साकरा घठुला सिहावा बेलरगांव क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा सट्टा व अवैध शराब का कारोबार...पुलिस प्रशासन गहरी नींद में....... पढ़िए पूरी खबर...




छत्तीसगढ़ धमतरी... जिले के सिहावा थाना क्षेत्र मे इन दिनो सट्टा व अवैध शराब का काम धडल्ले से चल रहा है जहा शाम होते ही शराबियो व सट्टा के कार्यो मे लिप्त लोगो का जमावाडा हो जाता है जिससे पुलिस व सट्टा खाईवाल के मिलिभगत से भी इन्कार नही किया जा सकता...
उल्लेखनिय है की जब से धमतरी मे नये एस पी प्रशान्त ठाकुर ने कार्यभार सम्हाला है तब से अवैध कार्यो शराब सट्टा व शहर की यातायात व्यवस्था व अनलिगल तरीके से कार्य करने वालो के उपर सक्ती से कार्यवाही कर रहे है जिसके चलते शराब सट्टा व अनैतिक कार्य कयने वालो के हौसले पस्त हो गये है व बार बार पुलिस के अधिकारियो की मिटिग लेकर अवैध कार्यो पर सक्ती से कार्यवाही के भी निर्देश दे रहे है जिसी के चलते नगरी सिहावा क्षेत्र के खाईवाल ठण्डे हो गये व काम बंद कर अंडरगाऊन हो गये जिसका फायदा एक नये खाईवाल के रूप मे उभर कर इन दिनो बगैर कोई भय के सट्टे के कार्य मे लिप्त हो कर धडल्ले से सट्टे का कार्य संचालित कर रहा है जो इस कार्य मे नये नये युवाओ को मोटी कमाई का लालच दे कर सट्टे के कार्य मे लिप्त कर रहे है और युवा भी मोटी कमाई के चक्कर मे अपने भविष्य खतरे मे डालकर सट्टे के कार्य को अंजाम दे रहे है रातों रात अमीर बनने के चक्कर में युवा से लेकर बूढ़े इस कारोबार में फंसकर अपनी कीमती कमाई गंवा रहे हैं...जो इन दिनो साकरा ,घठुला ,बेलर ,सिहावा जैसे बडे बडे जगहो मे अपना वर्चस्व बना रहे है जहा आज सट्टे के इस खेल मे स्कूली छात्र भी अपने पाकेट मनी को सट्टे मे लगाकर ज्यादा पैसे पाने के चक्कर मे इस।अनैतिक खेल मे धसते जा रहे है ऐसा नही की पुलिस को इसके बारे मे जानकारी नही कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती की जाती है जिसके चलते पुलिस के कार्यशैली को लेकर भी प्रश्नचिन्ह लगने लगा है....
शाम होते ही शराबियो का जमावाडा....
पुलिस द्वारा पेट्रोलिग गस्त नही होने के चलते शाम होते ही गाव गाव मे शराबियो का जमावाडा हो जाता है जहा शराब के नशे मे बाईक चालक मनमानी करने से बाज नही आते जहा हमेशिक दुर्घटना की आशंका बनी रही रहती है सबसे ज्यादा खतरा घठुला से बोरई मार्ग मे बना रहता है जहा बडी बडी मालवाहक गाडिया स्पीड से गुजरती है जो घठुला के मेन चौक पर भी स्पीड कन्ट्रोल नही करते जहा ग्रामीणो द्वारा हमेशा पुलिस स्टाईपर की कमी खलती है ग्रामीणो द्वारा यहा स्टाईपर लगाने की भी माग की जा चुकी है