Chhattisgarh News : ऐसे ही नहीं कहलाते डॉक्टर 'धरती के भगवान'...डॉक्टर्स की बड़ी उपलब्धि, 3 फुट की महिला का हुआ सफल सिजेरियन, माँ-बच्ची दोनों स्वस्थ…

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले से ये हर्ष की खबर सामने आई है। जहां जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार के डाक्टरों की टीम ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. डॉक्टर्स ने तीन फुट की महिला का प्रसव पीड़ा होने सफल सिजेरियन ऑपरेशन कर एक स्वस्थ कन्या का जन्म करवाया.

Chhattisgarh News : ऐसे ही नहीं कहलाते डॉक्टर 'धरती के भगवान'...डॉक्टर्स की बड़ी उपलब्धि, 3 फुट की महिला का हुआ सफल सिजेरियन, माँ-बच्ची दोनों स्वस्थ…
Chhattisgarh News : ऐसे ही नहीं कहलाते डॉक्टर 'धरती के भगवान'...डॉक्टर्स की बड़ी उपलब्धि, 3 फुट की महिला का हुआ सफल सिजेरियन, माँ-बच्ची दोनों स्वस्थ…

नया भारत डेस्क : छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले से ये हर्ष की खबर सामने आई है। जहां जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार के डाक्टरों की टीम ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. डॉक्टर्स ने तीन फुट की महिला का प्रसव पीड़ा होने सफल सिजेरियन ऑपरेशन कर एक स्वस्थ कन्या का जन्म करवाया. जिससे महिला के परिजनों में खुशी का माहौल है.

इस सफल ऑपरेशन को लेकर जिला चिकित्सालय की गायनोलाजिस्ट डॉ. करूणा यादव रूपरेला ने बताया कि महिला का नाम संतोषी है और उसकी ऊंचाई मात्र तीन फुट की है. जिसकी प्रसव पीड़ा होने पर यहां पर लाया गया.जिसको देखते हुए तत्काल हमारी डाक्टरों की टीम ने निर्णय लिया और महिला का सिजेरियन ऑपरेशन किया. सफल ऑपरेशन में डॉक्टर्स ने स्वस्थ शिशु का जन्म करवाया.

निश्चेतना विशेषज्ञ डाक्टर ईशान दुबे ने बताया महिला की ऊंचाई मात्र तीन फुट की थी जांच में पता चला कि शिशु अंदर में खराब पानी पी लिया है. ऐसे में जच्चा-बच्चा दोनों को बचाना जरूरी था लेकिन सबसे बड़ा ख़तरा महिला को बेहोश करना था ।क्योंकि रीढ़ की हड्डी में जगह कम था और बेहोशी करने में तकलीफ़ थी।
स्पाइनल एनेस्थेसिया देने में रिस्क थी।ऐसे में दिल की धड़कन रुकना हाइपोटेंशन जैसे जटिलता हो सकती थी।आईसीयू की भी ज़रूरत पड़ सकती थी। छोटी हाइट के कारण दुरल स्पेस और सीएसएफ़ प्राप्त करना मुश्किल होता है जगह कम होने के कारण असफल स्पाइनल ब्लॉक का चांस बहुत था।।

लेकिन डॉ ईशान ने अपने अनुभव और कौशल से सफल स्पाइनल एनेस्थेसिया दिया और स्पाइनल एनेस्थेसिया देने के बाद होने वाली जटिलता दिल का धड़कन कम हो जाना,स्वाँस की तकलीफ़ हो जाना,बेहोशी का असर ऊपर जाना जैसे जटिलता नहीं होने दी और सफल आपरेशन करवाया।

आपको बताते चले सालों बाद ज़िला अस्पताल को निश्चेतना विशेषज् की सौग़ात मिली है डॉक्टर ईशान बलौदाबाज़ार के एक मात्र क्रिटिकल केयर आईसीयू विशेषज्ञ है  जो वेंटीलेटर चलाने में पूरी तरह निपुण है और अलग अलग बेहोशी करने में दक्षता हासिल किए हुए है ..

निश्चेतना विशेषज्ञ डाक्टर ईशान दुबे ने बताया एनेस्थीसिया में भी जिस प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल होता हो मरीज़ की उम्र, ऊंचाई, और वज़न के मुताबिक़ दिया जाता है. साथ ही ये भी देखा जाता है कि मरीज़ किसी अन्य प्रकार की दवा तो नहीं ले रहा है.

यह ऑपरेशन डाक्टरों की टीम निश्चेतना विशेषज्ञ डाक्टर ईशान दुबे, शिशु रोग विशेषज्ञ साकेत मेहता, वरिष्ठ गायनोलाजिस्ट डॉ. अनिता वर्मा और ए.बी.खान ओ.टी इंचार्ज,कमलेशचंद डहरे, दामिनी वर्मा, हरपाल सिंह बंजारे,
दीपक कोशरिया,राधेश्याम बंजारे, शाहरुख़ खान, सुनीता साहू, लीना धीवार, के सहयोग से संपन्न हुआ.