ATM Service Charge :यदि आप भी बैंक सर्विस चार्जेस से हैं परेशान तो अपनायें ये तरीका नहीं लगेगा सर्विस चार्ज, ना ही देना पड़ेगा कोई जुर्माना...
ATM Service Charge: If you are also troubled by bank service charges, then follow this method, service charge will not be applicable, nor will you have to pay any fine. ATM Service Charge :यदि आप भी बैंक सर्विस चार्जेस से हैं परेशान तो अपनायें ये तरीका नहीं लगेगा सर्विस चार्ज, ना ही देना पड़ेगा कोई जुर्माना...




ATM Service Charge :
असल में जब हम खाता खोलते हैं, तो उस वक्त पता नहीं करते कि बैंक किन-किन ट्रांजैक्शन और सेवाओं पर चार्ज वसूलते हैं. उस वक्त खाता खोलने की जल्दी होती है, इसलिए हम गौर नहीं कर पाते. बाद में जब बैंक का स्टेटमेंट आता है या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, ईमेल पर मैसेज आता है, तो हमें पता चलता है कि बिना किसी उपयोग के भी बैंक की सर्विस पर चार्ज कट गया. आप इसमें कुछ कर भी नहीं सकते क्योंकि यह कानूनी बाध्यता होती है. बैंक आपसे सर्विस चार्ज का पैसा लेने नहीं आता बल्कि खाते से तुरंत काट लेता है. ऐसे में ग्राहक के सामने लाचारी के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं. (ATM Service Charge)
आइए इन तरीकों के बारे में जानते हैं.
1-एटीएम से बार-बार पैसे न निकालें :
एटीएम से बार-बार पैसे निकालने वाली आदत ठीक नहीं. एटीएम को रोज के खर्चे की मशीन न मानें और जब मर्जी तभी उससे 50-100 रुपये न निकालें. यह आदत आपकी जेब पर भारी पड़ती है. कई बार लोग सोचते हैं कि पास में अधिक पैसे रहने पर अधिक खर्च होगा. इसलिए कम-कम पैसे एटीएम से निकालते हैं. इस आदत के चलते आपको भारी सर्विस चार्ज भरना होता है. बैंकों ने एटीएम ट्रांजैक्शन की लिमिट तय की है. उसके बाद पैसे निकालने पर 20-25 रुपये तक देने होते हैं. (ATM Service Charge)
2-चेकबुक से बचें :
आप बैंक से अतिरिक्त चेकबुक लेते हैं तो इससे भी बचना चाहिए. अतिरिक्त चेकबुक के लिए बैंक 20 रुपये या इससे भी ज्यादा चार्ज वसूलते हैं. जरूरी नहीं कि बड़े ट्रांजैक्शन के लिए चेक का ही सहारा लिया जाए. आजकल नेट बैंकिंग या यूपीआई का चलन जोरों पर है जो बेहद फायदेमंद है. इसमें जल्द पैसे का निपटारा होता है और यह सस्ता भी है. सबसे बड़ी बात कि इस फंड ट्रांसफर को आप ट्रैक भी कर सकते हैं.(ATM Service Charge)
3-ऑटो पेमेंट का सहारा लें :
इस मुसीबत में आपको जुर्माना या ब्याज भी भरना पड़ता होगा. जबकि सच्चाई है कि इसे एक छोटे प्रयास से बचाया जा सकता है. बैंक इसके लिए ऑटो पेमेंट की सुविधा देते हैं. बस आपको इसकी तारीख तय करनी होती है और उस खास तारीख को आपके खाते से अपने आप पैसे कट जाएंगे. आपको बिल की तारीख याद रखने की टेंशन नहीं. अगर बैंक का मोबाइल ऐप इस्तेमाल करते हैं तो ऑटो पेमेंट की तारीख निर्धारित करना और भी आसान है. घर बैठे यह काम हो जाएगा.(ATM Service Charge)
4-क्रेडिट कार्ड के खर्च से सावधान :
क्रेडिट कार्ड रखते हैं इसका मतलब यह नहीं कि बिना काम की भी शॉपिंग करते चलें. फालतू का खर्च आपको कर्ज के जंजाल में फंसाएगा. क्रेडिट कार्ड स्वाइप करें, लेकिन सोच-समझ कर. अपने बजट का खयाल रखते हुए क्रेडिट कार्ड से खर्च करें. क्रेडिट कार्ड का भी पैसा आपको ही भरना होता है, बस इसमें महीना या 50 दिन की मोहलत मिल जाती है. (ATM Service Charge)
5-खाते में जरूर रखें मिनिमम बैलेंस :
कोई भी खाता हो, किसी बैंक का खाता हो, उसका मिनिमम बैलेंस का एक नियम होता है. इस नियम को याद करके रख लें. ध्यान में रखें कि किसी भी सूरत में मिनिमम बैलेंस के नियम की अवहेलना नहीं हो. आप जैसे ही इस नियम को तोड़ते हैं, बैंक आपसे सर्विस चार्ज वसूल लेता है. जितने महीने या दिन तक आप मिनिमम बैलेंस को नहीं बनाए रखेंगे, बैंक उतने दिनों या महीने का चार्ज जोड़ कर लेगा. (ATM Service Charge)