CG स्वाइन फ्लू ब्रेकिंग: स्वाइन फ्लू से 2 और मौतें... छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से नववीं मौत... स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप...16 नए संक्रमित भी मिले....
Chhattisgarh Swine flu breaking: 2 more deaths due to swine flu... Ninth death due to swine flu in Chhattisgarh




Chhattisgarh Swine flu breaking: 2 more deaths due to swine flu Ninth death due to swine flu in Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से दो और मरीजों की इलाज के दौरान मौत हुई है। दोनों 62 साल की महिलाएं हैं, जिन्हें स्वाइन फ्लू के साथ दूसरी गंभीर बीमारियां भी थीं। इसी के साथ पिछले डेढ़ महीनों में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है। जबकि संक्रमित की संख्या 161 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मरने वालों में एक महिला बिलासपुर जिले की थी। वहीं दूसरी महिला रायपुर जिले की ही निवासी थी। इनमें से एक को रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया था। दूसरी महिला का इलाज रायपुर के ही एक निजी अस्पताल में हो रहा था। उनमें कई दिन पहले स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी।
उससे पहले बुधवार को बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में 35 साल कह महिला की मौत हुई थी। इन दो मौत को मिलाकर इस साल स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 तक पहुंच गई है। इस बीच प्रदेश भर में स्वाइन फ्लू के 16 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से 14 केस अकेले रायपुर जिले से ही आए हैं। एक केस रायगढ़ और एक सूरजपुर से रिपोर्ट हुआ है।
इसका वायरस मानसून में भी सक्रिय हो गया है। इससे बचने और सावधान रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को मौसमी बीमारियों के साथ ही कोविड-19 और स्वाइन फ्लू से अलर्ट रहने की अपील की है। स्वाइन फ्लू के लक्षण भी कोरोना के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं। इसमें खांसी, बलगम आना, गले में दर्द या खराश, जुकाम और कुछ लोगों को फेफड़ों में इन्फेक्शन होने पर सांस चढ़ने लग जाती है। जिन व्यक्तियों को इस तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं, उन्हें तुरंत स्वाइन फ्लू के साथ कोरोना की भी जांच कराना चाहिए।
महामारी नियंत्रण विभाग के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा का कहना है, स्वाइन फ्लू H-1 N-1 इन्फ्लुएंजा ‘ए’ के कारण होता है। यह वायरस वायु कण एवं संक्रमित वस्तुओं को छूने से फैलता है। इसकी संक्रमण अवधि सात दिनों की होती है। बरसात के मौसम में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों में संक्रमण तीव्र गति से प्रभावी होने का अधिक खतरा रहता है