*भैयाथान सब स्टेशन के केवरा फीडर का हाल बेहाल .... हल्की फुल्की हवा और बारिश से बिजली होती है गुल....*

Sandeep dubey

*भैयाथान सब स्टेशन के केवरा फीडर का हाल बेहाल .... हल्की फुल्की हवा और बारिश से बिजली होती है गुल....*


Sandeep dubey

फीडर लंबा होने के कारण हो रही है परेशानी विभाग ने भेजा प्रपोजल

भैयाथान संदीप दुबे - बिजली के प्रति लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है जहां एक ओर सरकार जीरो कट बिजली देने का वादा किया था वही उस वादे के विपरीत भैयाथान सब स्टेशन के केवरा फीडर में आए दिन यह समस्या बनी रहती है हवा या पानी थोड़ा भी चल जाए तो विद्युत प्रवाह बंद हो जाती है और विभाग को कभी कभी पूरी रात फॉल्ट ढूंढने में लग जाता है और उपभोक्ता परेशान रहते हैं। जिसका मुख्य कारण विद्युत उपकरण का जीर्ण शीर्ण अवस्था में होना है इसलिए केवरा फिडर की स्थिति अब बद से बदतर हो गई है। 

ग्रामीण क्षेत्रों में एकाएक बिजली के तार टूटकर सड़क पर गिरे तारों में करंट दौड़ने जैसी घटनाएं कई बार सामने आई हैं। लेकिन विभाग कि ओर से फौरी तौर पर बिजली की आपूर्ति बंद कर तारों को जोड़कर इतिश्री कर ली जाती है। इस समस्या के निजात हेतु पुख्ता प्रबंध नही किया जाता है जिससे आए दिन तार टूटने की घटनाएं बार-बार होती रहती हैं और उपभोक्ताओं को कई घंटों तक बिजली से महरूम रहना पड़ता है। प्रमुख रास्ते ही नही बल्कि गांवों के भीतरी मोहल्लों की हालत भी जुदा नही है। गांवों में कई पोलों का आधारीय भाग इतना क्षतिग्रस्त हो चुका है कि दुर्भाग्यवश हादसा होने की आशंका से इंकार नही किया जा सकता। जगह-जगह धरती पर झूलते तारों के नीचे से गुजरने के दौरान लोगों को काफी परेशानी बरतनी पड़ती है।


*80 के दशक के हैं तार*

 क्षेत्र में 1980 में बिजली की लाईन खीचीं गई थी। इसके बाद इन लाईनों की न तो मरम्मत हुई और न ही तार ही बदले गए। इससे गांवों सहित पोलों पर राजमार्ग के साथ खीची हाईटेंशन लाइन 33kv जर्जर अवस्था में पहुंच कर बहुत नीचे लटक रही है। अधिकांश विद्युत लाइनों के तार जीर्ण-शीर्ण होकर गल चुके हैं, जिनकी विद्युत भार सहने की क्षमता समाप्त हो चुकी है। कई बार गर्मियों में यह लाईन कई बार टूट भी चुकी है जिससे ये तार गर्मी में मामूली सी हवा चलने पर टूटकर गिर जाते है और बरसात में आए दिन जगह जगह फॉल्ट होते रहते हैं।

*जीर्ण शीर्ण खंभे,तार, इंसुलेटर बदलना व सब स्टेशन निर्माण आवश्यक...सुनील साहू*
जनपद सदस्य सुनील साहू का कहना है कि बिजली की अघोषित कटौती की समस्या से लोग बहुत परेशान है इसके निदान हेतु जीर्ण शीर्ण खंभे तार इंसुलेटर को बदला जाए और
लंबे फीडर के भार को कम करने के लिए नया फिडर बनाया जाए। गांव में एलटी तार पुराने हो गए हैं वहां नए केवल लगाने से बिजली चोरी व अकारण फाल्ट, दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी तथा लो वोल्टेज की समस्या से भी निजात मिलेगी।


*सबसे लंबा फीडर* भैयाथान सब स्टेशन में केवरा फीडर इकलौता भारी व लंबा है इस फीडर से केवरा दनौली, खाड़ा पारा, तरका,गोविंदगढ़, कुधरी,बसकर,बड़सरा,कुरीडीह, घूईपारा,करौंदा मुड़ा,कुसमुसी,रजौली पारा सहित कई ग्रामों में बिजली प्रवाहित हो रही है।


*सरकार बदलते ही सब स्टेशन ठंडे बस्ते में*
बताया जाता है कि लगभग 4 वर्ष पूर्व बरपारा के नर्सरी के पास सब स्टेशन स्थापित करना प्रस्तावित था। उस समय भाजपा की सरकार सत्तासीन थी लेकिन सरकार बदलते ही सब स्टेशन ठंडे बस्ते में चला गया।


*33 केवी का फाल्ट होना भी आम बात* विश्रामपुर से भैयाथान 33 केवी आए दिन फाल्ट होते रहता है जिससे पूरे भैयाथान से ओड़गी तक ब्लैक आउट की स्थिति होना अब आम बात हो गई है।

*24 घंटे मैदानी अमला रहता है सुधार कार्य में*
जब से AE लोकनाथ नेताम व JE  अभिषेक लकड़ा जब से भैयाथान सब स्टेशन में कार्यभार संभाला है तब से अपने कर्मचारियों को लेकर सब स्टेशन से लेकर फीडरों को सुधारने का प्रयास निरंतर 24 घंटे किया जाता है लेकिन बिजली है जो आए दिन फाल्ट होकर पुराने होने का एहसास करा ही देती है।

*विद्युत उपकरण टिकाऊ नही*

बताया जाता है कि उच्च अधिकारियों से मिलीभगत कर ठेकेदारों के द्वारा स्तरहीन विद्युत उपकरण की सप्लाई विभाग में की जाती है जो टिकाऊ नही होते लगते ही खराब हो जाते है जिसके कारण आए दिन बिजली फाल्ट होते रहती है और विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती है।


*ए ई लोकनाथ नेताम ने बताया कि बिश्रामपुर से भैयाथान 33 केवी की स्वीकृति मिल गई है और केवरा फीडर के भार को कम करने हेतु उच्च विभाग को सब स्टेशन हेतु प्रपोजल भेज दिया गया है जल्द समस्या से निजात पा लिया जाएगा।*