Chhattisgarh: कलेक्टर ने रुकवाई अपनी कार... बाहर निकलकर पैदल चलने लगे.... छात्रा ने किया कुछ ऐसा की कलेक्टर ने दिया इनाम और बजवाई ताली....
Chhattisgarh Exclusive Story जांजगीर-चाम्पा 18 जुलाई 2022। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा मुख्यालय से दूर जैजैपुर ब्लॉक् में जगह-जगह दौरे कर रहे थे। एक कार्यालय का निरीक्षण कर वह अपनी कार से सवार होकर निकल भी पड़े थे कि अचानक उन्हें स्कूल की छात्राएं सड़क पर समूह बनाकर खड़ी हुई दिख गई। कलेक्टर ने अपनी कार रुकवाई और बाहर निकल गए। वे पैदल चलने लगे। कार के ड्राइवर से लेकर उनके गनमैन तक को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या ? कलेक्टर साहब किधर चले जा रहे हैं। सभी उनके पीछे चलने लगे। आखिरकार जब कलेक्टर छात्राओं के पास पहुचे तो सबको समझ आया कि वे उनकी समस्याओं को जानने पहुचे हैं।




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जांजगीर-चाम्पा 18 जुलाई 2022। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा मुख्यालय से दूर जैजैपुर ब्लॉक् में जगह-जगह दौरे कर रहे थे। एक कार्यालय का निरीक्षण कर वह अपनी कार से सवार होकर निकल भी पड़े थे कि अचानक उन्हें स्कूल की छात्राएं सड़क पर समूह बनाकर खड़ी हुई दिख गई। कलेक्टर ने अपनी कार रुकवाई और बाहर निकल गए। वे पैदल चलने लगे। कार के ड्राइवर से लेकर उनके गनमैन तक को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या ? कलेक्टर साहब किधर चले जा रहे हैं। सभी उनके पीछे चलने लगे। आखिरकार जब कलेक्टर छात्राओं के पास पहुचे तो सबको समझ आया कि वे उनकी समस्याओं को जानने पहुचे हैं।
यहाँ पहुचते ही कलेक्टर सिन्हा ने छात्राओं से पूछा कि आप सभी यहाँ क्यों घूम रहे ? क्लास क्यों अटैंड नहीं कर रहे ? कलेक्टर के इन सवालों के साथ अनेक छात्रा जैसे घबरा सी गई। इतने में कलेक्टर सिन्हा ने उनसे बहुत ही स्नेहपूर्वक बात करना शुरू कर दिया। कलेक्टर ने उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा। उन्होंने 12 के बाद आगे क्या पढ़ना है यह भी छात्राओं को बताया। इसी बीच कुछ छोटी बच्चियां भी स्कूल ड्रेस में उन्हें दिखी तो कलेक्टर ने उन्हें तत्काल अपने पास बुलाया। यह बच्चियां संकोचवश कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। जब कलेक्टर ने उनका उत्साहवर्धन किया तो उसने अपना नाम बताया।
अपना नाम सिमरन लहरे बताते ही कलेक्टर ने उनसे 7 का पहाड़ा पूछा। वह बच्ची बोलने से घबरा रही थी तो कलेक्टर ने उन्हें अपना पेन दिखाते हुए कहा कि आप पहाड़ा पढ़ोगे तो मैं आपको इनाम दूंगा। कलेक्टर से इनाम की बात सुनते ही सिमरन ने बिना रुके पहाड़ा पढ़ दिया। सिमरन के पहाड़ा पढ़ते ही आखिरकार कलेक्टर ने अपना वादा निभाया और जेब से पेन निकाल कर न सिर्फ बच्ची को दे दिया,अपितु आसपास इकट्ठी हुई भीड़ से तालियां भी बजवाई। कलेक्टर के हाथों पेन पाकर खुश सिमरन जब उनका पैर छूने लगी तो कलेक्टर ने उन्हें रोकते हुए कहा कि नहीं... नहीं.. ये ठीक नहीं।
आप अच्छे से पढ़ाई करना। बड़ी होकर कलेक्टर बनना..। उन्होंने सभी छात्राओं से कहा कि आप अच्छे से पढ़ाई करोगे तो आपको अच्छी नौकरी मिलेगी। राज्य शासन द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शुल्क भी माफ कर दिया है और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने अनेक योजनाएं भी संचालित कर रही है। आप सभी इसका लाभ उठाइए। कुछ छात्राओं ने शिक्षकों की कमी के विषय में कलेक्टर को बताया तो उन्होंने तत्काल ही इस समस्या को दूर करने की बात कही। कार्यालय आते ही कलेक्टर ने विकासखण्ड के शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि स्कूल समय में कोई भी विद्यार्थी सड़क में नहीं दिखनी चाहिए।
आप शिक्षकों की व्यवस्था कर नियमित अध्यापन कराए। उनकी पहली प्राथमिकता है कि स्कूल आने से कोई वंचित न हो और स्कूल आकर कोई ज्ञान से वंचित न रहे। कलेक्टर को देखकर आसपास के कुछ लोग भी यहाँ आए हुए थे। उन्होंने कलेक्टर को देखते ही अपने क्षेत्र की समस्या को सामने रखा। लोगो ने बताया कि ग्राम जुनवानी की सड़क उखड़ चुकी है। चलना मुश्किल हो रहा है। कलेक्टर ने लोगो की मांग को पूरा की बात कही। उन्होंने कहा कि अभी बारिश है इसलिए तत्काल सड़क बनवाना आसान नहीं। अभी चलने लायक बनवा देते हैं। कलेक्टर की इस बात पर सभी ने सहमति जताई। कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारी को तत्काल ही गड्ढे भरने के निर्देश दिए।