हिंगुला शक्ति पीठ  - १ : सती के 51 शक्तिपीठों में से एक हिंगुला शक्तिपीठ है, आइए जानते है डॉ सुमित्रा अग्रवाल...

हिंगुला शक्ति पीठ  - १ : सती के 51 शक्तिपीठों में से एक हिंगुला शक्तिपीठ है, आइए जानते है डॉ सुमित्रा अग्रवाल...
हिंगुला शक्ति पीठ  - १ : सती के 51 शक्तिपीठों में से एक हिंगुला शक्तिपीठ है, आइए जानते है डॉ सुमित्रा अग्रवाल...

हिंगुला शक्ति पीठ  - १ 

डॉ सुमित्रा अग्रवाल 
यूट्यूब वास्तु सुमित्रा 


कोलकाता : पौराणिक मान्यता के अनुसार, सती के 51 शक्तिपीठों में से एक हिंगुला शक्तिपीठ है, जहाँ सती का सिर (सिर या भाल) गिरा था। यह स्थान आज के पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में स्थित है और इसे हिंगलाज शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है।

इस शक्तिपीठ में कोटरी देवी या हिंगलाज माता की पूजा होती है, जो सती का प्रतिनिधित्व करती हैं, और यहां के भैरव को भीमलोचन कहा जाता है। भैरव देवता, शक्तिपीठों के संरक्षणकर्ता माने जाते हैं और हर शक्तिपीठ के साथ एक भैरव की उपस्थिति अनिवार्य मानी जाती है।

यह स्थान शक्ति उपासकों के लिए अत्यंत पवित्र है और पूरे भारत, खासकर राजस्थान और गुजरात के हिंदू श्रद्धालु इस तीर्थस्थल की यात्रा करते हैं।