भ्रष्टाचारी सफीरा साहू को बचाने पूरी कांग्रेस लामबद्ध , अविश्वास प्रस्ताव पर अपना पक्ष रखने की बजाए, कायरतापूर्ण भागने का किया निर्णय - संजय पाण्डेय 

भ्रष्टाचारी सफीरा साहू को बचाने पूरी कांग्रेस लामबद्ध , अविश्वास प्रस्ताव पर अपना पक्ष रखने की बजाए, कायरतापूर्ण भागने का किया निर्णय - संजय पाण्डेय 
भ्रष्टाचारी सफीरा साहू को बचाने पूरी कांग्रेस लामबद्ध , अविश्वास प्रस्ताव पर अपना पक्ष रखने की बजाए, कायरतापूर्ण भागने का किया निर्णय - संजय पाण्डेय 

भ्रष्टाचारी सफीरा साहू को बचाने पूरी कांग्रेस लामबद्ध , अविश्वास प्रस्ताव पर अपना पक्ष रखने की बजाए, कायरतापूर्ण भागने का किया निर्णय - संजय पाण्डेय 


जगदलपुर : आज कलेक्ट्रेट के प्रेरणा कक्ष मे महापौर के विरुद्ध भाजपा पार्षद दल के अविश्वास प्रस्ताव पर सम्मेलन बुलाया गया था ।भाजपा पार्षद आज दोपहर १२.३० से ही अपने कार्यालय में उपस्थित थे । लगभग २.४० को भाजपा पार्षद अपने नेता किरण देव सिंह, नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डेय,सुरेश गुप्ता, सांतोस बघेल,वेद प्रकाश पांडे के नेतृत्व में पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट की ओर रवाना हुये।

कलेक्ट्रेट के प्रेरणा कक्ष में ठीक तीन बजे सम्मेलन आहूत हुआ परंतु यहाँ पर केवल भाजपा पास दल सम्मेलन में उपस्थित हुआ था ।सत्ता पक्ष की ओर महापौर सफीरा साहू, अध्यक्ष कविता साहू और न ही उनका कोई भी पार्षद उपस्थित हुआ। 

प्रेरणा कक्ष में नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने कलेक्टर को पत्र देकर निवेदन किया कि निगम का कोई भी सम्मेलन बिना महापौर,बिना अध्यक्ष,बिना सत्ता पक्ष के पार्षदों के संभव  नहीं है।

पांडे ने कलेक्टर से कहा यह भी हो सकता है की इन नेताओं को वोट डालने से बलात् रोका गया हो या यह भी संभव है कि उनका अपहरण किया गया हो। इसलिए आज का सम्मेलन स्थगित कर इसे अगले तिथि में तय किया जावे।

कलेक्टर ने एक एक्ट का हवाला देकर नेता प्रतिपक्ष के निवेदन को ख़ारिज कर दिया और कहा आपके पत्र का जवाब लिखित रूप से दिया जाएगा।इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महापौर किरण देव ने कहा है कि अब यह सत्तापक्ष की घबराहट और उनका अहंकार है कि वह बिना किसी सूचना के ग़ायब हो गए हैं। विपक्ष के प्रश्नों का जवाब देने की बजाए महापौर और उनके साथियों के अनुपस्थित रहने से स्पष्ट है कि महापौर के पास विपक्ष के आरोपों का कोई जवाब नहीं है !

नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने कहा कि अपनी निश्चित हार जानकर कांग्रेस ने मैदान में लड़ने की बजाए कायरतापूर्वक पलायन करना ही उचित समझा । आकंठ भ्रष्टाचार, भाजपा पार्षदों के साथ दोयज दर्जे का व्यवहार,सफ़ाई,पेयजल, स्वास्थ्य, निर्माण कार्य आदि विषयों पर हमने महापौर के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव लाया था।

यदि महापौर के पास कोई जवाब होता तो फ़्लोर टेस्ट में सम्मिलित हो कर उन्हें अपना पक्ष रखना चाहिए था, बजाय अपने को साबित करने उन्होने मैदान छोड़कर भागने का मार्ग अपनाया । इसका भी जवाब महापौर को देना चाहिए की एक दिन पहले तक अपने पार्षदों की एकता पर दंभ भरने वाली कांग्रेस को किन कारणों से 3०० किलोमीटर दूर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास राजधानी रायपुर में शरण लेना पड़ा। 

पाण्डे ने कहा कि वास्तव में रायपुर से आये  पर्यवेक्षक प्रमोद दुबे ने जब बंद कमरे में कांग्रेसी पार्षदों की नब्ज़ टटोली तो उन्हें पार्षदों और महापौर के बीच जो सर फ़ुटव्वल की स्थिति थी,उसका पता चला। और उन्हें यह स्पष्ट हो गया कि यदि कांग्रेसी पार्षद सम्मेलन में शामिल होंगे तो निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी की जीत होगी और अविश्वास प्रस्ताव पास हो जाएगा । इसलिए उन्होने भी सभी पार्षदों को यहाँ से ले जाकर मुख्यमंत्री के सामने खड़ा करना ही उचित समझा।

शहर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा कि यह स्पष्ट है कि कांग्रेस अपनी भ्रष्टाचारी महापौर सफ़ीरा साहू को बचाने के लिए ठीक उसी प्रकार से लगी है,जिस प्रकार से एक साल पहले प्रधानमंत्री आवास  के नाम पर पच्चीस,25 हज़ार रुपया गरीबों से वसूले गए पार्षद को बचाने में पूरी तरह खड़ी थीं, ठीक उसी प्रकार से आज कांग्रेस संगठन नगर के विधायक रैखचंद जैन,सांसद दीपक बैस ,जिलाध्यक्ष,प्रदेश अध्यक्ष,समूची कांग्रेस भ्रष्टाचारी सफीरा साहू को बचाने लगी है ।

इस अवसर पर भाजपा के सभी 19 पार्षद योगेंद्र पांडे, दयावती देवांगन ,नरसिंह राव त्रिवेणी रंदारी, राजपाल कसेर, निर्मल पाणिग्रही ,आलोक अवस्थी ,दिगंबर राव मोतीराम बघेल, धनसिंह नायक, सुविता गुप्ता ,दीप्ति पाण्डेय,भारती श्रीवास्तव,रीना घोष,नीलम यादव,ममता पोटाई, शम्भू नाग, महेंद्र पटेल,सहित पार्टी के फूलसिंह सेठिया , सतीश सेठिया,खेम सिंह देवांगन, अरुण कुमार नेताम ,आर्यन सिंह आर्य , आशुतोष पाल, शशिनाथ पाठक, कमल पटवा, सतीश बाजपाई ,राजेन्द्र बाजपाई , लक्ष्मण झा , पंकज आचार्य , तेजपाल शर्मा , अमित तिवारी , सूर्यभूषन सिंह , अमरनाथ झा , देवेश चांडक , गणेश काले, सुरेश कश्यप,प्रेम यादव, राजेश श्रीवास्तव आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।