CG - आधार की तरह छात्रों को मिलेगी यूनिक पहचान, छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों का तैयार होगा APAAR ID, स्कूल शिक्षा सचिव ने कलेक्टरों को लिखा पत्र….
जिस तरह आधार कार्ड से देश में एक नई क्रांति आई है, ठीक उसी तर्ज पर अब एक और क्रांति लाने की तैयारी है। दरअसल छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों का APAAR ID तैयार किया जायेगा। इसे लेकर शिक्षा सचिव ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है।




रायपुर। जिस तरह आधार कार्ड से देश में एक नई क्रांति आई है, ठीक उसी तर्ज पर अब एक और क्रांति लाने की तैयारी है। दरअसल छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों का APAAR ID तैयार किया जायेगा। इसे लेकर शिक्षा सचिव ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है। अपने पत्र में शिक्षा सचिव ने कहा कि विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य और कौशल विकास के लिए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। इसी क्रम में नई शिक्षा निति के तहत विद्यार्थियों की शैक्षिक प्रगति और उपलब्धियों को ट्रैक करने के लिए एक अद्वितीय आईडी बनाई जाएगी, जो “एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी” (One Nation One Student ID) के उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहायता करेगी।
शिक्षा सचिव ने पत्र में उल्लेख किया है कि यह अद्वितीय आईडी आजीवन रहेगी और आसानी से उपलब्ध होगी। APAAR ID डिजिलॉकर से लिंक करने के लिए एक सिस्टम होगा, जो विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों, जैसे परीक्षा परिणाम, समग्र रिपोर्ट कार्ड, लर्निंग आउटकम, और अन्य उपलब्धियों—जैसे ओलंपियाड, खेल, कौशल प्रशिक्षण, आदि—को डिजिटल रूप से संग्रहित करने का माध्यम प्रदान करेगा।
विद्यार्थी भविष्य में अपनी उच्च शिक्षा या रोजगार के उद्देश्य से क्रेडिट स्कोर का भी उपयोग कर सकेंगे। इस प्रयास में भारत शासन और शिक्षा मंत्रालय के द्वारा छात्र के आधार नंबर के आधार पर APAAR (Automated Permanent Academic Account Registry) ID तैयार की जाएगी, जिसके लिए माता-पिता/अभिभावक की अलग से सहमति आवश्यक होगी। इसके लिए शाला स्तर पर पालक-शिक्षक बैठक (Parent Teacher Meeting) 3-4 अक्टूबर 2024 को आयोजित की जाएगी।
इस बैठक में शाला के प्रधानपाठक/प्राचार्य विद्यार्थियों के पालकों/अभिभावकों को सहमति पत्र उपलब्ध कराएंगे। निर्धारित फॉर्मेट में पालक- अभिभावक सहमति पत्र में जानकारी भरकर हस्ताक्षर कर शाला के प्रधानपाठक/प्राचार्य के पास जमा करेंगे। सहमति पत्र के आधार पर प्रधानपाठक/प्राचार्य द्वारा पालक/अभिभावक एवं विद्यार्थी की जानकारी UDISEplus पोर्टल में भरी जाएगी, जिसके बाद विद्यार्थी का APAAR ID भारत शासन के UDISEplus पोर्टल द्वारा स्वतः तैयार कर दिया जाएगा। आईडी बनाने हेतु विद्यार्थियों/पालकों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
APAAR ID की संपूर्ण प्रक्रिया के क्रियान्वयन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी नोडल अधिकारी और जिला मिशन समन्वयक सहायक नोडल अधिकारी होंगे। विकासखंड, सकुल और शाला स्तर पर भी अपने अनुसार नोडल अधिकारी नामांकित किए जाएंगे। जिले, विकासखंड और सकुल स्तर पर शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्य आयोजित किया जाएगा। जिले के समग्र शिक्षा के प्रोग्रामर और ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर तकनीकी प्रशिक्षण में सहयोग करेंगे। प्रत्येक संकुल समन्वयक को दर्ज संख्या के अनुसार APAAR ID बनाने के लिए लक्ष्य प्रदान करते हुए निर्धारित समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए जाएंगे।
शिक्षा सचिव ने पत्र में उल्लेख किया प्रथम चरण में कक्षा 9 से 12 तक अध्ययनरत विद्यार्थियों के APAAR ID तैयार किए जाएंगे। इसके बाद कक्षा 6 से 8 और फिर कक्षा 1 से 5 के APAAR ID तैयार किए जाएंगे। जिन विद्यार्थियों के आधार कार्ड नहीं बने हैं, उनके लिए विशेष कैम्प आयोजित कर आधार कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा।