विश्व शाकाहारी दिवस के अवसर पर बाबा उमाकान्त महाराज द्वारा दर्शन, सतसंग व नामदान

विश्व शाकाहारी दिवस के अवसर पर बाबा उमाकान्त महाराज द्वारा दर्शन, सतसंग व नामदान
विश्व शाकाहारी दिवस के अवसर पर बाबा उमाकान्त महाराज द्वारा दर्शन, सतसंग व नामदान

विश्व शाकाहारी दिवस के अवसर पर बाबा उमाकान्त महाराज द्वारा दर्शन, सतसंग व नामदान

विश्व बने धर्मात्मा, पापों का हो खात्मा, बाबा जी का यह उद्देश्य, शाकाहारी-नशामुक्त हो देश-विदेश


अलवर (राजस्थान) : धार्मिक किताबों में लिखा हुआ है कि जब प्रभु के जीवों को तकलीफ होती है तो वह किसी न किसी सन्त को धरती पर भेजते हैं जो लोगों के दुःख दूर करके बिगड़े कामों में सुधार लाते हैं और सीधा सरल मार्ग बताकर भवसागर पार किया करते हैं। कहा गया है कि वक्त के डॉक्टर, वक्त के मास्टर, वक्त के गुरु के पास जाने पर तकलीफ दूर होती है, ज्ञान मिलता है । सभी परेशानियों का एक समाधान बताने वाले, दुखहर्ता, वक्त के सन्त सतगुरु उमाकान्त महाराज देश के कोने-कोने में जाकर लोगों को सुख-शांति, बरकत एवं प्रभु प्राप्ति का रास्ता (नामदान) दे रहे हैं। साथ ही युवा पीढ़ी को चरित्रवान, सेवाभावी, शाकाहारी, नशामुक्त व देशभक्त बनाकर उनमें आध्यात्मिक ज्ञान भरने का कार्य कर रहे हैं। बाबा उमाकान्त जी महाराज इस समय के ऐसे समर्थ सतगुरु हैं जिनके दर्शन करने व सतसंग में बताये रास्ते पर चलने से दुःख तकलीफों में आराम मिलने लगता है। अतः आपसे सादर प्रार्थना है कि बाबा जी से आदिकाल से चले आ रहे पांच नामों का भेद लेकर अपना लोक परलोक सुधार कर जीवन सफल बना लीजिए ।

कार्यक्रम का विवरण

30 सितम्बर 2023, सायं 6 बजे से सतसंग एवं नामदान तथा 01 अक्टूबर 2023, प्रातः 9 बजे से सम्मान समारोह एवं सतसंग स्थान- इन्चीटेशन गार्डन ( बाग वाले हनुमान जी के पास ) स्कीम नं. 8, बी.एस.एन.एल. हेड ऑफिस के सामने, मेन रोड़, नया बास, अलवर, राजस्थान में होगा। सम्पर्क नं० 8005659262 9414453744 8890993397 9460828577. बाबा जी के मुख्य आश्रम का पता- बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था, पिंगलेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने, मक्सी रोड, उज्जैन (म.प्र.) Jaigurudevukm 9575600700, 9754700200. विनीत-बाबा जयगुरुदेव संगत, अलवर संबद्ध बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था, उज्जैन, म.प्र.

बाबा उमाकान्त महाराज के जनहितकारी एवं जीवहितकारी वचन -

+ यह मनुष्य शरीर जीते-जी प्रभु दर्शन के लिए मिला है। समर्थ गुरु को खोजो, नाम की कमाई करके आत्मा का कल्याण कर लो।
+ मृतक शरीर की मुक्ति तो श्मशान घाट पर हो जाती है परन्तु आत्मा की नहीं इसलिए जन्म-मरण की पीड़ा, नर्क - चौरासी के कष्ट से बचने के लिए वक्त के समर्थ सतगुरु के पास पहुँचकर आदिकाल का पाँच नाम लेकर प्रार्थना, सुमिरन, ध्यान, भजन करके आत्मा की मुक्ति करानी चाहिए।
+ मनुष्य शरीर मंदिर-मस्जिद, गुरुद्वारे की तरह से है। मुर्दा-मांस अंदर डालकर इसे गंदा मत करो।
+ पापी मन व पापी शरीर से की गई पूजा-उपासना, इबादत कभी स्वीकार नहीं होगी, इसलिए जिस्म को गुनहगार मत बनाओ ।
+ सच्चे सन्त के दर्शन, सतसंग और आशीर्वाद से नहीं बनने वाले काम भी बन जाते हैं।
+ पहले के समय में महात्माओं के मार्गदर्शन से लोगों में इतना आत्मबल, आत्मशक्ति थी कि जिस चीज की इच्छा करते वो पूरी हो जाती थी वह आज भी संभव है ।
+ विवेकशील बुद्धिजीवियों को भारत के आध्यात्मवाद की गरिमा जगाते रहना चाहिए। + जीव हत्या करके पैसा कमाने वाला कोई भी देश कभी भी तरक्की नहीं कर सकता है।
+ अब ऐसा समय आ गया है कि आप सब लोग शाकाहारी, चरित्रवान, नशे से मुक्त, देशप्रेमी, धर्मप्रेमी बनकर कुदरती कहर का मुकाबला करो, नहीं तो अस्तित्व ही मिट जाएगा ।
+ आगे ऐसी परिस्थिति पैदा हो जाएगी कि लोग मांस, मछली, अंडा और नशे की चीजों को मजबूरन छोड़ेंगे। + ध्यान दें ! बच्चे और बच्चियों के चरित्र का गिरना भारत जैसे धार्मिक देश के लिए खतरनाक होगा।
+ मेहनत इमानदारी की कमाई करो। दिल दुखाकर लाया हुआ, बिना मेहनत का पैसा फलता-फूलता नहीं बल्कि तकलीफ देता है ।
+ आजमाइश करके देख लो, जयगुरुदेव नाम प्रभु का ही है। जब मुसीबत में आदमी, देवी-देवता, फरिश्ते मददगार नहीं होंगे तब यह जयगुरुदेव नाम शाकाहारी, चरित्रवान, नशामुक्त लोगों के लिए मददगार होगा।
" जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव " नाम की ध्वनि रोज एक घंटा लगातार बोलने से तकलीफों में आराम मिलने लगता है।