CG- नर्स ने की आत्महत्या : हॉस्टल के रूम में खिड़की से फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या..मौत से पहले मोबाइल पर VIDEO कॉल?...जांच में जुटी पुलिस...

श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में कार्यरत एक नर्स ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। सूचना मिलते ही स्मृति नगर पुलिस मौके पर पहुंची है। CG- Nurse commits suicide: Committed suicide by hanging from the window in the hostel room..

CG- नर्स ने की आत्महत्या : हॉस्टल के रूम में खिड़की से फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या..मौत से पहले मोबाइल पर VIDEO कॉल?...जांच में जुटी पुलिस...
CG- नर्स ने की आत्महत्या : हॉस्टल के रूम में खिड़की से फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या..मौत से पहले मोबाइल पर VIDEO कॉल?...जांच में जुटी पुलिस...

CG Nurse commits suicide

नया भारत डेस्क : श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में कार्यरत एक नर्स ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। सूचना मिलते ही स्मृति नगर पुलिस मौके पर पहुंची है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक नर्स का नाम गामिनी सिंह (27 साल) बताया जा रहा है। वो खैरागढ़ क्षेत्र की रहने वाली थी।


मिली जानकारी अनुसार वह दो साल से शंकराचार्य हास्पिटल में कार्यरत थी। आत्महत्या वाले दिन उसकी ड्यूटी आइसीयू कक्ष में थी। बताया जा रहा है कि दामिनी बुधवार सुबह आइसीयू कक्ष में ड्यूटी पर थी। वहीं दोपहर दो बजे वह हास्पिटल से लगे अपने हास्टल में गई और फांसी लगा ली। जिसके बाद अस्पताल में कार्यरत दूसरी नर्स ने दामिनी की लाश फांसी पर झूलता देख अस्पताल प्रबंधन को इसकी सूचना दी। स्मृति नगर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।इस मामले में पुलिस का कहना है कि मृतका के पास से किसी तरह का सुसाइड नोट्स नहीं मिला। वहीं आत्महत्या का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।

सूचना मिलते ही गामिनी के माता-पिता और भाई-बहन खैरागढ़ से सीधे पुलिस चौकी पहुंचे हैं। उनकी पुलिस सभी तरह की जानकारी ले रही है। साथ रूम पार्टनर से भी पूछताछ की जा रही है कि आखिर नर्स ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।

रूम पार्टनर की सूचना पर जब पुलिस हॉस्टल पहुंती तो गामिनी की लाश खिड़की से लटक रही थी। शव के ठीक सामने मोबाइल जिस स्थिति में मिला है उसे देखकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि फांसी लगाते समय वो किसी से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी। बहरहाल टीम मोबाइल जब्त कर ली है। जांच के बाद ही पूरा मामला साफ हो पाएगा कि आखिर नर्स ने क्यों जान दी।