Honey Candles : इस लड़की ने मधुमक्खियों के शहद से बनाई कलर कैंडल, त्योहारी सीजन में बढ़ी डिमांड, अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध, जाने कीमत...
Honey Candles: This girl made colored candles from bees' honey, demand increased in the festive season, available on Amazon and Flipkart, know the price... Honey Candles : इस लड़की ने मधुमक्खियों के शहद से बनाई कलर कैंडल, त्योहारी सीजन में बढ़ी डिमांड, अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध, जाने कीमत...




Honey Candles :
नया भारत डेस्क : बाराबंकी की शुभ्रा सिंह ने मधुमक्खियों के शहद से कई अलग-अलग प्रकार की कलर मोमबत्ती बनाई है. बाराबंकी जिले के चैनपुरवा गांव में मधुमक्खी पालन करने वाली शुभ्रा ने बताया कि मधुमक्खी का जो नेचुरल वैक्स होता है, उसी से कलर डालकर कैंडल बनाई है, इसकी खासियत है कि यह कैंडल 3-4 घंटे तक जलती है. वहीं पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त है. शुभ्रा ने आगे बताया कि पूरी तरह से कैंडल जलने के बाद इसके नीचे बने पदार्थ में नारियल के तेल को मिलकर सर्दी के मौसम में मॉइस्चराइजर क्रीम भी बना सकते है. इसको फेस और घुटने में लगाने से बहुत राहत मिलती है. (Honey Candles)
अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध :
उन्होंने बताया कि बहुत जल्द हम अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर जुड़ने जा रहे है, जिससे इसकी बिक्री लखनऊ से बाहर अन्य जिलों में की जा सके. शुभ्रा ने बताया कि आज चैनपुरवा गांव की कई महिलाएं संस्था के साथ जुड़कर इस व्यवस्या को आगे बढ़ाने की कार्य कर रही है. बीजवैक्स के जरिए रंग बिरंगी इकोफेंडली कैंडिल बनाने वाली शुभ्रा ने दावा करते हुए बताया कि इससे निकने वाली गैस हानिकारक नहीं होता. वहीं सेहत पर भी कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा. वहीं कालिमा नहीं छोड़ती. उन्होंने बताया कि इसकी कीमत बहुत कम रखा गया है. (Honey Candles)
इतनी है कीमत :
फ्लोटिंग कैंडल 10 रुपये का एक पीस है, जबकि पैक में लेने पर 8 रुपये प्रति पीस पड़ेगा. वहीं 400 रुपये बड़े कैंडिल का एक पैक है. जिसमें 50 पीस एक डिब्बे में होते है. मधुमक्खी के शहद से अलग-अलग प्रोडक्ट बनाने वाली महिला किसान ने बताया कि दिवाली में बहुत सारे ऑर्डर मिल रहे है. (Honey Candles)
वहीं ग्राहकों में इस कैंडिल को लेकर डिमांड बढ़ गई है. रोजाना 5-6 हजार रुपये के बीच बिक्री हो जा रही है. मोमबत्ती उस मोम से बनाई जाती है जो मधुमक्खी के छत्ते से निकलता है. अभी तक मधुमक्खी पालन करने वाले किसान शहद निकालने के बाद छत्ते को फेंक देते हैं. लेकिन यह छत्ता उपयोगी होता है. क्योंकि इसमें प्राकृतिक मोम पाया जाता है. इसी मोम से हम लोग अपने घर में ही बैठकर मोमबत्ती तैयार कर रहे है. (Honey Candles)
ऐसे करें मोम से प्रोडक्ट तैयार :
बाराबंकी की शुभ्रा सिंह ने बताया कि मधुमक्खी के छत्ते से जब शहद को अलग किया जाता है तो उस दौरान मोम की परत बच जाती है, जिसे अधिकांश मोनपालक फेक देते हैं या किसी अन्य प्रयोग में लाते हैं. जबकि यह मोम (वैक्स) का प्रयोग बाम से लेकर अन्य प्रोडक्ट तैयार कर रहे है. शहद को अलग करने के बाद बची मोम को गर्म पानी के बर्तन में डालना चाहिए और इसे खूब उबालना चाहिए, पानी के उबलने पर मोम उसमें घुल जाती है. (Honey Candles)
इसके बाद एक बारिक कपड़े पर इस मिश्रण को छान देना चाहिए. इसके कुछ समय बाद जो छना हुआ पानी है, उसके ठंडे होने पर मोम की परत ऊपरी हिस्से में आ जाती है. जो मोम का शुद्ध रूप रहता है. इसके बाद इसे अलग-अलग सांचे में ढालकर आकार दिया जा सकता है. (Honey Candles)