CG- दिल दहला देने वाली तस्वीर: महिला टीचर ने ढाई साल के बच्चे को ऐसा तमाचा मारा की गाल पर छपा निशान... फिर जो हुआ... शिकायत पर स्कूल ने कहा, ले जाएं टीसी... मामला जान दंग रह जाएंगे आप... देखें शिक्षिका की करतूत फोटो में....
Chhattisgarh Shocking picture female teacher slapped a two and a half year old child Raigarh News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के निजी कार्मेल कान्वेंट स्कूल में ढाई साल के बच्चे को शिक्षिका ने इतनी जोर से तमाचा मारा कि उसके गाल में निशान बन गया. स्कूल से शिकायत करने पर प्रबंधन ने टीसी लेने की बात कह दी. जिसके बाद कलेक्टर, एसपी व डीईओ से शिकायत हुई है. बच्चे के गाल में तमाचे के लाल निशान थे. उन्होंने जब बच्चे से पूछा तो उसने डरते हुए बताया कि क्लास टीचर ने उसे मारा है.




Chhattisgarh Shocking picture, female teacher slapped a two and a half year old child
Raigarh News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के निजी कार्मेल कान्वेंट स्कूल में ढाई साल के बच्चे को शिक्षिका ने इतनी जोर से तमाचा मारा कि उसके गाल में निशान बन गया. स्कूल से शिकायत करने पर प्रबंधन ने टीसी लेने की बात कह दी. जिसके बाद कलेक्टर, एसपी व डीईओ से शिकायत हुई है. बच्चे के गाल में तमाचे के लाल निशान थे. उन्होंने जब बच्चे से पूछा तो उसने डरते हुए बताया कि क्लास टीचर ने उसे मारा है.
जब क्लास टीचर से बच्चे को इतनी बेरहमी से मारने का कारण पूछा गया तो टीचर ने भड़कते हुए कहा कि यदि आपको आपत्ति है तो आप अपने बच्चे को स्कूल से निकलवा लीजिए और टीसी ले जाइए. गांधी टीचर की शिकायत लेकर प्रिंसिपल ऑफिस में गए तो वहां उपस्थित शैली मेडम ने अन्य स्टाफ को भी जमा कर लिया और कहा कि आप अपने बच्चे का टीसी निकलवा लीजिए. उन्होंने धमकाते हुए यह भी कहा कि आपके परिवार के और भी बच्चे यहां पढ़ते हैं, देखते हैं वो अब कैसे पढ़ेंगे.
जिसके बाद विधान गांधी ने इसकी शिकायत कलेक्टर, एसपी व जिला शिक्षा अधिकारी को की है. विवेक दुबे प्रदेश अध्यक्ष सर्व शिक्षक संघ ने कहा की रायगढ़ के कार्मेल कॉन्वेंट प्राइवेट स्कूल में नर्सरी में पढ़ने वाले पार्थ गांधी के पिता विधान गांधी ने वहां के जिला शिक्षा अधिकारी के पास जो शिकायत दर्ज कराई है उसके अनुसार उनके 2 साल 8 माह के पुत्र को स्कूल में वहां की शिक्षिका ने झापड़ मार दिया जिसका फोटो वायरल हो रहा है.
पेरेंट्स का यह भी कहना है कि जब उन्होंने स्टाफ से इस विषय में बात की तो उनका कहना है कि आपको यदि स्कूल सही नहीं लग रहा है तो आप टीसी ले जाइए. स्कूल में व्यक्ति अपने मासूम बच्चे को एडमिशन इसलिए नहीं दिलाता की उसके बच्चे के साथ इस प्रकार की मारपीट की जाए कि उसके गाल पर थप्पड़ों का निशान छप जाए. मैं स्वयं एक शिक्षक हूं और यह मांग करता हूं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो पर यदि शिक्षक दोषी है और लगाए गए आरोप सही हैं तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.