रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह Defence Minister ने कहा कि भारत की सीमाओं की रक्षा करने वालों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

facilities to those who guard India's borders is the top priority of the government.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह Defence Minister ने  कहा कि भारत की सीमाओं की रक्षा करने वालों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह Defence Minister ने कहा कि भारत की सीमाओं की रक्षा करने वालों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

NBL, 07/05/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Defense Minister Rajnath Singh said that providing maximum facilities to those who guard India's borders is the top priority of the government.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने शनिवार को कहा कि भारत की सीमाओं की रक्षा करने वालों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, पढ़े विस्तार से... 

सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित करना सरकार की व्यापक रक्षा रणनीति का एक प्रमुख हिस्सा है. सिंह ने कहा, ‘हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता उन लोगों को ज्यादा से ज्यादा फैसिलिटीज प्रदान कराना है जो हमारी सुरक्षा के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं, जो इस देश की सीमा (Indian Borders) के पहरेदार हैं.’

रक्षा मंत्री ने देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए बीआरओ (BRO) की भी सराहना की. पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास का उदाहरण देते हुए सिंह ने कहा कि यह अब देश के समग्र विकास के लिए “नया प्रवेश द्वार” बन गया है. उन्होंने कहा कि मानव सभ्यता की यात्रा में सड़कों का बहुत महत्व रहा है. रक्षा मंत्री ने कहा, ‘शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, खाद्यान्न आपूर्ति, सेना की सामरिक जरूरतें, उद्योग और सामाजिक-आर्थिक प्रगति से जुड़े अन्य कार्यों को पूरा करने में सड़कों और पुलों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है.’

वहीं, देश की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल और डिफेंस सेक्टर में आत्म-निर्भरता पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पर जोर देते हुए सिंह ने गुरुवार को कहा था कि भविष्य में होने वाले युद्ध की प्रकृति का आकलन सीरिया, अफगानिस्तान और हालिया यूक्रेन जंग के हालात को करीब से देखकर किया जा सकता है. सिंह ने 37वां पीसी लाल स्मृति व्याख्यान देते हुए यह टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि यूक्रेन के हालात ने दिखाया है कि इससे न केवल रक्षा आपूर्तियां प्रभावित हुई हैं, बल्कि राष्ट्रीय हित की बात करें तो व्यावसायिक अनुबंध भी प्रभावित हो सकते हैं.

तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को लेकर उठाए जा रहे कदमों का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों के एकीकरण की जारी प्रक्रिया का उद्देश्य न केवल संयुक्त क्षमता बल्कि सामर्थ्य भी बढ़ाना है. उन्होंने भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) का आह्वान किया कि अंतरिक्ष क्षेत्र की शक्ति बने और उभरते खतरों से देश को बचाने के लिए तैयार रहे. उन्होंने भारतीय सेना से अपनी ताकत बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा, ‘आपको अपनी ताकत में इजाफा करना होगी.’