Janmashtami 2022: छत्तीसगढ़ में जन्माष्टमी की धूम... CM भूपेश ने श्री कृष्ण का रूप धरे बच्चे को गोद मे उठाकर फुड़वाई मटकी... गाय को खिलाया गुड़-चना... "कृष्ण कुंज" का भी लोकार्पण... देखें तस्वीरें और वीडियो.....
Chhattisgarh Janmashtami 2022, Inauguration of Krishna Kunj, CM Bhupesh planted saplings रायपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर प्रदेश वासियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्री कृष्ण का रूप धरे बच्चे को गोद मे उठाकर मटकी फुड़वाई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गाय को गुड़-चना खिलाया। मुख्यमंत्री ने श्री कृष्ण का रूप धरे बच्चों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने "कृष्ण कुंज" का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुंज में भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने जन्माष्टमी के पर्व पर राजधानी के ’कृष्ण-कुंज’ में पौधरोपण किया।




Chhattisgarh Janmashtami 2022, Inauguration of Krishna Kunj, CM Bhupesh planted saplings
रायपुर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर प्रदेश वासियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्री कृष्ण का रूप धरे बच्चे को गोद मे उठाकर मटकी फुड़वाई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गाय को गुड़-चना खिलाया। मुख्यमंत्री ने श्री कृष्ण का रूप धरे बच्चों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने "कृष्ण कुंज" का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुंज में भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने जन्माष्टमी के पर्व पर राजधानी के ’कृष्ण-कुंज’ में पौधरोपण किया।
मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुंज में कदम्ब का पौधा लगाया। तेलीबांधा में बनाये गए कृष्ण कुंज के 1.68 हेक्टेयर में 383 पौधे रोपित किये। बरगद, पीपल, कदंब जैसे सांस्कृतिक महत्व के पौधे लगाए गए। कृष्ण कुंज में जीवनोपयोगी आम, इमली, बेर, गंगा इमली, जामुन, शहतूत, तेंदू ,चिरौंजी के पौधे लगाए। प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में 162 स्थानों के कृष्ण कुंज में पौधारोपण किया गया। वृक्षारोपण को जन-जन से जोड़ने, सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए ‘कृष्ण-कुंज’ नाम दिया गया।
सीएम ने कहा कि भगवान कृष्ण के अनेक नाम हैं माखनचोर, रणछोड़, द्वारिकाधीश अनेक नाम हैं। माताएं अपने बच्चों को सदैव भगवान कृष्ण के रूप में देखती हैं। कृष्ण के अनेक रूप हैं, हमारे छत्तीसगढ़ में बच्चे सबसे पहला कोई उपवास रखते हैं तो वह जन्माष्टमी का होता है। छत्तीसगढ़ में हमने गौपालन का कार्य शुरू किया है, गांव और शहर में गौठान बना रहे हैं।