CG- अफसर सस्पेंड: मानसून सत्र के तीसरे दिन विधानसभा में वन मंत्री ने अधिकारी को किया निलंबित... अन्य के खिलाफ जांच के आदेश... सदन में गूंजा गड़बड़ी का मुद्दा.....
Forest Minister Suspended Officer Today third day monsoon session ChhattisgarhLegislative Assembly रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। बिलासपुर वन मंडल में हो रही गड़बड़ी को लेकर सदन में नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने आवाज उठाई। श्रमिकों के भुगतान को लेकर गड़बड़ी के मामले में वन मंत्री अकबर से प्रश्न पूछा, जिसका जवाब देते हुए वन मंत्री ने सदन से ही एक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया।




Chhattisgarh Forest Minister Suspended the Officer in the Assembly, Today is third day of monsoon session in the Chhattisgarh Legislative Assembly
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। बिलासपुर वन मंडल में हो रही गड़बड़ी को लेकर सदन में नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने आवाज उठाई। श्रमिकों के भुगतान को लेकर गड़बड़ी के मामले में वन मंत्री अकबर से प्रश्न पूछा, जिसका जवाब देते हुए वन मंत्री ने सदन से ही एक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया। साथ ही इस मामले में अन्य अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए है।
धरमलाल कौशिक ने सदन में बताया कि वनमंडल बिलासपुर में कैम्पा के माध्यम से किये गये कार्यों में अनियमितता की जा रही है। इस संबंध में परिक्षेत्र बेलगहना के अंतर्गत 29 सितम्बर 2021 को शिकायत की गई, जिसमें वनमंडलाधिकारी ने उपवनमंडलाधिकारी कोटा को 06/10/2021 को जांच हेतु पत्र लिखा था तथा उपवनमंडलाधिकारी कोटा द्वारा 05/03/2022 को वनमंडलाधिकारी बिलासपुर को अपना जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि शासन के साथ धोखाधड़ी करते हुए कूट रचना कर फर्जी प्रमाणक तैयार कर भुगतान किया गया है।
धरमलाल कौशिक ने सदन में बताया कि साथ ही 15 व्यक्तियों के खाते में श्रमिकों के द्वारा काम नहीं किया गया है फिर भी फर्जी तरीके से 8,59,407.00 रूपये जमा कर वसूली की गई, जो कि शासकीय राशि का गबन है। इसमें इन्होंने तत्काली परिक्षेत्र सहायक व परिक्षेत्र अधिकारी बेलगहना को दोषी माना है। बेलगहना क्षेत्र अंतर्गत आमानाला ब्रशवुड चेकडेम में इस अनियमितता के संबंध में प्रतिवेदन मिलने के बाद भी वनमंडलाधिकारी द्वारा कार्यवाही नहीं करना संदेह को जन्म देता है। इसी प्रकार इसी परिक्षेत्र के अंतर्गत कहुआ नाला कक्ष क्रमांक 1174 व 1175 में मजदूरों को फर्जी भुगतान किया गया है।
धरमलाल कौशिक ने सदन में बताया कि दस्तावेजों के अनुसार मोंगरा बाई ग्राम छुईया को 14900.00 रूपये के स्थान पर 25362.00 रूपये, अखिलेश ग्राम छुईया को 6179.00 रूपये के स्थान पर 34406.00 रूपये, गोमती बाई को 5811.00 रूपये के स्थान पर 40953.00 रूपये का भुगतान किया गया है। ऐसे एक नहीं अनेक प्रकरण है तथा प्रमाणक के अनुसार 239419.00 रूपये के स्थान पर 8,73,411.00 रूपये का भुगतान किया गया है।
धरमलाल कौशिक ने सदन में बताया कि इस निर्माण कार्य में हुई अनियमितता के संबंध में भी जांच कर दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। यही नहीं इस वनमंडल में कैम्पा योजना को लेकर विगत दो वर्षो में 10 से अधिक नामजद शिकायतें हुई है, मगर किसी भी दोषी के ऊपर कार्यवाही नहीं की गई है, जिसमें आम जनता में भारी रोष है।
इस पर मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा की यह कहना सही नहीं है कि बिलासपुर वनमंडल के अंतर्गत कैम्पा के कार्यों में अनियमितता की जा रही है। यह सही है कि बेलगहना वन परिक्षेत्र के अंतर्गत 29 सितम्बर 2021 को भुगतान के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई. जिस पर वनमंडलाधिकारी, बिलासपुर के द्वारा उनके पत्र क्रमांक / स्टेनो / शि./2021/ 3809 दिनांक 06/10/2021 के माध्यम से उपवनमंडलाधिकारी, कोटा को जांच हेतु निर्देशित किया गया था, उपवनमंडलाधिकारी कोटा के द्वारा उनके पत्र क्रमांक / 90 दिनांक 05/03/2022 के माध्यम से जांच प्रतिवेदन वनमंडलाधिकारी, बिलासपुर वनमंडल को प्रस्तुत किया गया है। उपवनमंडलाधिकारी, कोटा के जांच प्रतिवेदन में प्रारंभिक रूप से अनियमितता दिखाई दे रहा है। इसका परीक्षण उच्च अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है। अंतिम जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने के उपरांत दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्यवाही की जावेगी ।
इस पर मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा की यह कहना सही है कि कहुआ नाला के अंतर्गत कक्ष क्रमांक 1174 व 1175 में मजदूरों के भुगतान के संबंध में अनियमितता की शिकायत प्राप्त हुई है। मजदूरों के प्रमाणक में दर्शित राशि एवं खाते में की गई भुगतान में विसंगति के संबंध में मुख्य वन संरक्षक, बिलासपुर वृत्त के कार्यालयीन आदेश क्रमांक / 293 दिनांक 05/10/2021 के द्वाराउपवनमंडलाधिकारी, कोटा को जांच हेतु निर्देशित किया गया था. इसी संबंध में शिकायतकर्ता द्वारा दिनांक 12/07/2022 को पुनः शिकायत प्रेषित किये जाने पर मुख्य वन संरक्षक, बिलासपुर वृत्त पत्र क्रमांक / 5289 दिनांक 18/07/2022 द्वारा जांच हेतु उपवनमंडलाधिकारी, कोटा को निर्देशित किया गया। उपवनमंडलाधिकारी, कोटा के पत्र क्रमांक / 713 दिनांक 21/07/2022 के द्वारा जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। इसका परीक्षण उच्च अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है। अंतिम जांच प्रतिवेदन में दोषी पाये जाने पर दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्यवाही की जावेगी।
इस पर मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा की यह कहना सही नहीं है कि बिलासपुर वनमंडल में कैम्पा मद के अंतर्गत 10 से अधिक नामजद शिकायत प्राप्त हुई है। वास्तविकता यह है कि बिलासपुर वनमंडल में कैम्पा मद के अंतर्गत केवल 02 शिकायत प्राप्त हुई है, प्रकरण में कार्यवाही की जा रही है, अतः आम जनता में रोष व्याप्त नहीं है।