कालिंदी पावर प्लांट के लिए खपरी बेलपान में आज होनी है जन सुनवाई आसपास के कई सरपंच पूर्व ही प्रदुषण को लेकर दिखा रहे कड़ा रुख पढ़े पूरी खबर




मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम खपरी मानिकचौरी रहटाटोर जैतपुरी कोकड़ी के बीचो बिच बनने वाले कालिंदी इस्पात की की एक और प्रोजेक्ट कालिंदी पावर प्लांट के लिए आज सुबह 11 बजे जन सुनवाई रखी गई है हालांकि इसके पूर्व ही कई गांव के जनप्रतिनिधि एक निजी न्यूज चैनल के माध्यम से प्रदुषण को लेकर अपना विरोध ब्यक्त कर चुके है इसके अलावा आसपास के ग्रामीणों ने भी प्रदुषण को लेकर विरोध में सुर बुलंद करना शुरू कर दिया है ग्रामीण इसके विषय में ज्यादा तो नहीं समझते पर उनसे जब हमने बात किया तो वो प्रदुषण को लेकर बहुत चिंतित नजर आये उनका कहना था की कालिंदी स्पात से आसपास का क्षेत्र जमीन पेड़ पौधे का रंग काला हो गया है और कही और प्लांट लगा तो प्रदुषण और बढ़ेगा जिससे उनकी समस्या बढ़ जाएगी ! अब देखना होगा की इनका विरोध जन सुनवाई तक कायम रहता है या ये नरम होने वाले है बहरहाल कालिंदी इस्पात के जी एम सिंह ने बताया की पावर प्लांट के लिए आज जनसुनवाई होने वाली है जिसकी तैयारी पूरी हो चुकी है
चलिए हम आपको ताप विद्युत् के लाभ और हानि के विषय में बताते है
ताप विद्युत संयंत्रों के लाभ
थर्मल पावर प्लांट से ऊर्जा बनाना आसान
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इस्तेमाल किया जाने वाला ईंधन (कोयला) सस्ता है
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थर्मल पावर प्लांट को ईंधन और पानी की आपूर्ति
के पास कहीं भी स्थापित किया जा सकता है
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इसमें हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन की तुलना में
कम जगह की आवश्यकता होती है
ताप विद्युत संयंत्रों के नुकसान
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थर्मल पावर प्लांट बिजली पैदा करने के लिए
जीवाश्म ईंधन का उपयोग करते हैं, और ये जीवाश्म
ईंधन प्रदूषण का कारण बनते हैं
पानी को भाप में बदलने के लिए एक बड़े जल स्रोत
की आवश्यकता होती है
इसकी समग्र दक्षता कम है
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इसकी रखरखाव लागत अधिक है