...जब कांस्टेबल की संपत्ति देख अधिकारियों के भी उड़े होश.... आलीशान बंगला, घर की छत पर पूल.... करोड़पति निकला पुलिस कांस्टेबल.... छापेमारी में हुआ खुलासा..... ट्रांसपोर्ट बिजनेस भी चला रहा था कांस्टेबल.... पत्नी के नाम से गैस एजेंसी.....

...जब कांस्टेबल की संपत्ति देख अधिकारियों के भी उड़े होश.... आलीशान बंगला, घर की छत पर पूल.... करोड़पति निकला पुलिस कांस्टेबल.... छापेमारी में हुआ खुलासा..... ट्रांसपोर्ट बिजनेस भी चला रहा था कांस्टेबल.... पत्नी के नाम से गैस एजेंसी.....

....

डेस्क। कांस्टेबल के पास आय से अधिक की संपत्ति होने की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस की ओर से उसके सात ठिकानों पर एकसाथ रेड की गई। ओड़िशा में भ्रष्टाचार की कमाई से करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाने वाले अरबपति कांस्टेबल का खुलासा हुआ है। कांस्टेबल ने घूस की कमाई से ट्रांसपोर्ट, गैस एजेंसी, साइबर कैफे जैसे बिजनेस खड़े कर लिए थे। एक करोड़ 27 लाख रुपये की चल अचल संपत्ति का पता चला है। विजिलेंस की ओर से बताया गया है कि कांस्टेबल के नाम बारीपदा शहर के भंजपुर में एक तीनमंजिला आलीशान भवन और उसकी छत पर एक स्विमिंग पूल भी है। इसके अलावा, भंजपुर और बड़साही में एक-एक प्लॉट, दो लक्जरी कार, तीन तिपहिया वाहन, चार दोपहिया वाहन, उसके साइबर लुकआउट नामक कंप्यूटर सेंटर में 13 लाख के स्पेयर पा‌र्ट्स और एसेसरीज, 10 लाख रुपये के सोना-चादी के गहने समेत बैंक खाते और बीमा कंपनियों में जमा रुपये का पता चला है। 

कांस्टेबल की पत्नी पिंकी दंडपाट के नाम होता इंटरप्राइजेज नामक गैस एजेंसी है। एजेंसी की जाच के दौरान वहा 350 भर्ती और 543 खाली रसोई गैस सिलेंडर मिले। अबतक उसके पास एक करोड़ 27 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता चला है। मयूरभंज जिले के बारीपाड़ा शहर पुलिस स्टेशन में तैनात कांस्टेबल निहार रंजन दंडपत के बारे में विजिलेंस डिपार्टमेंट को भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी। प्राथमिक जांच में यह शिकायत सही पाई गई। इसके बाद 7 टीमें बनाकर उसके 7 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गई। इन टीमों में 9 डीएसपी, 5 इंस्पेक्टर, 5 असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर और कई सिपाही शामिल थे। कांस्टेबल ने शहर में ही 3 मंजिला शानदार मकान बना रखा था। मार्बल-टाइल से पूरी तरह फर्निश उस मकान के टॉप फ्लोर पर शानदार स्वीमिंग पूल बनवाया गया था। 

जब विजिलेंस की टीम छापा मारने के लिए उसके घर पहुंची तो वह मौका देखकर वहां से फरार हो गया। विजिलेंस के अधिकारी कांस्टेबल के मकान की सज्जा को देखकर हैरान थे। विजिलेंस टीम को जांच में कांस्टेबल निहार रंजन दंडपत के ट्रांसपोर्ट बिजनेस के बारे में भी पता चला। इस बिजनेस में उसके 3 ट्रक, 10 ट्रॉली, 2 कार और 4 बाइकें शामिल थी। सभी को विजिलेंस टीम ने अपने कब्जे में ले लिया। टीम को शहर में उसके साइबर कैफों के बारे में भी पता चला। जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जांच टीम को छापे में मयूरभंज जिले में कांस्टेबल के 2 प्लॉट, 2 दोपहिया वाहन, कंप्यूटर से जुड़े सामान, 13 लाख रुपये और जेवरात बरामद हुए। रेड के दौरान टीम को पता चला कि कांस्टेबल एक गैस एजेंसी भी चला रहा था। यह एजेंसी उसकी पत्नी पिंकी दंडपत के नाम से है। टीम ने एजेंसी में मौजूद खाली और भरे हुए सिलेंडरों समेत वहां खड़े वाहन जब्त कर लिए।