शिक्षा मंत्री का अजीबोगरीब बयान VIDEO: शिक्षा मंत्री बोले, जिन स्कूलों में महिला स्टाफ, वहां पुरुषों को खानी पड़ती है “सरडॉन टेबलेट”....जिस स्कूल में महिला स्टाफ अधिक वहां होते हैं ज्यादा झगड़े.... देखें VIDEO.....




डेस्क। जिन स्कूलों में महिला स्टाफ है वहां झगड़े अधिक होते हैं। यही बात उन्हें पुरुषों से आगे निकलने से रोकती है। महिलाएं स्कूलों में झगड़ा करती हैं। अगर इन छोटी-छोटी बातों में सुधार कर लें तो पुरुषों से आगे निकल जाएंगी। जहां महिला स्टाफ हैं, वहां प्रधानाचार्य या शिक्षक ‘सेरेडॉन’ लेते हैं। ये बाते राजस्थान के शिक्षा मंत्री जीएस डोटासरा ने अंतरराष्ट्रीय बालिक दिवस पर कही। डोटासरा ने चुटकी लेते हुए कहा कि महिलाओं के झगड़े कारण अध्यापकों और प्रधानाचार्यों को सैरीडॉन (सिरदर्द की गोली) तक खानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं के लिए योजनाएं लाई है, महिलाएं सरकार की प्राथमिकता में हैं। वे इन सब से ऊपर उठकर पुरुषों से आगे निकलें।
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर सभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों में महिला स्टाफ की संख्या अधिक है, वहां अधिक तकरार होना तय है और इस कारण परिणाम प्राचार्य या शिक्षकों को सेरिडान (सिरदर्द की गोली) खानी पड़ती है। जिन स्कूलों में महिला कर्मचारी अधिक हैं, वहां अधिक झगड़े हैं। कभी-कभी छुट्टी के लिए झगड़े होते हैं और यह किसी और चीज के लिए होता है। प्रधानाचार्य या अन्य शिक्षकों को सेरिडन टैबलेट खानी पड़ती है।
डोटासरा, जो राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं, कहा कि राजस्थान सरकार ने हमेशा महिलाओं की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित किया है और नौकरियों में पसंदीदा पोस्टिंग की पेशकश की है। हालांकि, महिला कर्मचारियों को हमेशा आपस में समस्या होती दिखती है। मंत्री ने कहा कि मेरा मानना है कि अगर महिलाएं इन छोटी-छोटी बातों को सुधार लेते हैं, तो वह हमेशा खुद को पुरुषों से आगे पाएंगी।
राजस्थान के शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा महिला शिक्षकों को लेकर दिए गए बयान पर बवाल हो गया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघाल ने डोटासरा के बयान को बेतुका बताते हुए कहा कि शिक्षामंत्री ने महिलाओं की क्षमता पर सवालिया निशान लगाया है, जो गलत है। राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा ने डोटासरा के बयान को महिलाओं का अपमान बताते हुए कहा कि उन्हें शिक्षामंत्री रहने का कोई हक नहीं है। वहीं, राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने डोटासरा को मूर्ख बताते हुए इस्तीफा मांगा है।