CESS TAX: 10 लाख से ज्यादा का बना मकान तो 1% सेस, 25 हजार लोगों को श्रम विभाग का नोटिस जारी...
CESS TAX: 1?ss if house built above 10 lakhs, labor department notice issued to 25 thousand people... CESS TAX: 10 लाख से ज्यादा का बना मकान तो 1% सेस, 25 हजार लोगों को श्रम विभाग का नोटिस जारी...




CESS TAX :
अगर आपने अपने आशियाने का निर्माण फरवरी 2009 के बाद करवाया है और और उसके निर्माण की लागत 10 लाख रुपये से ज्यादा आई है, तो श्रभ विभाग को कुल लागत का एक फीसदी सेस चुकाने के लिए तैयरा हो जाइए। इसके लिए श्रम विभाग की ओर से राजधानी में 25 हजार लोगों को नोटिस दिया जा चुका है। (CESS TAX)
राज्य में बन रहे निजी प्रतिष्ठानों से एक फीसदी की सेस वसूली जाएगी। खासकर वैसे निर्माण जिसपर 10 लाख से अधिक खर्च हो रहे हैं, उन्हें एक फीसदी सेस देना होगा। यानी 10 लाख से अधिक के निर्माण पर 10 हजार सेस देना होगा। अभी निजी प्रतिष्ठानों से सेस वसूली की रफ्तार धीमी है। इसमें तेजी लाने के लिए श्रम संसाधन विभाग ने धावा दल का गठन किया है। (CESS TAX)
विभागीय अधिकारियों के अनुसार प्रदेश के असंगठित क्षेत्र के कामगारों को आर्थिक लाभ देने के लिए ही सेस की वसूली की जाती है। बिहार में अभी 18 लाख से अधिक कामगार निबंधित हैं। समय-समय पर सरकार इन्हें आर्थिक लाभ के अलावा अन्य रियायतें देती है। विभागीय नियमानुसार 10 लाख से अधिक के निर्माण करने पर एक फीसदी सेस दिया जाना आवश्यक है। राज्य में सरकारी निर्माण के दौरान एक फीसदी सेस की वसूली हो रही है। कुल वसूली में 94 फीसदी राशि सरकारी निर्माण से ही विभाग को मिल रही है। वहीं निजी प्रतिष्ठानों में भी 10 लाख से अधिक के निर्माण धड़ल्ले से हो रहे हैं। लेकिन इस क्षेत्र में वसूली नगण्य है। मात्र छह फीसदी वसूली ही निजी प्रतिष्ठानों से हो रही है। (CESS TAX)
विगत 31 दिसम्बर 2021 तक 2,447.86 करोड़ रुपए सेस के रूप में वसूली हुई है। इसमें से 1379.33 करोड़ कामगारों पर खर्च किए जा चुके हैं। इस स्थिति को देखते हुए ही श्रम संसाधन विभाग ने तय किया है कि सभी जिलों में सेस वसूली में तेजी लाई जाए। इसके लिए धावा दल का गठन किया गया है। यह विशेष दस्ता राज्य में हो रहे निजी निर्माण का निरीक्षण कर सेस वसूली सुनिश्चित करेगा। (CESS TAX)
ऑनलाइन सेस जमा करने की सुविधा देने की तैयारी:
सेस वसूली में तेजी लाने के लिए विभाग ऑनलाइन जमा करने की सुविधा देने वाला है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। समाचार पत्रों के माध्यम से विज्ञापन प्रकाशित कर लोगों को स्वत: सेस जमा करने की अपील की जाएगी। विभाग ने कहा है कि चूंकि सेस की राशि कामगारों में खर्च की जाती है। (CESS TAX)