होम आइसोलेशन के लिए नई गाइडलाइंस: अब 14 दिन का नहीं होगा होम आइसोलेशन.... केंद्र सरकार ने बदल दिया नियम.... अस्पताल जाने से पहले.... पढ़ें यहां गाइडलाइंस......

होम आइसोलेशन के लिए नई गाइडलाइंस: अब 14 दिन का नहीं होगा होम आइसोलेशन.... केंद्र सरकार ने बदल दिया नियम.... अस्पताल जाने से पहले.... पढ़ें यहां गाइडलाइंस......

...

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से होम आइसोलेशन को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हल्के/बिना लक्षण वाले कोरोना रोगियों के होम आइसोलेशन के लिए संशोधित दिशा निर्देश जारी किए है। ऐसे मामले आमतौर पर न्यूनतम हस्तक्षेप के साथ ठीक हो जाते हैं, ऐसे लोग निगरानी के तहत घर पर रहें। सात दिन पॉजिटिव रहने और तीन दिन तक बुखार नहीं रहने पर मरीज को होम आइसोलेशन नए नियम के तहत छुट्टी दे दी जाएगी और आइसोलेशन खत्म हो जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि होम आइसोलेशन की अवधि खत्म होने के बाद दोबारा टेस्टिंग की जरूरत नहीं है। 

पिछले 9 दिनों में देश में कोरोना के मामले 6 गुना से ज्यादा बढ़ गए हैं। ओमिक्रॉन के मामले तीन दिनों में डबल हो रहा है। कोविड पॉजिटिव मरीजों के पास 7 दिन के लिए होम आइसोलेशन का विकल्प है। लेकिन यह अवधि पूरी होने के बाद अगर मरीज को लगातार 3 दिन तक बुखार नहीं आता है तो उसे होम आइसोलेशन खत्म करने के लिए दोबारा टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय को इस बात की भी चिंता थी कि भारत में डेल्टा वेरिएंट से हुई तबाही उतनी नहीं थी। जितनी दक्षिण अफ्रीका में डेल्टा वेरिएंट से हुई तबाही थी। ऐसे में भारत में ओमाइक्रोन क्या ले जाएगा इसे लेकर असमंजस की स्थिति है। 

ऐसे में मामले बढ़े तो अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी बढ़ेगी। होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए राज्यों को कंट्रोल रूम को दुरुस्त रखने को कहा गया है। कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में पूरा देश आ गया है। नए कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय ने होम आइसोलेशन के नए गाइड लाइन जारी किए हैं। अब 14 दिन के होम आइसोलेशन की जगह 7 दिन में ही होम आइसोलेशन से बाहर आने की अनुमति मिल जाएगी हालांकि उसके लिए भी नियम हैं।

होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन को प्रभावी रूप से अमल में लाने को लेकर राज्यों को कंट्रोल रूम दुरुस्त रखने को कहा गया है। कंट्रोल रूम का काम ये होगा कि राज्य इसके जरिए सही तरीके से मॉनिटरिंग कर पाएं और जब उस मरीज की तबीयत बिगड़े और उसे होम आइसोलेशन से अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़े तो ऐसे हालात में एंबुलेंस, टेस्टिंग से लेकर अस्पताल में बेड आसानी से मिल पाए। बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी। हल्के लक्षण वाले मरीज घर पर रहेंगे। इसके लिए प्रॉपर वेंटिलेशन रहना जरूरी है। मरीज को ट्रिपल लेयर मास्क पहनने की सलाह दी गई है। 

इसके अलावा, मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड लेने की सलाह दी गई है। वहीं, ऐसे मरीज जो एचआईवी संक्रमित हैं या जिनका ट्रांसप्लांट हुआ हो और कैंसर के मरीज को डॉक्टर की सलाह के बाद ही होम आइसोलेशन में जाने की इजाजत होगी। बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले मरीज जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 93% से ज्यादा हो उन्हें होम आइसोलेशन में जाने की इजाजत होगी।