कोरोना अलर्ट : केंद्र का राज्यों को आदेश,आ रहा है कोरोना! ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, PSA प्लांट रखें तैयार…पढ़ें केंद्र ने पत्र में क्या कुछ कहा....

स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें कोरोना से निपटने के लिए सभी तैयारियां करने का निर्देश दिया गया है.

कोरोना अलर्ट : केंद्र का राज्यों को आदेश,आ रहा है कोरोना! ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, PSA प्लांट रखें तैयार…पढ़ें केंद्र ने पत्र में क्या कुछ कहा....
कोरोना अलर्ट : केंद्र का राज्यों को आदेश,आ रहा है कोरोना! ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, PSA प्लांट रखें तैयार…पढ़ें केंद्र ने पत्र में क्या कुछ कहा....

Corona Alert: Center's order to the states, Corona is coming

नया भारत डेस्क : देश में कोरोना के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट पर है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को लेटर भेजा है। इसमें लिखा है कि देश में कोरोना की रफ्तार धीमी है, लेकिन हमें आने वाली चुनौती के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए। मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि ध्यान रखें कि ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी न आए। साथ ही वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सप्लाई की मशीनें दुरुस्त रखी जाएं।

बता दें, दूसरी लहर के दौरान जिस तरह देश में ऑक्सीजन की कमी देखी गई थी उसी को ध्यान में रखकर सरकार अभी से तैयार है। हालांकि भारत में कोरोना अभी नियंत्रण में है लेकिन फिर भी सरकार कोई ढील नहीं दे रही है।

 

स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव द्वारा जारी इस पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी प्रबंधन के लिए मेडिकल ऑक्सीजन एक जरूरी संसाधन है। गंभीर स्थिति में ऑक्सीजन लोगों की जान बचाने के लिए जरूरी है। कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पीएसए प्लांट्स, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य ऑक्सीजन के बुनियादी संसाधनों को स्थापित करने का समर्थन किया था। इसके साथ ही गंभीर स्थिति के लिए सरकार ने वेंटिलेटर्स को भी बढ़ाया।

 

भारत में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 201 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके साथ कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 3,397 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 0.15 फीसदी और साप्ताहिक दर 0.14 फीसदी दर्ज की गई है. मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 1,36,315 सैंपल की जांच की गई.

  1. पीएसए प्लांट्स को पूरी तरह चालू रखा जाए और उन्हें जांचने के लिए नियमित मॉक ड्रिल आयोजित की जाए.
  2. स्वास्थ्य सुविधाओं में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) की उपलब्धता और
    उनकी रिफिलिंग के लिए बिना रुकावट के आपूर्ति चेन सुनिश्चित की जानी चाहिए.
  3. बैकअप स्टॉक और मजबूती के साथ ऑक्सीजन सिलेंडरों की पर्याप्त सूची रिफिलिंग सिस्टम को बनाए रखा जाए.
  4. वेंटीलेटर्स, बीआईपीएपी जैसे लाइफ़ स्पोर्टिंग इक्वीपमेंट्स की उपलब्धता और SpO2 सिस्टम की उप्लब्धता सुनिश्चित की जाए.
  5. ऑक्सीजन के लिए राज्य स्तर पर ऑक्सीजन कंट्रोल रूम को फिर से सक्रिय किया जाना चाहिए.
  6. ओडीएएस प्लेटफॉर्म के लिए ऑक्सीजन का इस्तेमाल करने वाली सभी स्वास्थ्य सुविधाओं की ऑन-बोर्डिंग लागू करने के लिए रोजाना ऑक्सीजन की मांग और खपत पर नजर रखी जाए.

आंकड़ों के मुताबिक, भारत में देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 220.4 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं. गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे.

देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे. पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार हो गए थे.