CM भूपेश का बड़ा बयान BIG NEWS :- दिल्ली दौरे से लौटे CM भूपेश बघेल, हवाई अड्डे पर बोलें - मैं पहले भी कह चुका हूं, सोनिया जी-राहुल जी ने मुझे सरकार की जिम्मेदारी दी है… जिस दिन वो कहेंगे पद त्याग दूंगा…..ढ़ाई-ढ़ाई साल के मुद्दे पर क्या था CM का जवाब पढ़िये…….




रायपुर 25 अगस्त 2021। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दिल्ली से रायपुर पहुंचे, तो राजधानी का मिजाज पूरी तरह बदला हुआ था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एयरपोर्ट पर रिसीव करने पूरी कांग्रेस उमड़ी थी। कैबिनेट मंत्री, विधायक सहित तमाम कांग्रेस के छोटे-बड़े नेता पहुंचे हुए थे।
रायपुर हवाई अड्डे पर उन्होंने ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की बात को सरकार के खिलाफ साजिश बताया। उन्होंने कहा, उन्हें मुख्यमंत्री आलाकमान ने बनाया है, सोनिया-राहुल जिस दिन कहेंगे वे CM का पद छोड़ देंगे।
रायपुर हवाई अड्डे पर प्रेस से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, दो दिन के दिल्ली प्रवास में राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक हुई है। इसमें विकास योजनाओं और लॉकडाउन पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया इस पर बात रख चुके हैं। अब इसपर कुछ कहना शेष नहीं है।
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मुख्यमंत्री पर ढाई-ढाई साल का राग अलापने वाले सरकार को अस्थिर करने की साजिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने एक किसान को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी है।
जब तक वे चाहते हैं मैं पद पर हूं- सोनिया जी-राहुल गांधी जिस दिन कहेंगे वे CM का पद छोड़ देंगे। कांग्रेस में मचे सत्ता संघर्ष के बीच भाजपा के बयानों पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, एक किसान के बेटे के मुख्यमंत्री बन जाने से भाजपा परेशान है। 2003 से 2018 तक भाजपा दूसरो के भरोसे सत्ता में आती रही है। इस बार उनको अपनी असलियत का भी अंदाजा हो गया है।
वहीं ढ़ाई-ढ़ाई साल के कार्यकाल को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि…..
बीजेपी 2003 से 2018 तक तेर भरोसा तीन परोसा की बदौलत सरकार में रही है। तभी 15 साल की सरकार 14 सीट पर सिमट गयी है। जहां तक कि सरकार की बात है…सोनिया जी और राहुल जी ने मुझ जैसे किसान को सरकार सौेंपी, ये सरकार किसान की है, मजदूरों की है, यहां 2.80 करोड़ जनता की है। सरकार सभी के लिए काम कर रही है। सोनिया जी और राहुल जी ने मुझे यहां की जिम्मेदारी दी थी, मैं पहले भी कह चुका हूं कि उन्होंने मुझे यहां के सरकार की जिम्मेदारी दी है, जिस दिन उनका आदेश होगा, मैं पद त्याग कर दूंगा।
एयरपोर्ट के अंदर जितनी भीड़ थी, उससे कई गुणा ज्यादा भीड़ आज एयरपोर्ट के बाहर थी। एयरपोर्ट के अंदर वरीष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे, अमरजीत भगत, बृहस्पत सिंह, यूडी मिंज, गुलाब कमरो, कुलदीप जुनेदा सहित कई मंत्री विधायक मौजूद थे। वहीं एयरपोर्ट के बाहर कांग्रेस, युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बाहर आये तो सबसे पहले एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हजारों कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकारा और फिर मीडिया से रूबरू हुए ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सुबह 11.15 बजे के करीब कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने पहुंचे। बाद में टीएस सिंहदेव भी वेणुगोपाल से मिले। दोनों नेताओं की वेणुगोपाल से क्या बात हुई इसका अधिकृत ब्यौरा नहीं मिल पाया है। मुख्यमंत्री की सोनिया गांधी से मुलाकात की भी चर्चा है। लेकिन यह जानकारी अभी सामने नहीं आई है। फिलहाल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर लौट गये है ।
कांग्रेस पदाधिकारी और मुख्यमंत्री के समर्थक बड़ी संख्या में हवाई अड्डे पहुंच रहे हैं। वहां शक्ति प्रदर्शन जैसा माहौल बनने की जानकारी सामने आ रही है। दोनों नेताओं ने मंगलवार को दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी। करीब तीन घंटे तक राहुल गांधी ने दोनों नेताओं से अलग-अलग बात की। विवाद के समाधान पर बात हुई, लेकिन दोनों को एक और दिन रुकने को कहा गया था। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने राहुल गांधी के फार्मुले पर ही सहमति की मुहर लगाई है।
ढाई-ढाई वर्ष के लिए मुख्यमंत्री बनाए जाने के फार्मुले की चर्चा के बीच पिछले कुछ महीनों के दौरान लिए गए कुछ फैसलों से विवाद बढ़ा है। सरकार ने जून महीने में ढाई साल पूरे किए। इसी साथ मुख्यमंत्री बदलने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। शुरुआत में इस संबंध में किसी सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल साफ शब्दों में कहते रहे कि इस तरह का कोई फार्मुला मौजूद नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव जरूर इस सवाल पर कहते थे कि मुख्यमंत्री बनाना हाईकमान का फैसला है। पिछले महीने पहली बार मुख्यमंत्री इस लाइन पर आए कि हाईकमान कहे तो अभी इस्तीफा दे दुंगा। 14 अगस्त को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, सेमिफाइनल में हम चार लोग थे। अभी तो दो ही खिलाड़ी बचे हैं। इसके साथ ही सत्ता संघर्ष की अटकलों ने जोर पकड़ा।
पिछले महीने विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाने के बाद विवाद ने तुल पकड़ लिया। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कई दिनों से दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं तक अपनी बात पहुंचा रहे थे। सोमवार को अचानक बताया गया कि राहुल गांधी ने दोनों नेताओं को मुलाकात के लिए दिल्ली बुलाया है। सिंहदेव पहले से ही दिल्ली में थे, भूपेश बघेल सोमवार की शाम दिल्ली के लिए रवाना हुए। रवाना होने से पहले भी उन्होंने इसे सामान्य मुलाकात बताने की कोशिश करते रहे। उन्होंने बैठक में सिंहदेव के मौजूद रहने की बात से भी अनभिज्ञता जताई थी।