सर्प दंश से फिर एक बार सुना हुआ माँ का गोद सोन निवासी बमलेश पटेल 11 वर्ष अपने बड़े भाई कमलेश पटेल को जगाने गए थे बिस्तर में छिपे जहरीले सांप ने काटा अंधविस्वास के कारण नहीं मिला डॉक्टरी इलाज मौत पढ़े पूरी खबर

सर्प दंश से फिर एक बार सुना हुआ माँ का गोद सोन निवासी बमलेश पटेल 11 वर्ष अपने बड़े भाई कमलेश पटेल को जगाने गए थे बिस्तर में छिपे जहरीले सांप ने काटा अंधविस्वास के कारण नहीं मिला डॉक्टरी इलाज मौत पढ़े पूरी खबर
सर्प दंश से फिर एक बार सुना हुआ माँ का गोद सोन निवासी बमलेश पटेल 11 वर्ष अपने बड़े भाई कमलेश पटेल को जगाने गए थे बिस्तर में छिपे जहरीले सांप ने काटा अंधविस्वास के कारण नहीं मिला डॉक्टरी इलाज मौत पढ़े पूरी खबर

बिलासपुर मस्तूरी,,मस्तूरी ब्लॉक के पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोन मे आज सुबह निचे बिस्तर लगाकर सो रहे बड़े भाई को उठाने गए छोटे भाई को किसी जहरीले सांप ने काट लिया जिसके बाद परिजनों ने वैध (बैगा) के चक्कर मे घंटो समय बर्बाद कर दिया और एक बार फिर अंध विश्वास के कारण मासूम की मौत हो गई।मिली जानकारी के अनुसार पचपेड़ी थाना मे दोपहर 12 बजे के आसपास ग्राम पंचायत सोन जोंधरा के कोटवार सुरेश कुमार ने थाना आकर बताया की आज सुबह तक़रीबन 7 बजे मृतक बमलेश पटेल पिता बालचंद पटेल उम्र 11 वर्ष अपने बड़े भाई कमलेश पटेल जो निचे बिस्तर मे सोया था उसे जगाने गया था।
बिस्तर के पास बैठकर अपने बड़े भाई को जगा ही रहा था तभी बिस्तर मे पहले से छिपे किसी जहरीले शर्प ने बच्चे के बाह के निचे भाग को काट लिया। बच्चे को सांप के काटने के बाद बच्चे ने घर मे सांप सांप चिल्लाकर घर मे मौजूद परिजनों को आवाज दी तब बच्चे के पिता बालचंद पटेल बिस्तर के पास पहुँचे तब तक सांप भाग चूका था। सांप के काटने के निशान को देखकर पास के गांव कुकुर्दिकला में वैध (बैगा) के पास ले जाया गया 
जहाँ वैध के न मिलने से बच्चे को फिर से पास के ही गांव गोड़ाडीह में एक और वैध के पास ले जाया गया जहाँ वैध के द्वारा बच्चे को तत्काल हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी गई  जिसपर बच्चे के पिता ने बच्चे को हॉस्पिटल के बजाये अपने घर ले आया जहाँ आहत बच्चे की मौत हो गई। अगर समय रहते बच्चे को उचित हॉस्पिटल का उपचार मिल जाता तो शायद बच्चे की जान बच सकती थी।फिलहाल पचपेड़ी पुलिस मौक़े पर पहुँच पंचनामा कर शव को पोस्टमार्डम के लिए भेज आगे की कार्यवाही मे जुट गई है अगर बच्चे को सही टाइम पर डॉक्टरी इलाज मिल गया होता तो आज एक माँ कि गोद भरी होती हम अपने खबर (नयाभारत लाइव )के माध्यम से आप सभी को बताना चाहते है कि कभी भी शर्प दंश कि समस्या हो तो बिना समय गवाय सीधा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर ही इलाज कराये