संभाग मुख्यालय में आम आदमी पार्टी के 200 से अधिक कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर किया प्रदर्शन




● मेडिकल कॉलेज के महिला सफ़ाई कर्मचारियों को नही मिलती एक भी दिन अवकाश !
भूपेश सरकार की दो दिन अवकाश की घोषणा इन पर लागू होगी ? - तरुणा साबे
● मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की महिला सफ़ाई कर्मचारियों को सालों से वेतन नही ; घर चलाना तक हो रहा दूभर - आम आदमी पार्टी
छत्तीसगढ़ / जगदलपुर । आम आदमी पार्टी बस्तर की जिला अध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर के नेतृत्व में चिकित्सा विभाग में कार्यरत 168 महिला सफाई कर्मचारियों के वेतन विसंगति संबन्धित समस्यायों के निराकरण हेतु स्थानीय गोलबाजार चौक से कोतवाली थाना चौक तक मानव श्रृंखला बना कर अनोखे अंदाज़ में प्रदर्शन किया गया।
गौरतलब हो कि बस्तर जिला में संचालित मेडिकल कालेज और अस्पताल में सफाई कर्मचारी जो विगत ग्यारह बारह सालों से कार्यरत हैं अपनी वेतन विसंगतियों की मांग को लेकर लगातार अधिकारियों से पत्राचार कर रहे हैं लेकिन कोई अधिकारी या नेता उनकी मांग पर सुध नही ले रहे हैं। ज्ञात हो कि ये सफाई कर्मचारी जिनकी संख्या लगभग 168 है, उनको न्यूनतम वेतनमान के तहत राशि देने की बात प्रशासन कर रही है लेकिन उनके खाते में हर महीने सिर्फ 7000 वेतन ही दिया जाता है। श्रम कानून का उलंघन करते हुए प्रशासन द्वारा उनको एक दिन भी अवकाश नही दे रही है, पूरे महीने उनसे अस्पताल की सफाई टॉयलेट बाथरूम की सफाई का कार्य लिया जा रहा है। आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की सदस्य व बस्तर जिला अध्यक्ष तरुणा साबे का कहना हैकि चिकित्सा विभाग के अंतर्गत बस्तर चिकित्सा महाविद्यालय व चिकित्सा अस्पताल में कार्यरत सैकड़ो महिला सफ़ाई कर्मचारियों के साथ हो रहे शोषण की शिकायत ज़िला श्रम पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर दर्ज़ कराई गई थी। लेकिन लगभग एक सप्ताह होने के बावजूद भी अब तक कोई प्रशासनिक जांच और कार्यवाही नही दिखाई दे रही है।
उन्होंने भूपेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि विगत दिनों राज्य के मुख्यमंत्री का 26 जनवरी के दिन बस्तर प्रवास था। उस दिन उन्होंने पूरे छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों हेतु सप्ताह में 2 दिन की अवकाश की घोषणा की है। लेकिन 11 सालों से काम करने वाली इन महिला अस्पताल सफाई कर्मियों को अस्पताल प्रबंधन और श्रम अधिकारी के लापरवाही के चलते 1 दिन की भी अवकाश नही दी जाती है। क्या सच में ऐसे कर्मचारियों को दो दिन का अवकाश दिया जाएगा, या भूपेश सरकार के अन्य जुमले वादे की तरह यह भी सिर्फ कागजों तक सीमित रह जाएगा ?
कर्मचारियों के हक़ का न्यूनतम वेतनमान में कटौती होता देखकर भी श्रम अधिकारी ने चूप्पी साध रखी है - शुभम सिंह, विधानसभा अध्यक्ष - आम आदमी पार्टी
प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष शुभम सिंह बताया कि बस्तर में ज्यादा मजदूर और छोटे कर्मचारी निवास करते हैं। श्रम कानून के तहत न्यूनतम वेतन नियम लागू हो, सामूहिक बीमा का लाभ कर्मचारियों को दिया जावे और सुरक्षा मानकों के अनुरूप सुरक्षा उपाय उपलब्ध कराया जावे।
वेतन बढ़ाने, सामूहिक बीमा लाभ, नियमितीकरण व वेतन विसंगति जैसी समस्या पर महिला सफ़ाई कर्मचारियों के हर संघर्ष में साथ हैं - नवनीत सराठे
पार्टी की पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नवनीत सराठे ने कहा कि शासन हमेशा महिला सशक्तिकरण की बात करती है पर जमीनी स्तर पर इस हेतु शासन प्रशासन का प्रयास शून्य ही नजर आता है। महाविद्यालय में सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाली महिलाओं के साथ लगातार वेतन कम देने के नाम से और अन्य कर्मचारियों की तरह एक दिन अवकाश नही देकर शोषण किया जा रहा है। ऐसे महिलाओं के साथ 11 सालों से शोषण करने वाली सरकार किस मुंह से महिला सशक्तिकरण की बात करती है।उक्त कर्मचारियों को श्रम कानूनों के तहत मिलने वाली सुविधाओं के साथ अनिवार्य अवकाश दी जाए और कर्मचारियों के हित में उन सभी ठेकेदारों पर कार्यवाही किया जावे।
168 सफ़ाई कर्मचारियों के साथ मानव श्रृंखला बनाकर किए गए विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व आम आदमी पार्टी की जिलाध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर ने किया इस दौरान प्रमुख रूप से जगदलपुर विधानसभा अध्यक्ष शुभम सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नवनीत सराठे, कर्मवीर, शोसल मीडिया अध्यक्ष धीरज जैन, गीतेश सिंघाड़े, कमला साहू, उषा ठाकुर, मीनाक्षी कुड़ियाम, इच्छा निषाद, फूलमती कुड़ियामि व अन्य लोग उपस्थित रहें।