Business Ideas : खगड़िया का पेड़ा है देश भर में प्रसिद्, नीतीश और लालू भी हैं इसके दीवाने, सालाना 30 करोड़ का है कारोबार...

Business Ideas: Khagaria's tree is famous across the country, Nitish and Lalu are also crazy about it, annual business of 30 crores is... Business Ideas : खगड़िया का पेड़ा है देश भर में प्रसिद्, नीतीश और लालू भी हैं इसके दीवाने, सालाना 30 करोड़ का है कारोबार...

Business Ideas : खगड़िया का पेड़ा है देश भर में प्रसिद्,  नीतीश और लालू भी हैं इसके दीवाने, सालाना 30 करोड़ का है कारोबार...
Business Ideas : खगड़िया का पेड़ा है देश भर में प्रसिद्, नीतीश और लालू भी हैं इसके दीवाने, सालाना 30 करोड़ का है कारोबार...

Khagaria Peda is famous across the country :

 

खगड़िया के करुआ मोड़ के पेड़े की एक अलग पहचान है. चौथम प्रखंड के एनएच-107 के किनारे करुआ मोड़ गांव में एक छोटी सी दुकान में पिपरा निवासी शंकर साह ने पेड़ा बनाने की शुरुआत की थी. बिहार के खगड़िया जिले को लोग यहां के पेड़े के स्वाद से जानते हैं। यहां के करुआ मोड़ का पेड़ा एक बार खा लेंगे तो दोबारा यहां जरूर आएंगे। खगड़िया जिले में पेड़े का करीब सालाना 30 करोड़ का कारोबार है। यहां का पेड़ा झारखंड, पं. बंगाल, असम, दिल्ली समेत कई राज्यों में सप्लाई किया जाता है। नेपाल में भी इसकी काफी मांग है। सबसे खास बात यह है कि यहां शूगर फ्री पेड़ा भी मिलता है। नीतीश और लालू भी इस पेड़े के दीवाने हैं। (Khagaria Peda is famous across the country)

80 के दशक में मिली पहचान :

चौथम प्रखंड के एनएच-107 के किनारे करुआ मोड़ गांव के पेड़े को 1980 के दशक में पहचान मिली थी। एक छोटी सी दुकान में पिपरा निवासी शंकर साह ने पेड़ा बनाने की शुरुआत की थी। इसके बाद करुआ मोड़ के अन्य दुकानदारों ने इस कारोबार की शुरुआत की। पेड़े की मिठास और खुशबू से लोगों ने इसे पसंद करना शुरू किया। इसके बाद से पेड़ा की मांग बढ़ने लगी। (Khagaria Peda is famous across the country)

पेड़े का स्वाद कई सियासी दिग्गज ले चुके हैं :

चुनावी दौरे के दौरान खगड़िया के पेड़े का स्वाद लेना नहीं नेता भी नहीं भूलते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री खगड़िया आने पर पेड़ा का स्वाद चखा था। इसके अलावा भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, पूर्व पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा भी पेड़े का स्वाद चखकर इसकी तारीफ कर चुके हैं। (Khagaria Peda is famous across the country)

सरकार से कोई प्रोत्साहन नहीं, निराश हैं कारोबारी :

शहर के आवास बोर्ड के पास के पेड़ा कारोबारी अशोक, बबलू और रंजीत यादव ने बताया कि पेड़ा कारोबारी को सरकार की तरफ से कोई प्रोत्सहान राशि नहीं मिलती है। जबकि, यह घरेलू उद्योग है। यह कच्चा कारोबार है। त्योहार के मौके पर अत्यधिक डिमांड रहता है। (Khagaria Peda is famous across the country)

रोजगार के अवसर को मिल रही उड़ान :

खगड़िया में पेड़े के कारोबार से सैकड़ों युवाओं और अन्य लोगों को रोजगार मिल रहा है। खगड़िया में पेड़े की कई दुकानें हैं। सिर्फ करुआमोड़, महेशखूंट में ही 100 से अधिक पेड़े की दुकान है। एक दुकान या पेड़ा भंडार में कम से कम दस लोगों को रोजगार मिलता है। वहीं, पशुपालकों से दूध लेकर पेड़ा दुकानों तक दूध पहुंचाने में भी कई लोग जुड़ते हैं।

प्रत्येक दिन चौथम, मानसी, बेलदौर, गोगरी,अलौली, समस्तीपुर,दरभंगा आदि क्षेत्र से दूध पेड़ा भंडार पहुंचता है। प्रतिदिन यहां 500 लीटर से अधिक दूध का पेड़ा खगड़िया में बनता है। (Khagaria Peda is famous across the country)