शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बुढ़ीखार मे हमर तिरंगा कार्यक्रम कृषि समृद्धि के तहत विकास झांकी का किया गया आयोजन पढ़े पूरी खबर




शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बुढ़ीखार विकास खंड मस्तूरी में आज "हमर तिरंगा "कार्यक्रम कृषि समृद्धि के तहत विकास "झांकी "का आयोजन किया गया जहां छात्र छात्राओं ने अपनी अपनी कला कृतियों का प्रदर्शन किया जिसको उपस्थित सभी ने सराहा
इस विषय में प्रभारी प्राचार्य शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बुढ़ीखार काशीराम रजक ने बताया की
किसी राष्ट्र का “राष्ट्रीय ध्वज” उस राष्ट्र के स्वतंत्रता का प्रतीक है। प्रत्येक स्वतंत्र राष्ट्र का एक अपना राष्ट्रीय ध्वज होता है। इसी प्रकार से हमारे देश का भी राष्ट्र ध्वज है, जिसे तिरंगा कहते हैं। भारत का राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगा भारत का गौरव है और यह प्रत्येक भारतवासी के लिए बहुत महत्व रखता है। यह ज्यादातर राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर तथा भारत के लिए गर्व के क्षणों में लहराया जाता है।
भारत के राष्ट्रीय ध्वज को तिरंगा कहते हैं, राष्ट्रीय ध्वज देश की स्वतंत्रता का प्रतीक होता है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज में, तीन रंग विद्यमान हैं, इसके वजह से इसका नाम तिरंगा रखा गया है। पहले के राष्ट्रध्वज संहिता के अनुसार केवल सरकार तथा उनके संगठन के माध्यम से ही राष्ट्र पर्व के अवसर पर ध्वज फहराने का प्रावधान था। परन्तु उद्योगपति जिन्दल के न्यायपालिका में अर्जी देने के बाद ध्वज संहिता में संशोधन लाया गया। कुछ निर्देशों के साथ निजी क्षेत्र, स्कूल, कार्यालयों आदि में ध्वज लहराने की अनुमति दी गई।