हरि शेवा धाम सनातन मंदिर में किया भगवान धनवन्तरि पूजन

हरि शेवा धाम सनातन मंदिर में किया भगवान धनवन्तरि पूजन

भीलवाड़ा। हरी शेवा धाम सनातन मंदिर में आयुर्वेद के जनक भगवान धनवन्तरि का षोडषोपचार पूजन पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी उदासीन जी के सानिध्य में किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार 2002 में धनवन्तरि जयंती के दिन  आरोग्य भारती संगठन का शुभारंभ हुआ।  वैदिक मंत्रों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह शंकर लाल माली  आरोग्य भारती के प्रांत अध्यक्ष डॉक्टर देवा लाल कास्ट, विभाग संघ चालक चांदमल सोमानी संगठन के प्रान्त सचिव कैलाश सोमानी ने महामण्डलेश्वर के सानिध्य मेविधिवत पंडित सत्यनारायण जी और उनके साथियों द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ पूजन किया गया ।इस अवसर पर प्रांत अध्यक्ष देवा लाल जी कास्ट ने बताया कि सनातन संस्कृति में कितने कोरोना काल आये और चले गए। ये  तो आज इम्युनिटी की बात पर जोर दे रहे,हम वर्षो से अपनाते रहे है ।
 हमारे ऋषि -मुनि सात सुख में पहला सुख निरोगी काया बता कर गए । भगवान धनवन्तरि    आरोग्य  का पाठ पढ़ाने स्वयं अमृत लेकर प्रकट हुए। हमारी परम्परागत रसोईघर मे आयुर्वेदिक औषधियां है ।
साबुत मसाले खरीद कर  खुद पिसवा लो
रेडीमेड हल्दी,मिर्ची,धनिया राई, मेथी,जीरा पाउडर में गोबर,,पशु आहार गत्ता,लुगदी  से लेकर कितने अखाद्य पदार्थ रंग मिक्स करते है ये हम आलस्यवसखाते रहे है।
मैं कोई धर्म,विज्ञान,संस्कृति का ज्ञाता नहीं हूं पर आज  के दिन सृष्टि को स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए  अमृत कलश देने आए भगवान धनवन्तरि  ने आयुर्वेद का ज्ञान दिया है ,स्वास्थ्य का पाठ पढ़ाया है। आज खरीदी में प्राथमिकता स्वास्थ्यवर्धक सामग्री को देनी ही चाहिए। पूज्य महामंडलेश्वर हंसराम जी उदासी ने कहा कि आज पूरे विश्व में आयुर्वेद का बोलबाला है पूरा विश्व अपने स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद अपना रहा है, इसलिए हम सबको बी अपनी भारतीय जीवन शैली की तरफ ध्यान देना पड़ेगा इसके लिए नई पीढ़ी को दोष देने की आवश्यकता नहीं है उन्हें आयुर्वेद की पूरी जानकारी उपलब्ध कराना यह हमारी जिम्मेदारी है हमारी तो रसोई ही रस से भरी हुई है, किचन शब्द में किच-किच है और रसोई में रस ही रस है कार्यक्रम के प्रारम्भ मे  धनवन्तरि स्तवन व समापन पर कल्याण मंत्र और शांति पाठ  प्रान्त सचिव कैलाश सोमानी ने कराया व मंच का संचालन डॉक्टर संजय  शर्मा ने किया कार्यक्रम में अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।