़राब है एक गरीब परिवार का मुखिया जिसके भरोशे पूरा परिवार गुजर बसर कर रहा था उसी को अधूरे बने रोड ने मौत के आगोश में भेज दिया है अब आस पास के गांव वाले भी बहुत आक्रोशित हो गए है और ठेकेदार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी है सरपंच शैलेंद्र यादव ने बताया कि ग्रामीण अपने गांव की ओर जा रहा था तब सामने से आ रही ट्रेक्टर से जा टकराया अधूरे बने रोड में गिट्टी डाल कर छोड़ दिया गया है उसी गिट्टी की वजह से किनारे से निकलने की कोशिस में ग्रामीण की बाइक गिट्टी की वजह से अन बैलेंस हो गया और बड़ी गाड़ी से जा टकराया पर ट्रेक्टर ड्राइवर की भी इसमें लापरवाही सामने आ रही है चस्मदीदो के अनुसार अगर ट्रेक्टर की स्पीड कम होती तो भी इतनी बड़ी घटना नहीं होती बहरहाल अब देखना ये होगा की सम्बंधित अधिकारी इस पर कब संज्ञान लेते है और कब क्षेत्र के ग्रामीणों को इस अधूरे बने रोड में हो रही छोटी बड़ी दुर्घटनाओं से मुक्ति मिलती है