अजब प्रेम की गजब कहानी: 4 बच्चों के पिता को प्रेम का चढ़ा परवान....बेटी के मंडप में 4 बच्चों के पिता ने अपनी छात्रा से रचाई तीसरी शादी, एक दिन बाद ही होनी थी बेटी की शादी..फिर जो हुआ….
In the daughter's pavilion, the father of 4 children married his student for the third time In the daughter's pavilion, the father of 4 children married his student for the third time बेटी की शादी में पहुंचे पिता ने बेटी का कन्यादान करने से पहले, शादी के मंडप में अपनी ही तीसरी शादी रचा ली। बताया जा रहा हैं कि 56 साल की उम्र में तीसरी बार दुल्हा बने शख्स का अफेयर अपनी ही छात्रा के साथ था, जिसके साथ उसने बेटी के शादी से पहले खुद ही सात फेंरे लिये।




In the daughter's pavilion, the father of 4 children married his student for the third time
बेटी की शादी में पहुंचे पिता ने बेटी का कन्यादान करने से पहले, शादी के मंडप में अपनी ही तीसरी शादी रचा ली। बताया जा रहा हैं कि 56 साल की उम्र में तीसरी बार दुल्हा बने शख्स का अफेयर अपनी ही छात्रा के साथ था, जिसके साथ उसने बेटी के शादी से पहले खुद ही सात फेंरे लिये।
प्यार,इश्क और मोहब्बत की इस कहानी के तार छत्तीसगढ़ और झारखंड के गढ़वा से जुड़ा हुआ है। गढ़वा में 4 बच्चों के पिता 56 वर्ष की उम्र में दूल्हा बने व्यक्ति का नाम शिव प्रसाद बैध है। यह शादी इलाके में अब काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा हैं कि शिव प्रसाद की पहली पत्नी की मौत के बाद उसने दूसरी शादी कर ली थी। दूसरी शादी के बाद भी शिव प्रसाद का दिल प्यार के लिए मचल रहा था। लिहाजा दूसरी शादी के बाद भी उसका पिछले 3 साल से गांव की ही एक लड़की के साथ अफेयर चल रहा था।(In the daughter's pavilion, the father of 4 children married his student for the third time)
गांव वालों की माने तो शिव प्रसाद उस लड़की को टयूशन पढ़ाता था, टयूशन पढ़ाने के दौरान ही दोनों के बीच इश्क बढ़ गया। फिर क्या था शिव प्रसाद लड़की को गांव से लेकर फरार हो गया और पिछले तीन साल से बगैर शादी किये छत्तीसगढ़ में लड़की के साथ लिव इन में रह रहा था। इस बीच उसे अपनी बेटी की शादी की जानकारी मिली। जब वह अपनी बेटी की शादी के लिए गांव पहुंचा, तभी गांव में प्रेमिका के पिता ने शिव प्रसाद को घेर लिया। लड़की के घरवालों ने शिव प्रसाद पर अपनी बेटी सामाजिक रीति-रिवाज के साथ विवाह करने को लेकर दबाव बनाने लगे।(In the daughter's pavilion, the father of 4 children married his student for the third time)
मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया, जिसके बाद पुलिस और गांव वालों के साथ ही परिवार के बीच समझौता हुआ कि शिव प्रसाद अपनी प्रेमिका से गांव में शादी करेगा। इस निर्णय के बाद वह प्रेमिका को लेकर गांव पहुंचा। जिस मंडप में शिव प्रसाद की बेटी की शादी होनी थी, उसी मंडप में पिता ने अपनी तीसरी शादी की। अजीबो गरीब विवाह के बाद गांव वालों ने दूल्हा और दुल्हन को ट्रैक्टर पर बैठाकर बारात निकाली। इस बीच विवाह से पहले जब बेटी के ससुराल वालों को पिता से जुड़े विवाद का पता चला, तो उन्होंने गांव में बारात लेकर आने से मना कर दिया। जिसके बाद शिव प्रसाद ने अपनी बेटी की शादी छत्तीसगढ़ ले जाकर संपन्न कराई।(In the daughter's pavilion, the father of 4 children married his student for the third time)