CG- मानसून की विदाई BREAKING: पूरे प्रदेश से दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई, मौसम विभाग ने किया ऐलान, मौसम शुष्क रहने की संभावना.....

Chhattisgarh, Weather Update, Withdrawal of Southwest Monsoon 2022 डेस्क। मानसून की विदाई हो चुकी है। मौसम विभाग ने मानसून की विदाई की आधिकारिक पुष्टि की। आज दिनांक 21 अक्टूबर को दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई पूरे छत्तीसगढ़ से हो गया है। ठंड की आहट के साथ ही लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की है। छत्तीसगढ़ में अब 1314.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है।

CG- मानसून की विदाई BREAKING: पूरे प्रदेश से दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई, मौसम विभाग ने किया ऐलान, मौसम शुष्क रहने की संभावना.....
CG- मानसून की विदाई BREAKING: पूरे प्रदेश से दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई, मौसम विभाग ने किया ऐलान, मौसम शुष्क रहने की संभावना.....

Chhattisgarh Weather Update, Withdrawal of Southwest Monsoon 2022

 

डेस्क। मानसून की विदाई हो चुकी है। मौसम विभाग ने मानसून की विदाई की आधिकारिक पुष्टि की। आज दिनांक 21 अक्टूबर को दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई पूरे छत्तीसगढ़ से हो गया है। प्रदेश में उत्तर से शुष्क और ठंडी हवा के आने के कारण से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट रहने की संभावना है। प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर अंडमान सागर और उससे लगे दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर स्थित है, इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए प्रबल होकर और अवदाब के रुप में 22 अक्टूबर को परिवर्तित होने की संभावना है।

इसके और अधिक प्रबल होकर तथा उत्तर-उत्तर-पूर्व की मुड़ते हुए 23 अक्टूबर को गहरा अवदाब के रुप में परिवर्तित होने की संभावना है।इसके बाद मुड़ते हुए पूर्व-मध्य उससे लगे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर 23 अक्टूबर को पहुंचने की संभावना है तथा यहां पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 24 अक्टूबर को चक्रवात के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है।

इसके बाद इसके उत्तर- उत्तर-पूर्व की ओर आगे बढ़ते हुए पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के पास 25 अक्टूबर को उड़ीसा तट को स्पर्श करते हुए पहुंचने की संभावना है । इस चक्रवात का नाम सितरंग (थाइलैंड द्वारा घोषित नाम) रहेगा । 

 

इसका प्रभाव प्रदेश में प्रारंभिक अनुमान के अनुसार ज्यादा कुछ नहीं रहने की सम्भावना है । इसके कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में 24-26 अक्तूबर तक बादल रहने तथा न्युनतम तापमान में वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। ठंड की आहट के साथ ही लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की है। छत्तीसगढ़ में अब 1314.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है।

 

राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2022 से अब तक राज्य में 1314.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 21 अक्टूबर तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 2453.4 मिमी और सरगुजा में जिले में सबसे कम 640.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है। 

 

राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर में 1074.9 मिमी, बलरामपुर में 1116.0 मिमी, जशपुर में 1143.8 मिमी, कोरिया में 925.4 मिमी, रायपुर में 960.1 मिमी, बलौदाबाजार में 1212.8 मिमी, गरियाबंद में 1317.8 मिमी, महासमुंद में 1180.6 मिमी, धमतरी में 1359.6 मिमी, बिलासपुर में 1502.3 मिमी, मुंगेली में 1382.9 मिमी, रायगढ़ में 1252.4 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।

 

जांजगीर-चांपा में 1405.9 मिमी, कोरबा में 1264.3 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1125.9 मिमी, दुर्ग में 1042.8 मिमी, कबीरधाम में 1210.3 मिमी, राजनांदगांव में 1271.3 मिमी, बालोद में 1343.9 मिमी, बेमेतरा में 757.2 मिमी, बस्तर में 1890.5 मिमी, कोण्डागांव में 1333.2 मिमी, कांकेर में 1614.7 मिमी, नारायणपुर में 1542.6 मिमी, दंतेवाड़ा में 1855.3 मिमी और सुकमा में 1630.1 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।