लॉकडाउन ब्रेकिंग : प्रधानमंत्री का बड़ा ऐलान… सिर्फ एक केस मिलने पर पूरे देश में लगा लॉकडाउन...छह महीने बाद फिर से आया वायरस का पहला केस…सात दिन के लॉकडाउन की बड़ी घोषणा…...




नईदिल्ली 17 अगस्त 2021. न्यूजीलैंड के सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में एक व्यक्ति कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित पाया गया है। इस तरह न्यूजीलैंड में लोगों के बीच छह महीने बाद कोविड-19 का पहला मामला सामने आया है. देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड के मामले और सीमा या आइसोलेशन से इसके संबंध को लेकर अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं है। ये व्यक्ति कैसे संक्रमित हुआ है, इसकी जांच की जा रही है। आखिरी बार न्यूजीलैंड में लोगों के बीच कोरोना का मामला फरवरी में सामने आया था।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने फरवरी के बाद से कोविड-19 के पहले कम्युनिटी केस की रिपोर्ट होने के बाद देश में तीन दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है।
आपको बता दें कि यह केस ऑकलैंड में रिपोर्ट हुआ है। इसके बाद आज आधी रात से देश में लॉकडाउन लागू रहेगा। अर्डर्न ने वेलिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इसकी घोषणा की।इतना ही नहीं ऑकलैंड और आसपास के कोरोमंडल क्षेत्र में सात दिनों के लिए लॉकडाउन लागू रहेगा।
आपको बता दें कि लॉकडाउन में सभी स्कूल, सार्वजनिक स्थल और अधिकांश व्यवसाय बंद रहेंगे। लोगों को घर से काम करने की सलाह दी गई है। बाहर निकलने की आवश्यकता होने पर फेस मास्क का इस्तेमाल करने की अपील की गई है।
न्यूजीलैंड ने बड़े पैमाने पर वायरस पर नियंत्रण किया है। यही कारण है कि उसकी अर्थव्यवस्था महामारी के दौरान जल्दी ठीक हो गई है। हालांकि टीकाकरण की धीमी रफ्तार ने इसे एक और प्रकोप की चपेट में छोड़ दिया है।
आपको बता दें कि अत्यधिक संक्रामक डेल्टा संस्करण ने पड़ोसी ऑस्ट्रेलिया के बड़े हिस्से को वापस लॉकडाउन की जद में आने के लिए मजबूर कर दिया है।
US आठ महीने में बूस्टर डोज लेने की करेगा सिफारिश
वहीं, अमेरिका में कोरोनावायरस के डेल्टा वेरिएंट के तेजी से फैलने के मद्देनजर इस संक्रमण से लंबे समय तक बचाव सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी विशेषज्ञ सभी अमेरिकियों को कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के आठ महीने बाद बूस्टर डोज देने की सिफारिश कर सकते हैं. संघीय स्वास्थ्य अधिकारी इस बात पर सक्रियता से विचार कर रहे हैं कि क्या इन सर्दियों में लोगों को अतिरिक्त डोज दिए जाने की आवश्यकता होगी या नहीं.
वे अमेरिका में संक्रमितों की संख्या और इजराइल जैसे अन्य देशों में हालात पर नजर रख रहे हैं, जहां शुरुआती अध्ययन में संकेत मिला है कि जनवरी में वैक्सीनेशन करा चुके लोगों में गंभीर संक्रमण के खिलाफ वैक्सीन की बचाव क्षमता में कमी आई है.