CG: दो शातिर गिरफ्तार.... पूर्व बैंककर्मी ने बुजुर्ग को ठगा.... झांसे में लेकर पहले ATM कार्ड ब्लॉक कराया.... फिर दूसरा जारी करा खाते से निकाले लाखों.... जुआ के शौकिन आरोपियों तक पहुंची पुलिस और उजागर हुआ आरोपियों के ठगी का खेल.....




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रायगढ़। दो शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। एचडीएफसी बैंक के ग्राहक से धोखाधड़ी कर आरोपीगण बैंक में एड मोबाइल का सिम नम्बर प्राप्त कर ₹6.80 लाख की धोखाधड़ी किये थे। बैंक से निकाले गये कर्मचारी ने पूरी प्लानिंग की थी। अपने दोस्त के साथ पीड़ित के बैंक खाते से नया एटीएम कार्ड जारी कराये थे। एसपी अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन तथा एडिशनल एसपी लखन पटले एवं एसडीओपी खरसिया निमिषा पाण्डेय के मार्गदर्शन पर चौकी खरसिया की पुलिस को ग्रामीण से हुये साइबर ठगी के मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है।
खरसिया पुलिस द्वारा धोखाधड़ी की योजना बनाने वाले बैंक से निकाले गये कर्मचारी और अपराध में उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के मामले में जेल भेजा गया है। आरोपीगण पूरी तरह से निश्चिंत थे कि वे पकड़े ही नहीं जावेंगे परन्तु आरोपियों की जुए की लत ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दी। घटना के संबंध में दिनांक 18.03.2021 को ग्राम ओड़केला, थाना डभरा जिला जांजगीर-चांपा निवासी घसिया राठिया स्व इतवार सिह (58 साल) द्वारा पुलिस चौकी खरसिया में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि आईडीएफसी बैंक खरसिया में उनका बैंक खाता है। यहां खाता में मोबाईल नंबर से जुडा हुआ था। दिनांक 02-03-2021 को बैक में पैसा निकालने आया था तो पता चला कि बैक में पिछले दो तीन दिन में 06 लाख 80 हजार रूपये निकला है।
जब बैंक में जानकारी लिया गया तो पता चला कि मोबाईल नं के द्वारा एक नया एटीएम कार्ड दिनांक 25-02-2021 जारी हुआ है। अज्ञात आरोपियों द्वारा 26 फरवरी से 01 मार्च 2021 तक एवं 12 से 14 फरवरी तक आनलाईन टांजेक्शन कर खाता से 6 लाख 80 हजार रूपये निकल लिया गया था। पीड़ित के आवेदन पत्र पर अज्ञात आरोपी पर थाना खरसिया (चौकी खरसिया) में अप.क्र. 191/2021 धारा 420 IPC का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। साइबर क्राईम के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से दिशा निर्देशन प्राप्त कर चौकी प्रभारी खरसिया उप निरीक्षक नंद किशोर गौतम द्वारा साइबर सेल से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की जानकारी ली गई जिसमें जैजेपुर क्षेत्र से ट्रांजेक्शन की जानकारी हुई।
चौकी प्रभारी द्वारा जैजेपुर, डभरा, जांजगीर क्षेत्र में अपने मुखबिरों को सक्रिय कर सूचना देने निर्देशित किया गया था जिस पर उनके मुखबिर द्वारा सूचना दिया गया कि जैजेपुर का रहने वाला 23-24 साल का लड़का लाकेश्वर चंद्रा जो कुछ करता नहीं है पर जुआ में काफी रकम हारा रहा है, तब चौकी प्रभारी द्वारा जैजेपुर की अपने स्टाफ के साथ दबिश देकर संदेही लाकेश्वर चन्द्रा को हिरासत में लेकर चौकी लाये। संदेही से जुआ, रूपयों के संबंध में कड़ी पूछताछ करने पर अपने गांव के शिव कुमार साहू के मिलकर ग्राम ओडेकेरा के ग्रामीण से धोखाधड़ी करना बताया। आरोपी लाकेश्वर चंद्रा से मिली जानकारी पर आरोपी शिव कुमार साहू को हिरासत में लिया गया।
आरोपी शिव कुमार साहू (उम्र 27 साल) साकिन गंजीपारा जैजैपुर थाना जैजैपुर जिला जांजगीर चाम्पा, चौकी खरसिया पुलिस को अपने मेमोरंडम कथन में बताया कि वर्ष 2019 से 2020 तक आईडीएफसी बैंक खरसिया में काम किया है। इस दौरान तेलीकोट गांव की एक महिला के खाते से 4 लाख रूपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया था जिस कारण बैंक की नौकरी से निकाल दिया गया और आरबीआई द्वारा हाट लिस्ट कर दिया गया जिससे कोई काम नही था और खाली बैठा था। आरोपी द्वारा इसके पास एक डायरी होना बताया जिसमें बैंक के बहुत से ग्राहक व अन्य लोगों के खाते नंबर और मोबाईल नंबर नोट है। बैंक में काम करते हुये इसे लगा कि बिना किसी सबूत के सिम और इटरनेट बैंकिंग तथा एटीएम के माध्यम से किसी के भी रूपये चोरी कर सकता है और इसने प्लान तैयार किया जिसके लिये गांव में इसके साथ जुआ खेलने वाले लाकेश्वर चंद्रा को शामिल किया।
माह जनवरी 2021 में दोनों चांपा स्टेशन में मिले। लाकेश्वर अपने साथी सलमान के साथ चांपा बाइक पर गया था। सलमान को दूर खड़ाकर शिव साहू और लाकेश्वर को पास बुलाकर उसे प्लानिंग समझाया और बोला कि आईडीएफसी बैंक खरसिया में काम करता था मुझे किस प्रकार से एटीएम निकालकर कैसे पैसा निकालना है और पकड में नही आना है इसकी पूरी जानकारी है। इसके बाद माह फरवरी में लाकेश्वर चंद्रा को ओडेकेरा में घसिया राठिया के घर दिखाकर उसके घर भेजा। दिनांक 10.02.2021 को लाकेश्वर, घसिया राठिया के घर जाकर उन्हें आप लोग के खाते में मोबाईल नंबर एड है जो बंद होने वाला है कहकर धोखाधड़ी से सिम ले लिया और शिव को जाकर दे दिया।
उसके बाद दोनों मोबाईल पर से पुराने एटीएम को ब्लाक करके नया एटीएम जारी कराये और दोनों ऑनलाइन ट्राजेक्शन और कई एटीएम बूथ से रूपये निकाले। लकेश्वर चन्रान को शिव कुमार साहू ढाई लाख रूपये दिया था जो जुआ में हार गया और कुछ पैसे खर्च कर दिया। वहीं आरोपी शिव कुमार साहू भी बटवारे में मिले रूपयों को जुआ में हार जाना बताया और घटना में प्रयुक्त एटीएम और हेलमेट को तोडकर हसदेव नदी में बहा देना बताया है। आरोपी द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल विवो 81आई को तोडकर अपने गाड़ी के टूल बाक्स में रखा था। आरोपी शिव साहू से उसकी गाड़ी स्पेण्डर प्रो, मोबाइल तथा डायरी की बरामदगी की गई है तथा आरोपी लाकेश्वर से घटना में प्रयुक्त मोबाइल की जप्ती किया गया है। दोनों आरोपियों को धोखाधड़ी के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहां जेल वारंट पर दोनों को जेल दाखिल किया गया है।