Amarnath Yatra 2022: तीन साल बाद शुरू हुई अमरनाथ यात्रा आज से, 43 दिनों तक चलेगी यात्रा, यहा करे रजिस्ट्रेशन! जाने पूरी प्रक्रिया...
Amarnath Yatra 2022: Amarnath Yatra is starting after three years from June 30, the journey will run for 43 days, register here! Go through the whole process... Amarnath Yatra 2022: तीन साल बाद शुरू हो रही है अमरनाथ यात्रा 30 जून से, 43 दिनों तक चलेगी यात्रा, यहा करे रजिस्ट्रेशन! जाने पूरी प्रक्रिया...




Amarnath Yatra 2022 :
यात्रा का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. अमरनाथ यात्रा दो रास्तों, पहलगाम और बालटाल से होती है. जम्मू कश्मीर प्रशासन इन रास्तों पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता कर रहा है. 11 अगस्त तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) में आने वाले श्रद्धालुओं को उचित सेवाएं भी मुहैया कराने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं.(Amarnath Yatra 2022)
अमरनाथ यात्रा इस बार 43 दिन की होगी. यह दो मार्गों से 30 जून से शुरू होगी, जिसमें दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान और मध्य कश्मीर के गंदेरबल में 14 किलोमीटर लंबा छोटा मार्ग बालटाल है. यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले जम्मू में भगवती नगर और राम मंदिर से साधुओं समेत श्रद्धालुओं का पहला जत्था कश्मीर के दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना होगा. (Amarnath Yatra 2022)
कैसे कराएं अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन?
मरनाथ यात्रा के लिए जाना चाहते हैं, उन्हें रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होता है. इस बार 11 अप्रैल से ये प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसके लिए देश में भर में मौजूद विभिन्न बैंकों की 566 शाखाओं से फार्म लेकर वहां जमा करके रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. इसके साथ ही जानकारी दी गई है कि अब तक करीब 3 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. लोग https://jksasb.nic.in/agreeme.html वेबसाइट पर जाकर भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.(Amarnath Yatra 2022)
श्रद्धालुओं के लिए जारी होगा यात्रा कार्ड.
जो श्रद्धालु दर्शन को नहीं जा सकते वे क्या करें?
हर साल आयोजित होने वाली अमरनाथ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. लेकिन दुर्गम मार्ग के कारण बुजुर्गों और बीमार लोगों को परेशानी होती है. इस वजह से कई लोग यात्रा में जा नहीं पाते. ऐसे में इस बार श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से उन लोगों के लिए ऑनलाइन दर्शन की भी व्यवस्था की गई है, जो यात्रा नहीं कर सकते. बोर्ड ने जानकारी दी है कि जो श्रद्धालु यात्रा के लिए नहीं आ सकते, वे ऑनलाइन दर्शन, पूजा, हवन और प्रसाद की सुविधा ले सकते हैं. (Amarnath Yatra 2022)
क्या श्रद्धालुओं को मिलेंगी स्वास्थ्य सेवाएं?
बालटाल आधार शिविर में श्रद्धालुओं को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सभी सुविधाओं से युक्त 70 बिस्तरों वाला डीआरडीओ अस्पताल खोला गया है. इस अस्पताल में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सामान्य एवं ऑक्सीजन सुविधायुक्त वार्ड, ओपीडी, आईसीयू, दवाई भंडार और प्रयोगशाला है. इस अस्पताल का खर्च स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उठा रहा है. केंद्रशासित प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने भी तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए विशेष इंतजाम किये हैं. उसने श्रद्धालुओं के लिए काजीगुंड से बालटाल और चदंनवाडी जाने के रास्तों में 55 स्थानों पर मूलभूत जीवन रक्षक एंबुलेंस और 26 उन्नत जीवन रक्षक गंभीर देखभाल एंबुलेंस तैनात किए हैं.(Amarnath Yatra 2022)
सुरक्षा के लिए ये दस्तावेज जरूरी
पहलगाम से 45 किलोमीटर दूर दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की गुफा में इस बार 10 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के हिम शिवलिंग के दर्शन करने की उम्मीद है. अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्गों, बालटाल और पहलगाम पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और नई सुरक्षा चौकियां बनाई गई हैं ताकि कोई तीर्थयात्रा को बाधित नहीं कर पाए. बोर्ड ने यात्रा के इच्छुक लोगों से आधार कार्ड या अन्य बायोमीट्रिक सत्यापित दस्तावेज लेकर आने को कहा है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को कहा कि अमरनाथ यात्रा करने के इच्छुक तीर्थयात्रियों को अपना आधार कार्ड दिखाना होगा या सत्यापन के वास्ते स्वेच्छा से आधार जमा कराना होगा.(Amarnath Yatra 2022)
श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान कहां मिलेगा खाना?
इस बार कैंप डायरेक्टर एनएस जामवाल ने जानकारी दी है कि बालटाल बेस कैंप में श्रद्धालुओं के लिए लंगर की तैयारी शुरू हो गई है. इन जगहों पर सरकार खाना नहीं उपलब्ध कराती है, बल्कि श्रद्धालुओं को लंगर के जरिये खाना मिलता है. बालटाल में करीब 1.5 लाख मील रोजाना परोसी जाएंगी. इस दौरान 38 लंगर समूहों को अनुमति दी गई है. (Amarnath Yatra 2022)