CG - PRSU में छात्रों का अर्धनग्न प्रदर्शन : कुलसचिव और वार्डन पर लगाया ये गंभीर आरोप, FIR की मांग, सांसद-मंत्री को लिखा पत्र....

पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के शहीद चंद्रशेखर आजाद छात्रावास में छात्रों ने जातिगत भेदभाव और प्रताड़ना के विरोध में आधी रात को अर्धनग्न प्रदर्शन किया। छात्रों ने कहा कि उन्हें प्रताड़ित किया गया, निजी कार्य कराया जा रहा है।

CG - PRSU में छात्रों का अर्धनग्न प्रदर्शन : कुलसचिव और वार्डन पर लगाया ये गंभीर आरोप, FIR की मांग, सांसद-मंत्री को लिखा पत्र....
CG - PRSU में छात्रों का अर्धनग्न प्रदर्शन : कुलसचिव और वार्डन पर लगाया ये गंभीर आरोप, FIR की मांग, सांसद-मंत्री को लिखा पत्र....

रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के शहीद चंद्रशेखर आजाद छात्रावास में छात्रों ने जातिगत भेदभाव और प्रताड़ना के विरोध में आधी रात को अर्धनग्न प्रदर्शन किया। छात्रों ने कहा कि उन्हें प्रताड़ित किया गया, निजी कार्य कराया जा रहा है। छात्रों का कहना है कि कुलसचिव ने धमकाया है। वार्डन ने प्रताड़ित किया। मामला रविवि के शहीद चंद्रशेखर आजाद छात्रावास का है।

इस  दौरान छात्रों ने हॉस्टल में रहने के बजाय पं. रविशंकर शुक्ल की प्रतिमा के नीचे ही पूरी रात बिताई। वार्डन कमलेश शुक्ला पर FIR और कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।

आजाद छात्रावास के छात्रों ने रविवि की प्रिवेंस कमेटी के अध्यक्ष, सांसद और मंत्री सहित अन्य लोगों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि छात्रावास अधीक्षक और बायोटेक्निक विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कमलेश शुक्ला छात्रों को प्रताड़ित किया है।

छात्रों का आरोप है कि कुलसचिव शैलेंद्र पटेल और अधीक्षक कमलेश शुक्ला की दोस्ती है। इसी का हवाला देकर वार्डन धमकाता है। इसके अलावा पत्र में लिखा गया है कि छात्रावास में विराजित गणेश भगवान की संध्या आरती के बाद 9 सितंबर को कुलसचिव ने भी धमकाया। उनके जाने के बाद अधीक्षक ने पावर देखे जाने की बात कहकर ताना मारा गया।

प्रोफेसर कमलेश शुक्ला को पद से हटाए जाने की मांग विद्यार्थियों ने की थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक्शन लेते हुए जांच बैठाई है। प्रोफेसर शुक्ला को पद से भी हटा दिया गया है, लेकिन छात्र इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं।

छात्रों का कहना है कि बीते 3 माह तक उनका जिस तरह से शारीरिक और मानसिक शोषण हुआ है, उसके आधार पर छात्रावास अधीक्षक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने के साथ ही FIR भी होनी चाहिए। छात्र अब पुलिस में शिकायत की मांग पर अड़े हैं।