ED ने निलंबित आईएएस पर कसा शिकंजा, पूजा सिंघल की 82 करोड़ की संपत्ति जब्त.
ED tightens screws on suspended IAS




NBL, 03/12/2022, ED tightens screws on suspended IAS, seizes property worth 82 crores of Pooja Singhal.
रांची: ईडी ने झारखंड में मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग में जेल में बंद निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के खिलाफ गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की है. जांच एजेंसी ने उनकी 82.77 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्ति प्रोविजनल तौर पर जब्त कर ली है. जब्त की गई संपत्ति में उनके पति अभिषेक झा का बरियातू स्थित पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, पल्स डायग्नोस्टिक सेंटर और रांची में स्थित दो लैंड प्रॉपर्टी शामिल है।
जेल में बंद हैं निलंबित आईएएस..
मनरेगा घोटाले का यह मामला झारखंड के खूंटी जिले का है. पूजा सिंघल 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 तक खूंटी की उपायुक्त थीं. उसी दौरान 18.06 लाख रुपये का घोटाला हुआ था. आरोप है कि मनरेगा की योजनाओं में काम कराए बगैर ही राशि की निकासी कर ली गई थी. इसके अलावा कमीशन के तौर पर भी मोटी रकम की उगाही हुई थी. घोटाला सामने आने पर झारखंड सरकार ने इसकी जांच शुरू कराई थी, लेकिन बाद में पूजा सिंघल को क्लीन चिट दे दी गई थी. उस वक्त रघुवर दास मुख्यमंत्री थे।
इधर, ईडी ने घोटाले से अर्जित रकम की मनीलॉन्ड्रिंग के बिंदु पर जांच की तो पाया कि खूंटी, चतरा और पलामू में उपायुक्त के पद पर रहते हुए पूजा सिंघल के बैंक अकाउंट्स में उनके वेतन से 1.43 करोड़ रुपये ज्यादा की राशि जमा हुई है. ईडी ने बीते 6 मई को पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा, उनके सीए सुमन कुमार के 20 से ज्यादा ठिकानों पर छापामारी कर उनकी संपत्तियों और लेन-देन के कई दस्तावेज बरामद किए थे. इस मामले में 11 मई को पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया गया था, तभी से वह लगातार जेल में बंद हैं।
पल्स हॉस्पिटल भी किया गया जब्त...
पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा रांची के बरियातू में पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल चलाते हैं. ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि इस हॉस्पिटल के निर्माण में भी के लिए पूजा सिंघल ने दो करोड़ रुपये नगद दिए थे. चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार ने भी पूछताछ के दौरान ईडी को जानकारी दी थी कि पल्स हॉस्पिटल में पैसे जमा कर वह फर्जी बिल बनवाता था।
ऐसा इसलिए किया जाता था, ताकि पूजा सिंघल द्वारा अर्जित ब्लैक मनी को व्हाइट किया जा सके. पल्स हॉस्पिटल के निर्माण पर 42.85 करोड़ रुपये खर्च हुए, लेकिन कागज पर मात्र 3.19 करोड़ का खर्च दिखाया गया. इसलिए, ईडी ने जिन संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी की है, उसमें पल्स हॉस्पिटल भी शामिल है. मनरेगा घोटाले में खूंटी के तत्कालीन जूनियर इंजीनियर राम विनोद सिन्हा, जय किशोर चौधरी, शशि प्रकाश और राजेंद्र कुमार जैन की भी संलिप्तता सामने आई है. ईडी इनकी भी संपत्ति जब्त करेगा।