राजनांदगांव के मोतीपुर मे जबरन घर अंदर घुसने का प्रयास कर,धार्मिक भावनाओं को चोंटिल कर, महिलाओ के साथ गाली गलौच कर, धर्म के नाम पर कानून हाथ को मे लेकर,घर मे हो रहें, प्रार्थना का विरोध है गंभीर अपराध जिला प्रशासन करें कार्यवाही, देश के उच्च न्यायाल्या का आदेश की किसी के अपने निवास पर प्रार्थना करने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं: मद्रास एचसी का हवाला देते हुवे, कहा धर्म के नाम हो रहि है गन्दी राजनीति किन्तु संविधान अभी जिन्दा है - नरेन्द्र भवानी /छ. ग. यु. म. संस्थापक




राजनांदगांव के मोतीपुर मे जबरन घर अंदर घुसने का प्रयास कर,धार्मिक भावनाओं को चोंटिल कर, महिलाओ के साथ गाली गलौच कर, धर्म के नाम पर कानून हाथ को मे लेकर,घर मे हो रहें, प्रार्थना का विरोध है गंभीर अपराध जिला प्रशासन करें कार्यवाही, देश के उच्च न्यायाल्या का आदेश की किसी के अपने निवास पर प्रार्थना करने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं: मद्रास एचसी का हवाला देते हुवे, कहा धर्म के नाम हो रहि है गन्दी राजनीति किन्तु संविधान अभी जिन्दा है - नरेन्द्र भवानी /छ. ग. यु. म. संस्थापक
राजनांदगांव के मोतीपुर मे चल रहें घर मे प्रार्थना पर प्रतिबंध लगाने के उद्देश्य से पहुंचे युवा धर्म रक्षक, महिलाओ के साथ कर रहें गाली गलौच यह कैसे धर्म रक्षक,वीर भोज्ञ वसुंधरा - ये दुनिया बहादुरो के लिए है - और बहादुर कौन है - ( सूरा सो पहचानिये, जो लड़े दिन के हित - गुरु गोविंद सिंह जी ने कहा था ) बहादुर वह है - जो गरीब के लिए लड़ता है - निहत्ते और निर्दोष के लिए लड़ता है पर यहाँ तो धर्म के नाम अब दंगे होंगे दंगे का धमकी दिया जा रहा है जिला प्रशासन करें कार्यवाही - नरेन्द्र भवानी /छ.ग.यु.म.संस्थापक
जगदलपुर : मामले मे छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक नरेन्द्र भवानी ने बयान जारी कर कहा है की छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांद गांव से शिकायत प्राप्त हुई हालाकी उक्त घटना पर सम्बंधित थाना मे शिकायत हेतु आवेदन दे दिया गया है, यह घटना 05/05/2024 को यानी कल रविवार के दिन हुवा जहां श्रीमती चंद्रमनी वर्मा अपने पति श्री महेश राम वर्मा एवं इनके अन्य साथियों के साथ अपने निवास गृह मे प्रार्थना पूजा कर रहें थे जैसे की हर रविवार को किया जाता आ रहा है, किन्तु यह रविवार मे इनके कुछ अलग घटना घटा जहां शुरू मे तो 10-15 युवा धर्म रक्षक साथी सीधे इनके निवास प्रार्थना पूजा के बिच अंदर जाने का प्रयास किये, वहां उपस्थित महिलाओ ने बहार निकल कर इनका पुर जोर विरोध किया, गहमा गहमी मे आए युवको द्वारा महिलाओ के साथ हाली गलौच एवं हर रविवार होते रहेगा दंगा जैसा बातों को कहकर धमकाने का प्रयास किया गया, हालाकी आए महान धर्म रक्षक युवाओ को मायूस होकर वापस जाना पडा जिसके बाद पीड़ित श्रीमती वर्मा सम्बंधित थाना मे अपने साथ हुई घटना का शिकायत आवेदन के रूप मे दिया गया, अब कार्यवाही पोलिस करती है या नहीं यह देखने का होगा विषय !
वही भवानी ने कहा है की भारत के 25 उच्च न्यायालय मे से मद्रास उच्च न्यायालय का एक सुनवाई का हवाला देते हुवे बताया है की,किसी के अपने निवास पर प्रार्थना करने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं: मद्रास एच.सी
न्यायमूर्ति पीडी औडिकेसवालु ने कहा कि धर्म की स्वतंत्रता और धार्मिक मामलों के अभ्यास का अधिकार निस्संदेह मौलिक अधिकार हैं, लेकिन ये सार्वजनिक व्यवस्था, नैतिकता और स्वास्थ्य के अधीन हैं, जो राज्य को व्यापक सार्वजनिक हित में उचित तरीके से कार्य करने से नहीं रोकेंगे। इस मामले में, पादरी को अपने निवास स्थान पर इकट्ठा होने और प्रार्थना करने के लिए अधिकारियों से पूर्व अनुमति लेने की आवश्यकता का सवाल ही नहीं उठता है, बिना दूसरों के लिए उपद्रव या अशांति पैदा किए और जनता के लिए बाधा उत्पन्न किए बिना,'' न्यायमूर्ति औदिकेसवालु ने कहा। एक अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा।
मामले मे राजनांद गांव के मोतीपुर थाने मे घटित यह घटना पर तत्काल कार्यवाही नहीं हुई नियमानुसार तो जिले मे करेंगे कुंच पुरे छत्तीसगढ़ के थानो मे होगा घटना सम्बंधित थानो मे शिकायत हो भारतीय संविधान का परिपालन, नहीं तो होगा आंदोलन न्याय हक अधिकार के लिए !